सोशल मीडिया ‘फर्जी फ़ॉलोअर्स केस’ में मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) ने 29 साल के काशिफ़ मंसूर नाम के आरोपित को गिरफ्तार किया है। आरोपित काशिफ़ मंसूर एक सिविल इंजीनियर है और उस पर इंस्टाग्राम, ट्वीटर और फेसबुक जैसे सोशल मीडिया पर लोगो को फेक ‘लाइक्स’, ‘व्यूज’ और ‘फॉलोअर्स’ मुहैया कराने का आरोप है।
दरअसल, मुंबई पुलिस की क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट (CIU) ने एक ऐसे रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें सोशल मीडिया पर फ़ेक फॉलोवर्स और फर्जी ‘लाइक्स’ के धंधे में शामिल था। अधिकारियों ने बुधवार (जुलाई 22, 2020) को इस मामले में काशिफ़ मंसूर नाम के एक अन्य आरोपित को गिरफ्तार किया, जो एक ऐसी वेबसाइट चलाता था, जो प्रोफ़ाइल यूजर, जिसमें मुख्यतः कई प्रसिद्ध हस्तियाँ भी शामिल थीं, को फ़ेक फॉलोवर्स बेचा करते थे।
आरोपित की पहचान काशिफ मंसूर के रूप में हुई है, जो कथित तौर पर AVMSMM (www.amvsmm.com) नाम की वेबसाइट का मालिक है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिविल इंजीनियर काशिफ़ मंसूर ने पिछले कुछ महीनों में 5,000 ऑडर्स के माध्यम से अब तक 2.33 करोड़ फॉलोवर्स ‘बेच’ चुका है।
‘फ़ेक फॉलोवर रैकेट’ केस (Fake followers racket) में देश के 59 फर्म CIU के निशाने पर हैं और 175 के करीब सेलिब्रिटी और ‘सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर’ का नाम भी उजागर हुआ है, जिन्होंने इस तरह के फर्जी फ़ॉलोअर्स बढ़ाने की ‘स्कीम’ ली है। इस फर्जीवाड़े के अंतर्गत सोशल मीडिया का एक रेट तय किया जाता है, जिसमें फेक अकाउंट बनाए जाते हैं और ‘फेक लाइक्स’ दिए जाते हैं।
जाँच का सबसे बड़ा चौंकाने वाला पहलू यह है कि बॉलीवुड सेलिब्रिटी दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा जोनास के साथ 10 सेलिब्रिटीज के नाम फेक फॉलोअर्स की लिस्ट में शामिल हैं। इस मामले में फ़िल्म और क्रिकेट जगत से जुड़े कुछ बड़े नाम भी हैं जिन्हें पुलिस बयान के लिए तलब कर सकती है। इन फेक फॉलोअर्स को इंस्टाग्राम की भाषा मे ‘Bots’ कहा जाता है। अब मुंबई पुलिस जल्द ही इन इन सेलिब्रिटीज से पूछताछ कर सकती है।
गायिका भूमि त्रिवेदी द्वारा 11 जुलाई को बांगुर नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराने के बाद इस घोटाले का पर्दाफाश हुआ, जिसमें आरोप लगाया गया था कि किसी ने उसका नाम और फोटो का उपयोग करके इंस्टाग्राम पर एक प्रोफ़ाइल बनाई थी और वह किसी स्कैम में इसका इस्तेमाल कर रहा था।
इसके बाद, पुलिस ने गत 15 जुलाई को एक फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाने, ओरिजिनल एकाउंट्स के लिए ‘फॉलोवर’ और ‘लाइक्स’ की बिक्री और वेबसाइटों / पोर्टल्स द्वारा खुद को सोशल मीडिया मार्केटिंग एजेंसियों के रूप में प्रस्तुत करने वाली वेबसाइट/ पोर्टल्स के रूप में पेश करने वाले इस अंतरराष्ट्रीय रैकेट का खुलासा किया।