Monday, December 23, 2024
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FACT CHECK: शशि थरूर ने नेहरू की फोटो को लेकर फैलाया झूठ, ‘इंदिरा’ को लिखा ‘इंडिया’

ट्विटर पर लोगों ने शशि थरूर से पूछा कि उन्होंने इंदिरा गाँधी का नाम तो सुना है लेकिन इंडिया गाँधी कौन है? सोशल मीडिया में थरूर से पूछा गया कि क्या वह परिवार विशेष की भक्ति में इतने मग्न हो गए हैं कि उनके लिए 'इंदिरा' ही अब 'इंडिया' है?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के ह्यूस्टन में ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रम में 50,000 से अभी अधिक लोगों को सम्बोधित किया। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भी इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का हिस्सा बने। इस भव्य रैली की भारी सफलता के बाद कई कॉन्ग्रेस नेताओं की प्रतिक्रियाएँ आईं। जहाँ राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे आनंद शर्मा ने दावा किया कि पीएम मोदी ने अमेरिका के चुनाव प्रचार अभियान में दखल देकर भारत की विदेश नीति को नुकसान पहुँचाया है, वहीं केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी को अमेरिका में वहाँ के हाउस लीडर ने नेहरू की याद दिलाई गई।

जब कॉन्ग्रेस नेता किसी मुद्दे पर मुँह खोलते हैं तो नेहरू का नाम न आए, ऐसा हो ही नहीं सकता। नेहरू को महान साबित करने के चक्कर में पूर्व केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री और कॉन्ग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक फोटो ट्वीट किया। उन्होंने दावा किया कि ये फोटो 1954 का है और इसे अमेरिका में क्लिक किया गया था। थरूर ने लिखा कि बिना किसी प्रचार-प्रसार के नेहरू के स्वागत में स्वतः ही एक विशाल भीड़ जुट गई, जो पूरे उत्साह में थी। उन्होंने ‘क्राउड मैनेजमेंट’, ‘हाइप’ और ‘मीडिया पब्लिसिटी’ की चर्चा कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा।

शशि थरूर द्वारा ट्वीट किए गए फोटो में तत्कालीन पीएम नेहरू और इंदिरा एक गाड़ी में दिख रहे हैं और चरों तरफ से भीड़ ने उन्हें घेर रखा है। इस फोटो में इंदिरा हाथ उठा कर लोगों का अभिवादन स्वीकार करती दिख रही हैं। अब आते हैं सच्चाई पर। फोटो में कोई गड़बड़ी नहीं थी लेकिन उस फोटो के बारे में थरूर ने जो जानकारी दी, उसमें झूठ ही झूठ था। सबसे पहले तो थरूर ने ‘इंदिरा’ की जगह ‘इंडिया’ लिख कर ‘इंडिया इज इंदिरा, इंडिया इज इंदिरा’ वाले नारे की याद दिला दी।

ट्विटर पर लोगों ने शशि थरूर से पूछा कि उन्होंने इंदिरा गाँधी का नाम तो सुना है लेकिन इंडिया गाँधी कौन है? सोशल मीडिया में थरूर से पूछा गया कि क्या वह परिवार विशेष की भक्ति में इतने मग्न हो गए हैं कि उनके लिए ‘इंदिरा’ ही अब ‘इंडिया’ है? अब आते हैं इस ट्वीट के सबसे बड़े झूठ पर। थरूर के दावे की तुरंत पोल खुल गई क्योंकि उन्होंने नेहरू-इंदिरा की जो फोटो शेयर की थी, वह अमेरिका की थी ही नहीं। वह फोटो 1954 की भी नहीं है। दरअसल, ये फोटो मॉस्को की है और इसे 1955 में क्लिक किया गया था।

नेहरू को महान साबित करने और मोदी को नीचा दिखाने का शशि थरूर का यह दाँव उलटा पड़ गया और उनसे लोगों के एक भी सवाल का जवाब देते नहीं बना। यहाँ तक कि इतनी बेइज्जती होने के बाद भी उन्होंने माफ़ी माँगना तो दूर, अपना ट्वीट डिलीट तक नहीं किया। थरूर से लोगों ने पूछा कि इंदिरा गाँधी किस हैसियत से नेहरू के साथ विदेश दौरा कर रही थीं? वह किस पद पर थीं? शशि थरूर के ट्वीट के बाद ग़लत इन्फॉर्मेशन वाले इस फोटो को कई कॉन्ग्रेस नेताओं द्वारा शेयर किया गया।

मालूम होना चाहिए कि उस दौरान रूस (तब सोवियत संघ) में बॉलीवुड फ़िल्में काफ़ी लोकप्रिय हुआ करती थीं और राज कपूर वहाँ एक जाना-पहचाना चेहरा थे। समय के साथ ये जगह हॉलीवुड फ़िल्मों ने ले ली और धीरे-धीरे रूस में भारतीय फ़िल्मों का चलना कम होता गया, लेकिन राज कपूर के गाने ‘मेरा जूता है जापानी’ और ‘आवारा हूँ’ अभी भी वहाँ लोकप्रिय है। थरूर का यह दावा भी ग़लत है कि नेहरू ने बिना किसी प्रचार-प्रसार के अपने लिए इतनी भीड़ जुटा ली।

अगर नेहरू के सोवियत दौरे वाली ख़बरों पर गौर करें तो पता चलता है कि उनके साथ भारतीय फ़िल्म स्टार्स भी उनके प्रतिनिधिमंडल में गए थे। उन्होंने इन फ़िल्म अभिनेताओं की लोकप्रियता को भुनाया। इतना ही नहीं, रूस में एक ‘इंडियन फ़िल्म फेस्टिवल’ का आयोजन भी किया गया था। भारतीय थीम पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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