बैंकों से पैसों की लेन-देन को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर कोई न कोई मैसेज वायरल होता रहता है। अभी हाल में एक ऐसी ही जानकारी सामने आई जिसमें कहा गया कि अगर एटीएम से महीने में 4 बार से ज्यादा दफा पैसे निकाले तो 173 रुपए एक्सट्रा कटेंगे।
अब जाहिर है कि सामान्य जन के लिए केवल बैंक से पैसे निकालने के लिए इतनी रकम देना चौंकाने वाली बात है। इसलिए वह लोग इसे जगह जगह शेयर करने लगे। ट्विटर पर मोदी सरकार पर सवाल उठे और उनकी नीतियों का मखौल बना।
देख सकते हैं कि ज्यादातर ट्वीट में लिखा है, “ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकालने पर अब 150 रुपए टैक्स और 23 रुपए सर्विस चार्ज यानी कुल 173 रूपए कटेंगे”। इसके बाद लिखा है- ‘हिंदू खतरे में हैं।’
अपने आपको ट्विटर भारतीय युवा कॉन्ग्रेस उपाध्यक्ष बताने वाला आसिफ लिखता है, “देश के अंधभक्तों/बुद्धिहीन व्यक्ति को खतरे से बहार निकालने के लिए अब ATM से 4 बार से अधिक पैसा निकालने पर अब 150 रुपए टैक्स और 23 रुपए सर्विस चार्ज कटेंगे।”
अब इस संदेश को पढ़कर लोग मोदी सरकार की आलोचना कर रहे हैं। लिखा जा रहा है, “एक और तोहफा। 1 जून से बैंक में 4 ट्रांजैक्शन पर 150 रुपए चार्ज लगेगा। जनता के गले में एक बार में छुरा क्यों नहीं फेर देते। कमाओ तो टैक्स, बचाओ तो टैक्स और तो और बैंक में पैसा जमा कराओ तो भी टैक्स, फिर वापस निकालो तो भी टैक्स।”
वायरल संदेश में पाठकों से आग्रह किया गया है कि वो इस मैसेज को फारवर्ड करें और इस तरह के अत्याचारों को बिलकुल न सहें।
अब वायरल मैसेज की सच्चाई क्या है? क्या वाकई मोदी सरकार ऐसी नीति ले आई है जिसके बाद बैंक आपसे 150 रुपए चार्ज करने वाले हैं। तो जवाब है नहीं। ये संदेश केवल मोदी सरकार को घेरने के लिए सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पिछले कुछ दिनों में इसे कई लोगों ने शेयर कर दिया है।
हालाँकि सच ये है कि यही संदेश 2021 में भी चलाया गया था और यही संदेश 2019 में भी वायरल हुआ था। देख सकते हैं कि इन संदेशों पर कई बार फैक्ट चेक भी हुए हैं। इनमें बताया गया था कि 2017 में कुछ निजी बैंकों ने ब्रांच से चार बार से ज्यादा लेनदेन करने पर 150 रुपए चार्ज लेने का ऐलान किया था। उन्होंने साफ किया था ये चार्ज सिर्फ बैंक ब्रांच से लेनदेन पर है न कि एटीएम से पैसे निकालने पर।
इसके अलावा RBI के भी यही दिशा-निर्देश हैं कि ग्राहक द्वारा की जाने वाली प्रति ट्रांजैक्शन पर 20-21 रुपए से ज्यादा कोई बैंक नहीं ले सकता। ये निर्देश एटीएम वाली ट्रांजैक्शन के लिए हैं वो भी तब जब 5 बार व्यक्ति पहले पैसे निकाल चुका है। वहीं कैश ट्रांजैक्शन के लिए कुछ निजी बैंक हैं जिन्होंने साल 2017 में ये घोषणा की थी कि वो 4 बार की ट्रांजैक्शन के बाद 150 रुपए चार्ज करेंगे।
ऐसे में ये स्पष्ट है कि ये संदेश अभी का नहीं है और जो 150 रुपए बैंकों द्वारा लेने की बात है वो न अभी की है न एक-दो साल पुरानी। ये खबर 2017 में आई थी। उसमें भी कुछ निजी बैंक जैसे एक्सिस, एचडीएफसी और आईसीसीसी के नाम थे। इस संबंध में कई न्यूज पोर्टल पर रिपोर्ट भी प्रकाशित हुई थीं।