दिल्ली मेट्रो में एक मुस्लिम युवक व सुरक्षाकर्मियों के बीच हो रहे विवाद का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नमाज़ी टोपी पहने एक युवक एक साथ कई जवानों से उलझता दिख रहा है। माह-ए-रमजान के इस वीडियो को शेयर करते हुए इस्लामी हैंडल CISF जवानों पर आदिल नाम के मुस्लिम युवक की टोपी उछालने, पिटाई करने, खाना छीन लेने और इफ्तारी से मना करने जैसे आरोप लगा रहे हैं। ऑपइंडिया ने इन तमाम आरोपों की पड़ताल की।
क्या है वायरल वीडियो में
आए दिन हिन्दू विरोधी और भ्रामक ट्वीट करने वाले वाजिद खान ने रविवार (7 अप्रैल, 2024) को 57 सेकेंड के इस वीडियो को शेयर किया है। वीडियो में पहले सुरक्षा जाँच बैरियर पर मुस्लिम युवक को जवानों से उलझते देखा जा सकता है। कुछ ही सेकेंड बाद वही युवक मेट्रो के बाहर 3 जवानों से विवाद करता दिखाई दे रहा है। उसने CISF जवानों को गालियाँ भी दीं। आखिरकार जवानों ने उस युवक को काबू किया और अपने साथ ले कर अंदर गए। मेट्रो स्टेशन में ही मौजूद किसी यात्री ने इस वीडियो को शूट किया जो बाद में वायरल हो गया।
लंचबॉक्स में केवल खाने-पीने की चीजें जैसे फल होते हैं बम नहीं..!!
— Wajidkhan (@realwajidkhan) April 7, 2024
दिल्ली-सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर लंचबॉक्स में 'इफ्तारी' लेकर जा रहे एक मुस्लिम युवक को बीएसएफ के जवानों ने रोका और जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी।
आखिर मुसलमानों से इतनी दिक्कत क्यों है ( pic.twitter.com/VV2aPDqluU
वाजिद खान ने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर शेयर कर इस वीडियो के कैप्शन में लिखा, “लंचबॉक्स में केवल खाने-पीने की चीजें जैसे फल होते हैं बम नहीं। दिल्ली-सीलमपुर मेट्रो स्टेशन पर लंचबॉक्स में ‘इफ्तारी’ लेकर जा रहे एक मुस्लिम युवक को BSF के जवानों ने रोका और जब उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी। आखिर मुसलमानों से इतनी दिक्कत क्यों है।” नदीम अहमद नाम के एक अन्य यूजर ने तो सुरक्षाकर्मियों पर मुस्लिम युवक का खाना तक छीन लेने का आरोप लगा डाला।
आए दिन विवादित ट्वीट करने वाले शादाब चौहान ने तो CISF जवानों पर कार्रवाई की माँग कर डाली। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुस्लिम व्यक्ति को इफ्तारी के लिए मेट्रो में खाना ले कर नहीं जाने दिया गया।
आयशा राजपूत नाम के X हैंडल से तो यह भी दावा किया गया है कि यात्री के साथ CISF जवानों के महज इसलिए अभद्रता की थी क्योंकि वो मुस्लिम था।
उकसाया जा रहा मुस्लिमों को
आदिल का वीडियो ‘हिंदुस्तान लाइव फरहान याहिया’ नाम के यूट्यूब चैनल पर भी शेयर हुआ है। इस चैनल के नीचे तमाम लोग CISF जवानों के खिलाफ मुस्लिमों क उकसाते दिखे। वकील अहमद ने लिखा, “गलत को जवाब देना बेहद जरूरी थी। चाहे वो देश का बादशाह ही क्यों न हो।” वहीं AKCreative0837 नाम के यूजर ने लिखा, “तमाशाई देख रहें हैं और उसमें अच्छे-खासे मुस्लिम हैं।”
न हुई मारपीट, न ही ले जाया गया थाने
अधिकतर इस्लामी हैंडलों ने अज्ञानतावश कॉपी पेस्ट के चक्कर में जवानों को BSF का बताया है। असल में जवान पैरामिलिट्री CISF के हैं जो दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में अधिकृत रूप से तैनात हैं। ऑपइंडिया की पड़ताल में वीडियो में दिख रहा युवक ‘हिंदुस्तान लाइव फरहान याहिया’ नाम के यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू देता मिला। इस इंटरव्यू में युवक ने अपना नाम आदिल बताया। आदिल ने CISF जवानों द्वारा अपने साथ मारपीट करने और खुद को थाने भिजवाने जैसे खबरों को झूठा और निराधार बताया है।
आदिल का दावा है कि यह कुछ देर की आपसी तू-तू, मैं-मैं थी जिसके बाद जवानों ने उसे बिना पुलिस के हवाले किए घर जाने के लिए छोड़ दिया था।
चेकिंग बनी झगड़े की वजह, आदिल ने दी गालियाँ
मुस्लिम होने के नाते प्रताड़ित करने जैसे आरोपों को सिरे से नकारते हुए आदिल ने झगड़े की वजह को चेकिंग के दौरान हुई कहासुनी को बताया। आदिल ने अपने इंटरव्यू में बताया है कि एक बार चेकिंग में बाद जिस डिब्बे में इफ्तारी का सामान रखा था उसे CISF के जवानों ने दोबारा खोल कर दिखाने के लिए कहा। आदिल ने इस माँग पर अकड़ दिखाई और वहीं से यह विवाद शुरू हो गया। बाद में CISF के जवान आदिल की सख्त तलाशी लेने लगे जिसमें कपड़े और टोपी भी शामिल थीं।
इसी बात पर थोड़ी देर तक झगड़ने के बाद आदिल ने सुरक्षाकर्मियों को गालियाँ भी दीं। चेकिंग के बाद खाने डिब्बा आदिल को वापस भी कर दिया गया था।
दोनों तरफ से कोई कार्रवाई नहीं
इस मामले को अपने-अपने एंगल से तूल दे रहे लोगों को भी आदिल ने जवाब दिया है। एक अन्य वीडियो में उन्होंने कहा कि न तो उन पर कोई कार्रवाई हुई और न ही उन्हें किसी पर करनी है। दोनों तरफ से कोई शिकायत नहीं दी गई है।