दिल्ली भाजपा के फायरब्रांड नेता कपिल मिश्रा ने ऑपइंडिया से बातचीत के दौरान हर सवालों का, दंगों पर वामपंथी मीडिया द्वारा फैलाए जा रहे हर प्रोपेगंडा पर करारा वार करते हुए जवाब दिया। कपिल मिश्रा ने कहा कि ये सीएए विरोधी दंगा था जो पुलिस-विरोधी भी था क्योंकि पुलिस पर हमले किए गए और पुलिस विरोधी नारे लगाए गए। उन्होंने कहा कि अंकित शर्मा से लेकर रतन लाल तक, इनलोगों को किसने मारा, इस पर कोई बात नहीं हो रही है। कपिल मिश्रा ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि इनका सीएए से कोई मतलब नहीं है। वो हिंसा करते हैं और एक विलेन ढूँढ लेते हैं।
कपिल मिश्रा ने कहा कि उन्हें इसीलिए बदनाम किया जा रहा है ताकि भविष्य में कोई और कपिल मिश्रा न पैदा हो, कोई तथ्यों पर बात करते हुए उनके ख़िलाफ़ आवाज़ न उठा पाए। कपिल मिश्रा ने कहा कि जिस कॉन्ग्रेस की पूर्व निगम पार्षद इशरत जहाँ दंगा फैलाने के आरोप में जेल गई हैं, जिस आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन ने दंगा किया, वो पार्टियाँ अब उन पर हमले कर रही है। कपिल मिश्रा ने बताया कि वो उसी क्षेत्र में रहते हैं, जहाँ ये देंगे हुए। बकौल कपिल मिश्रा, ताहिर हुसैन के साथ उनकी फोटो वायरल की जा रही है जो 7 साल पुरानी है।
बकौल कपिल मिश्रा, आप नेता संजय सिंह और अमानतुल्लाह खान सहित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से दंगों के दौरान कई बार बात की, जिसकी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जामा मस्जिद दंगे में और सीलमपुर दंगे में जिनका नाम आया, उन्हें केजरीवाल ने विधानसभा का टिकट दिया। शोएब इकबाल और अब्दुर रहमान को टिकट दिया गया। इन दोनों के लिंक्स की कोई चर्चा क्यों नहीं करना चाहता है? कपिल मिश्रा ने मुस्तफाबाद के विधायक हाजी यूनुस पर भी दंगों में संलिप्तता के गंभीर आरोप लगाए।
कपिल मिश्रा ने आशंका जताई कि हमले का स्तर बहुत बड़ा हो सकता था। उन्होंने पूछा कि इन दंगों की तैयारी कौन लोग और क्यों करते हैं, इसकी जाँच होनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस पूरे दंगे में कहीं भी एंटी-सीएए नहीं है। बकौल कपिल मिश्रा, अगर भजनपुरा में पेट्रोल पम्प पर आग लगाने में वो पूरी तरह सफल हो जाते तो शायद आधा किलोमीटर के पूरे क्षेत्र में भयानक तबाही मचती। उन्होंने माँग की कि इसक बारे में टीवी मीडिया में डिबेट होने चाहिए। दिल्ली की बस्तियों में कुछ लोगों को कट्टरवादी बना दिया गया है। उन्होंने कहा:
“रवीश कुमार बेशर्मी का सबसे बड़ा उदाहरण हैं। उन्होंने मोहम्मद शाहरुख़ को अनुराग मिश्रा बताया और कहा कि वो कपिल मिश्रा का कोई सम्बन्धी हो सकता है। मोहम्मद शाहरुख़ ने उन दंगों में 8 राउंड फायरिंग की थी। फोटोशॉप कर के मेरे साथ उसकी तस्वीर वायरल की गई, जो झूठ निकली। गोधरा में पूरी की पूरी ट्रेन में रामभक्तों को जिन्दा जला दिया गया, तब भी ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया गया- जैसा मेरे लिए अब किया जा रहा है। इसमें बड़े-बड़े लोग शामिल हैं जिन्हें कई अवॉर्ड्स मिल चुके हैं। राजदीप सरदेसाई भी मेरा नाम लेकर अजेंडा चला रहे हैं, जनता खुल कर उनका विरोध कर रही है।”
भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने जनता को सलाह दी कि वो अलर्ट रहें, पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें क्योंकि पुलिस को विलेन बनाया जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि वो अपने समाज में रह रहे ताहिर हुसैन को पहचानें क्योंकि जब अपने घर में आग लगेगी तो न तो 200 लिटर फ्री पानी काम आएगा और न ही डीटीसी की बस फ्री में ले जाएगी। बकौल कपिल मिश्रा, ये संवेदनशील दौर है और हिंसा नहीं करनी है लेकिन सड़कें बंद किए जाएँ तो प्रतिरोध करना है क्योंकि हमें दफ्तर जाने से या बच्चों को स्कूल जाने से कोई नहीं रोक सकता।