अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में भगवान राम की प्राण-प्रतिष्ठा का महोत्सव 15 जनवरी 2024 को निर्धारित किया गया है। इससे पहले देश भर में ‘राम प्रतिष्ठा शतकोटि हनुमान चालीसा अभियान’ शुरू किया गया है। इसके तहत राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पूरे देश में हनुमान चालीसा का 100 करोड़ पाठ करने का संकल्प लिया गया है।
21 मार्च 2023 से शुरू हो चुका यह अभियान 15 जनवरी 2024 तक चलेगा। यानी 300 दिन तक यह अभियान चलेगा। इसका उद्देश्य देश भर में सांस्कृतिक चेतना जागृत करना है। राम-प्रतिष्ठा ऐप में इस अभियान के बारे में पूर्ण जानकारी दी गई है। संकल्प पूर्ण करने वाले प्रत्येक भक्त का नाम एवं पाठ संख्या प्राण-प्रतिष्ठा के पश्चात् श्रीरामजी के चरणों में अर्पित की जाएगी।
सभी राम भक्तों को अपनी शक्ति एवं सामर्थ्यानुसार प्रतिदिन हनुमान चालीसा पाठ का संकल्प कर नियमित पाठ करने को कहा गया है। इस शुभ आह्वान में सभी रामभक्त अपनी इच्छानुसार प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करने का संकल्प ले सकते हैं।
श्री अयोध्याजी में हमारे प्रभु श्री राम जी का भव्य मंदिर निर्माण पुरा होने जा रहा इस कारण हमारे कई संतो ने मिलकर राम प्रतिष्ठा नाम से एक ऍप बनाया है जिस में एक करोड श्री हनुमान चालीसा पुर्ण करने का संकल्प किया है 🙏
— राजेन्द्र सनातनी🏹🙏जय श्री राम🙏 वंदे मातरम् 🇮🇳 (@RShanatani1963) April 10, 2023
आप भी अपने इच्छा और समय अनुसार संकल्प करके इस महायज्ञ में….👇 pic.twitter.com/g6NIaJH24m
हाल ही में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र ने बताया था, “14-15 जनवरी 2024 में रामलला को गर्भगृह में विराजमान किया जाएगा। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले पूरे देश में 100 करोड़ हनुमान चालीस का पाठ किया जाएगा।” जी न्यूज से बातचीत में उन्होंने कहा था, “7 मई 2023 तक राम मंदिर की छत बनकर तैयार हो जाएगी। श्री राम जन्मभूमि परिसर में नेपाल की देवशिला को रखा जाएगा। अगली रामनवमी से पहले रामलला अपने मूल गर्भ में विराजमान होंगे।” उन्होंने कहा था, “राम मंदिर के भूतल का निर्माण कार्य दिसंबर 2023 तक पूरा हो जाएगा। रामलला की मूर्ति बाल्यकाल (4-5 साल) की होगी। भगवान राम की मूर्ति खड़ी अवस्था में होगी।”
बता दें कि श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में बन रहा भगवान श्रीराम का मंदिर अब आकार ले रहा है। राम मंदिर के प्रथम तल का निर्माण 70 फीसदी पूरा हो चुका है। गर्भगृह का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। हाल ही में गर्भगृह की तस्वीर सामने आई थी। इसके अनुसार गर्भगृह के सभी स्तंभ खड़े हो चुके हैं। बाकी काम भी जोरों पर है। रामलला के दर्शन करने के लिए भक्तों को 32 सीढ़ियाँ चढ़नी होंगी।