वाराणसी के श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी को 90 हजार रुपए हर महीने मिलेंगे। अन्य पुजारियों को 65 से 80 हजार रुपए प्रतिमाह मिलेंगे। 50 पुजारियों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा। ये फैसले श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की बैठक में लिए गए हैं।
न्यास की 105वीं बैठक में निर्णय पुजारियों को अच्छे तरीके से जीवनयापन करने के लिए सम्मानजनक मानदेय देने का निर्णय किया गया। इसके अलावा मंदिर में 50 पुजारियों की नियुक्ति करने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए न्यास की ओर से भर्ती विज्ञापन निकला जाएगा।
मंदिर में तीन स्तर के पुजारियों की नियुक्ति की जाएगी। मुख्य पुजारी को ₹90 हजार प्रतिमाह, कनिष्ठ पुजारी को ₹80,000 प्रतिमाह और सहायक पुजारियों को ₹65,000 प्रतिमाह दिए जाएँगे। उन्हें इसके अलावा भी कुछ भत्ते उपलब्ध करवाए जाएँगे। मंदिर में पुजारियों की भर्ती और उनके वेतन भत्ते को लेकर यह निर्णय एक नियमावली के जरिए लागू किए जाएँगे। यह नियमावली मंदिर न्यास के गठन के 40 वर्षों के बाद लाई गई है। काशी विश्वनाथ मंदिर को प्रशासन ने अक्टूबर 1983 में न्यास के अंतर्गत लिया था।
मंदिर न्यास की बैठक में अन्य कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए हैं। न्यास ने निर्णय लिया है कि प्रतिदिन शहर के बस अड्डों, रैन बसेरों और स्टेशन पर रहने वाले लोगों को भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। इन लोगों के बीच प्रतिदिन काशी विश्वनाथ का प्रसाद बाँटा जाएगा। इसे मंदिर के अन्न क्षेत्र में ही तैयार किया जाएगा और फिर गाड़ियों से वितरित किया जाएगा।
मंदिर न्यास के अंतर्गत चलने वाले संस्कृत स्कूल में पढ़ने वाले कक्षा 6-12 के छात्रों को नि:शुल्क पुस्तकें और ड्रेस देने का निर्णय भी लिया गया है। इसको लेकर एक-दो माह के भीतर व्यवस्था कर ली जाएगी। इसके अलावा संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय को भी ₹1 करोड़ का बजट दिया जाएगा, इससे उसके भवन की मरम्मत हो सकेगी।
गौरतलब है बीते वर्षों में काशी में आने वाले श्रृद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। ऐसे में उनके लिए सुविधाओं को भी विकसित करने का फैसला हुआ है। मंदिर न्यास ने कहा है कि वह इसके लिए जमीन खरीद कर पार्किंग जैसी सुविधाएँ बनाने और आसपास की सड़कें भी चौड़ी करने पर विचार करेगा।