अयोध्या में बन रहे श्रीराम मंदिर के लिए पहले दानदाता को प्राण-प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया गया है। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ के रहने वाले सियाराम ने श्रीराम मंदिर के लिए अदालत से निर्णय आने से पहले ही 1 करोड़ रुपए का दान दे दिया था। उन्हें अब मंदिर निर्माण के लिए पहले दानदाता के रूप में जाना गया है।
जानकारी के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित कार्यकर्ता सियाराम गुप्ता ने अक्टूबर 2018 में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ₹1 करोड़ दिए थे। उन्होंने यह धनराशि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के काशी प्रांत को दी थी। उनके रिकॉर्ड के अनुसार वह पहले दानदाता निकले हैं।
उन्होंने संकल्प लिया था कि वह श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए ₹1 करोड़ का दान देंगे। इसके लिए धन जुटाने को उन्होंने अपनी 16 बीघे जमीन बेच दी थी। हालाँकि, इससे भी पैसे पूरे नहीं हुए तो उन्होंने अपने रिश्तेदारों से ₹15 लाख उधार लिए। इस तरह से उन्होंने ₹1 करोड़ पूरे करके 20 नवम्बर, 2018 को दान किए थे।
हालाँकि, श्रीराम मंदिर के लिए देश के सुप्रीम कोर्ट से निर्णय एक वर्ष 9 नवम्बर 2019 को आया था। सियाराम गुप्ता इसके बाद इस दान को देकर भूल गए और इसका प्रचार-प्रसार भी नहीं किया। उनका कहना है कि उन्हें इसका प्रचार करने की कोई मंशा नहीं थी।
अब जब 22 जनवरी, 2023 को श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होनी है तो उससे पहले सियाराम गुप्ता को भी आमंत्रण भेजा गया है। उन्हें मंदिर का पहला दानदाता, रिकॉर्ड के अनुसार बताया गया है। सियाराम गुप्ता श्रीराम के अनन्य भक्त हैं। उन्होंने प्रतापगढ़ में प्रयागराज रोड पर एक मंदिर का निर्माण करवाया है और यहीं रह कर पूजा अर्चना करते हैं।
गौरतलब है कि 22 जनवरी 2024 को श्रीराम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है जिसमें 6000 से अधिक लोगों को बुलाया गया है। आमंत्रित लोगों में पुराने कारसेवक, कारोबारी, पत्रकार, नेता और विशिष्टगण शामिल हैं। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे।