प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UAE (यूनाइटेड अरब अमीरात) के अबुधाबी में भव्य हिन्दू मंदिर का उद्घाटन किया। BAPS (बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम) स्वामीनारायण मंदिर 108 फ़ीट ऊँचा है। न सिर्फ UAE के हिन्दू समाज, बल्कि भारत-यूएई के रिश्तों में भी ये मंदिर एक नया अध्याय जोड़ेगा। स्वामीनारायण संस्था हिन्दू धर्म के वैष्णव संप्रदाय का हिस्सा है। दुनिया भर में इसके 1550 मंदिर हैं। नई दिल्ली और गुजरात के गाँधीनगर में स्थित अक्षर धाम मंदिर इसके सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है।
अभिनेता अक्षय कुमार भी मंदिर के उद्घाटन समारोह में मौजूद रहे। इस दौरान पीएम मोदी ने स्वामीनारायण की मूर्ति का अभिषेक भी किया। उन्होंने वहाँ पर बच्चों के साथ भी संवाद किया, उनकी कलाकृतियाँ देखीं। इस दौरान UAE के सहिष्णुता एवं सह-अस्तित्व मंत्री नाह्यान बिन मुबारक अल नाह्यान भी मौजूद रहे। मंदिर में एक पत्थर पर पीएम मोदी ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ का संदेश भी लिखा, जो उपनिषद से लिया गया है। मंदिर के कलाकारों से भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बातचीत की।
लंदन, हॉस्टन, शिकागो, अटलांटा, टोरंटो, लॉस एंजेल्स और नैरोबी जैसे दुनिया के सबसे बड़े व समृद्ध शहरों तक में BAPS स्वामीनारायण मंदिर हैं। दुनिया भर में इसके 3850 केंद्र हैं। साथ ये ये हर सप्ताह 17,000 आयोजनों को संपन्न कराता है। प्रमुख स्वामी जी महाराज संस्था के 10वें अध्यक्ष हैं, जिन्होंने 5 अप्रैल, 1997 को इस रेगिस्तान में एक भव्य हिन्दू मंदिर का सपना देखा था। UAE में अभी 33 लाख से भी अधिक भारतीय रहते हैं, ऐसे में संस्था की सोच थी कि वहाँ उनके लिए पूजा स्थल होने चाहिए।
इस मंदिर को 7 शिखर के साथ निर्मित किया गया है। नागर शैली में बने इस मंदिर का अगला हिस्सा वैश्विक मूल्यों की ओर इंगित करता है, वहीं जहाँ विभिन्न संस्कृतियों में सद्भाव का संदेश है, हिन्दू ऋषि-मुनियों को दर्शाया गया है और अवतारों की गाथाएँ कही गई हैं। ये मंदिर परिसर 27 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें से 13.5 एकड़ में मुख्य मंदिर है। 13.5 एकड़ का पार्किंग एरिया है, जिसमें 1400 कारण और 50 बसों को आराम से खड़ा किया जा सकता है।
2019 में UAE के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन ज़याद अल नाह्यान ने ये भूमि हिन्दू मंदिर के लिए उपहार में दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन से एक दिन पहले मंगलवार (13 जनवरी, 2024) को आयोजित एक कार्यक्रम में बताया भी कि यूएई के राष्ट्रपति ने कहा था कि वो जिस जमीन पर लकीर खींच देंगे, उसे मंदिर के लिए दे दिया जाएगा। इस मंदिर के सभागार में 3000 लोग एक साथ भजन-कीर्तन कर सकते हैं। मंदिर को 2020 में सर्वेश्रेष्ठ इंटीरियर डिजाइन और 2019 में MEP मिडल ईस्ट अवॉर्ड्स में सर्वश्रेष्ठ मेकेनिकल प्रोजेक्ट का सम्मान मिला।
#WATCH | Abu Dhabi: Prime Minister Narendra Modi engages with children at BAPS Hindu temple, who crafted miniature art pieces. pic.twitter.com/fx1iuNDaWi
— ANI (@ANI) February 14, 2024
ये मंदिर 108 फ़ीट ऊँचा, 262 फ़ीट लंबा और 180 फ़ीट चौड़ा है। इसमें राजस्थान के बलुआ पत्थर और इटली के संगमरमर का इस्तेमाल किया गया है। 20,000 टन पत्थर और संगमरमर 700 कंटेनरों में लाया गया था। मंदिर के निर्माण में 700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। मंदिर में कोई भी जंग लगने वाली वस्तु का इस्तेमाल नहीं किया गया है। भारत के अलग-अलग क्षेत्रों के देवी-देवताओं की प्रतिमाएँ हैं। मंदिर के पास एक ‘नदी’ भी बनाई गई है, जिसमें गंगा और यमुना का जल डाला गया है।