चुनाव के नतीजों के साथ ही देशभर कॉन्ग्रेस पार्टी के साथ मतदाताओं ने जो अ’न्याय’ किया है, उसके रुझान आने शुरू हो चुके हैं। इस रुझान से भले ही निष्पक्ष पत्रकार और राहुल गाँधी असंतुष्ट हों, लेकिन देश का एक वर्ग ऐसा भी है जिसकी खुशियाँ छुपाए नहीं छुप रही है। ये वो लोग हैं जिन्हें कॉन्ग्रेस ने पिछले 5 साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सस्ते, घटिया और निहायत ही वाहियात चुटकुले बनाने के लिए रोजगार दिया था।
सूत्रों के मुताबिक़ 5 साल रोजगार की कमी का रोना रोने वाले कुणाल कामरा और स्टूडियो में निष्पक्ष पत्रकार जिस तरह से कॉमेडियंस बनकर उभरे हैं, उनके लिए आने वाले 5 साल में भी कॉमेडी करने के भरपूर अवसर आने वाले हैं। कॉन्ग्रेस का कहना है कि वो विपक्ष में रहकर भी लोगों को रोजगार देना चाहती है और वो अपने इस कार्य को पूरा कर के रहेगी। हालाँकि, आँकड़ों में बात कर के अपनी विश्वसनीय साबित करने वाले NDTV और BBC के ट्रोल पत्रकार और लिबरल गिरोह के कॉन्सपिरेसी थ्योरी एक्टिविस्ट ध्रुव राठी ने कॉन्ग्रेस को बताया कि उनके ऐसा करने से रोजगार का क्रेडिट भी मोदी सरकार को ही जाएगा और इस कारण उन्हें मोदी सरकार के दौरान बेरोजगारी के झूठे आँकड़ों को फैक्ट बनाकर बताने में परेशानी होगी।
कॉन्ग्रेस प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा है कि इन लोगों ने लगातार कॉन्ग्रेस पार्टी की मदद की है, और कॉन्ग्रेस का यह फ़र्ज़ है कि कम पार्टी फण्ड के बावजूद, राहुल गाँधी के कुछ विदेशी यात्राओं के पैसे बचा कर हर सस्ते कॉमेडियन को प्रति चुटकुला 5 रुपए सीधे उनके खाते में डाल दिए जाएँगे।
राहुल गाँधी ने किया कॉमेडियंस से प्रत्यक्ष रूप से कॉमेडी करने का वायदा
देखा जाए तो देश में कॉन्ग्रेस ही अकेली पार्टी है, जिसने कुणाल कामरा जैसों की कॉमेडी में गंभीरता तलाश ली थी। लेकिन राहुल गाँधी के होते हुए भी कॉन्ग्रेस को सस्ते कॉमेडियंस आउटसोर्स करने पड़े ये बात चौंका देने वाली थी। गोदी मीडिया ने जब राहुल गाँधी से इस बारे में सवाल किया, तो उनका जवाब था, “देखिए भाई साहब, मैं फ्रेंक्ली कहता हूँ, आप लिख के ले लीजिए, मैं कॉमेडियंस के साथ पूरा न्याय करूँगा। मैं नहीं चाहता था कि देश के और किसी कॉमेडियन को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौक़ा ना मिले इसलिए मैं खुलकर सामने नहीं आया। लेकिन, अब जब कुणाल कामरा जैसे लोग कॉमेडी कर के बहुमत नहीं दिला पा रहे हैं, तो मुझे अब ये जिम्मेदारी अपने हाथों में लेनी ही होगी। मैं ये मजा पूरे देशवासियों को देना चाहता हूँ।”
देश में सबसे पहले कौन लेकर आया था कॉमेडी?
देश में सबसे पहले कॉमेडी को किसने जन्म दिया था के सवाल पर राहुल गाँधी ने बताया, “ऑफ़कोर्स राजीव गाँधी ने”
जब कॉन्ग्रेस को नरेंद्र मोदी को हराने के लिए वास्तव में अपनी मेहनत और ऊर्जा मुद्दों पर लगानी थी, तब वो सस्ते कॉमेडियंस का गंभीरता से लेते हुए उन्हें 100 प्रतिशत रोजगार की गेरेंटी देती रही। कॉमेडी के नाम पर खुद कॉमेडी AIB जैसों के पतन का सबसे बड़ा फायदा कुणाल कामरा को हुआ। कॉन्ग्रेस ने कुणाल कामरा को अपनी पार्टी का प्रवक्ता बनाकर उन्हीं के जैसे दूसरे ऐसे कॉमेडियंस को उम्मीद दी, जो सोशल मीडिया पर दिन-रात मोदी समर्थकों को भक्त बताते नजर आते हैं।