उत्तर प्रदेश स्थित राम की नगरी अयोध्या में भव्य दीपोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत हो चुकी है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर लिखा, ‘दीप विकास का, उजियारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का’। अयोध्या राममय है। बुधवार (3 नवंबर 2021) को 5वें दीपोत्सव पर सरकार अपना पुराना रिकॉर्ड तोड़ेगी।
पूरे अयोध्या में 12 के दीप के साथ सरयू के किनारे राम की पौड़ी से जुड़े 32 घाट पर करीब 9.51 लाख दीप जलाए जा रहे हैं। वालंटियर्स को 30 मिनट में दीपों को जलाना है। इसे गिनीज बुक रिकॉर्ड में दर्ज किया जाएगा। उधर, CM योगी माँ सरयू की आरती कर रहे हैं।
केंद्रीय पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि अयोध्या विश्व के सर्वाधिक पर्यटन वाली नगरी में से एक बनेगी। यहाँ जल्द ही भगवान श्रीराम का भव्य मंदिर बनकर तैयार होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव से पहले कहा कि 30 अक्टूबर 1990 और 2 नवंबर 1990 को अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियाँ चलाई गई थीं। तब ‘जय श्रीराम’ बोलना और राम मंदिर की बात करना अपराध होता था, लेकिन लोकतंत्र की ताकत कितनी मजबूत होती है कि जो 31 वर्ष पहले राम भक्तों पर गोलियाँ चला रहे थे, वे आज जनता की ताकत के सामने झुके हैं।
सीएम योगी ने कहा, “अब लगता है कि अगर आप कुछ वर्ष और इस तरह से ले चले तो वे और उनका खानदान लाइन में खड़े होते दिखाई देंगे। अगली कारसेवा जब होगी तब गोली नहीं चलेगी, तब रामभक्तों, कृष्णभक्तों पर पुष्प वर्षा होगी। यही लोकतंत्र की ताकत है।”
सीएम ने कहा कि पहले प्रदेश का पैसा कब्रिस्तान की बाउंड्री पर खर्च होता था, आज मंदिरों के पुननिर्माण और सुंदरीकरण पर खर्च हो रहा है। जिनको कब्रिस्तान प्यारा था, वो जनता का पैसा वहाँ लगाते थे और जिन्हें धर्म, संस्कृति प्यारी है, वो धर्म-संस्कृति के उत्थान के लिए उस पैसे का उपयोग कर रहे हैं।
दीपोत्सव कार्यक्रम से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में 661 करोड़ रुपये की 50 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
सीएम योगी ने इस दौरान कहा, “अयोध्या अब एक नई सांस्कृतिक नगरी के रूप में दुनिया के अंदर छानी चाहिए। दुनिया की कोई ताकत 2023 तक अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण को नहीं रोक सकती।” वहीं, वियतनाम, केन्या, त्रिनिदाद और टोबैगो के राजदूतों ने भगवान राम, लक्ष्मण और सीता के किरदार निभाने वाले कलाकारों का राजतिलक किया।