पाकिस्तान की सेना ने दीपिका पादुकोण का समर्थन किया है। बता दें कि दीपिका पादुकोण मंगलवार (जनवरी 7, 2019) को जेएनयू कैम्पस में पहुँची थीं, जहाँ वामपंथी नेता कन्हैया कुमार और जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष मौजूद थी। यह अजीब बात है कि हिंसा के ख़िलाफ़ प्रदर्शन का दावा करने वाले वामपंथियों के नेतृत्व वही आइशी कर रही थीं, जो ख़ुद नकाबपोश गुंडों का नेतृत्व करती देखी गई थीं। दीपिका पादुकोण का वामपंथियों का साथ देना विवाद का विषय बना। शुक्रवार को उनकी फ़िल्म ‘छपाक’ रिलीज हो रही है, ऐसे में लोगों ने इसे पब्लिसिटी स्टंट बताया।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने दीपिका पादुकोण का समर्थन किया। आसिफ गफूर ने दावा किया कि दीपिका पादुकोण युवाओं के लिए खड़ी हुई हैं, वो सच्चाई के लिए खड़ी हुई हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दीपिका की तारीफ़ की। उन्होंने दीपिका को एक बहादुर महिला बताया। आसिफ गफूर ने दावा किया कि दीपिका पादुकोण विपरीत परिस्थितियों में भी बहादुर की तरह खड़ी हुईं, जो उन्हें सम्मान के काबिल बनाता है। सीमा पर पाक सेना द्वारा सीजफायर के लगातार उल्लंघन को जायज ठहराने वाले आसिफ गफूर ने कहा कि मानवता को बाकी सभी चीजों से ऊपर रखना चाहिए।
इधर पाकिस्तान खुल कर जेएनयू के वामपंथियों के समर्थन में भी आगे आ रहा है। पाकिस्तान में रैली का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार (जनवरी 8, 2020) को लाहौर के छात्रों और शिक्षकों ने जेएनयू के समर्थन में रैली निकाली। इसके अलावा पाकिस्तान के मंत्री ने भी इनके समर्थन में सोशल मीडिया में अभियान चलाया। लाहौर में आयोजित रैली की थीम शायर फैज अहमद फैज की नज्म ‘लाजिम है कि हम भी देखेंगे’ रखा गया।
दीपिका पादुकोण की फ़िल्म ‘छपाक’ शुक्रवार को रिलीज हो रही है। इसी दिन अजय देवगन की ‘तानाजी’ और रजनीकांत की ‘दरबार’ भी आ रही है। ऐसे में, कई लोग उनके जेएनयू दौरे को एक पब्लिसिटी स्टंट भी बता रहे हैं। ताज़ा सूचना के अनुसार, पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दीपिका पादुकोण को लेकर किए गए ट्वीट को डिलीट कर दिया है।