Friday, November 15, 2024
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‘तेजाब की बोतल ले मेरे पीछे-पीछे दौड़ रहे थे लड़के’: भोजपुरी फिल्मों वाली अक्षरा सिंह ने एक्स और करण जौहर की खोली पोल

"हाथ में तेजाब की बोतलें लेकर कुछ लड़कों ने मेरा पीछा किया था। वे मेरे पीछे-पीछे दौड़ रहे थे।"

भोजपुरी फिल्मों की अभिनेत्री अक्षरा सिंह हाल ही में बिग बॉस ओटीटी से बाहर हुईं हैं। उन्होंने एंटरटेनमेंट टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में अपने एक्स बॉयफ्रेंड से लेकर करण जौहर तक पर बात की है। बताया है कि कैसे उनका करियर तबाह करने की धमकी दी गई। कैसे उनके पीछे तेजाब लिए लड़के भेजे गए और कैसे बिग बॉस में भेदभाव होता है।

अक्षरा ने कहा, “मुझे खुद पर गर्व है कि अगर आज मैं जिंदा हूँ तो केवल अपनी मजबूती की वजह से। मैंने जीवन में बहुत कुछ झेला है, जिसके बाद यहाँ तक पहुँची हूँ। हमेशा लोगों ने मुझे सपोर्ट किया। मैंने समय के साथ खुद को बदला है और दर्शकों के प्यार से मुझे आगे बढ़ने का प्रोत्साहन मिला।”

उन्होंने बताया, “मेरे एक्स बॉयफ्रेंड ने कुछ लड़कों तेजाब की बोतलें लेकर मेरे पीछे भेजा। मेरे करियर को तबाह करने की कोशिश की। हाथ में तेजाब की बोतलें लेकर कुछ लड़कों ने मेरा पीछा किया था। वे मेरे पीछे-पीछे दौड़ रहे थे। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूँ कि किसी भी महिला को ऐसा कुछ भी सहना ना पड़े, जिससे मुझे गुजरना पड़ा।”

अक्षरा ने बताया है कि वे जिस जगह से आती हैं वहाँ मनोरंजन की दुनिया में जाने वालों को सपोर्ट नहीं किया जाता है। लेकिन वे खुशनसीब हैं कि उनके माता-पिता ने हमेशा उनका समर्थन किया। उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। अभिनेत्री ने कहा, “मैं और मेरा परिवार दोनों खुद को बहुत अपमानित महसूस कर रहे थे, लेकिन उन्होंने मुझे कभी भी इस बात का अहसास तक नहीं होने दिया। मुझे याद है कि जब मैं तनाव से गुजर रही थी तो मेरे पापा ने मुझसे कहा था कि अगर तुम्हे ऐसी ही जिंदगी जीनी है तो इसे खत्म कर दो। अन्यथा सही तरीके से जियो। अपने पास्ट को मत देखो। फाइट करो मैं तुम्हारे साथ हूँ। पापा की इस बात ने मुझे इतनी ताकत दी कि मैंने फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।”

बिग बॉग की से बाहर होने के बाद उन्होंने इस शो को फिक्स बताते हुए करण जौहर पर भेदभाव का भी आरोप लगाया है। बॉलीवुड इंडस्ट्री के अपने कड़वे अनुभवों को लेकर अक्षरा ने कहा कि इंडस्ट्री से कोई भी मेरी मदद के लिए आगे नहीं आया। ऐसे लोग थे जो मुझे सांत्वना देने आए थे। लेकिन उनमें से ज्यादातर ने मुझे जज किया कि मैं ऐसी ही हूँ और इसलिए यह सब मेरे साथ हो रहा है। किसी ने मेरा साथ नहीं दिया। एक तरफ पूरी इंडस्ट्री थी और दूसरी तरफ मैं अकेली।

अक्षरा ने कहा, “जब आप मुंबई में रहते हैं, तो आपको सांस लेने के लिए भी पैसे की जरूरत होती है। मैंने जो भी पैसा कमाया था, मैंने उसका इस्तेमाल किया और अपने घर से पैसे उधार लिए और म्यूजिक बनाना शुरू किया। मुझे लगा कि अब मुझे कोई फिल्म नहीं मिलेगी, क्योंकि मैंने जो भी फिल्में साइन की थीं, मुझे उनमें से निकाल दिया गया था। मैंने अपने पैसे से म्यूजिक एलबम करना शुरू किया। लोगों ने इसको सराहा और इससे कुछ कमाई भी हुई। लेकिन, एक समय के बाद म्यूजिक कंपनियों ने मेरे गानों को इग्नोर करना और लेना बंद कर दिया। उन पर मेरे गाने न लेने का दबाव डाला गया। वह मेरे जीवन को दयनीय बनाने पर तुले हुए थे, मैं इसे जीने नहीं दूँगा… कैसे काम करेगी ये। या तो ये घर वापस जाएगी या सुसाइड करेगी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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