Thursday, November 14, 2024
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‘दारू पीने के बाद जाग जाता था मेरे अंदर का शैतान’: जावेद अख्तर ने खूब कबूला – पूरे 25 साल रहा बहुत बड़ा शराबी

जावेद अख्तर ने दावा किया है कि उन्होंने शराब को 3 दशक पहले ही छोड़ दिया था और वो अगर बीते वक्त में जा पाते, तो अपने जवान वर्जन को समझाते कि शराब पीना कितना नुकसानदेह है।

बॉलीवुडिया फिल्मों के माध्यम से आम लोगों की जिंदगी में उर्दू घुसेड़ने वाले और खुद को शायर कहने का दंभ भरने वाले जावेद अख्तर कभी दिन-रात शराब में डूबे रहते थे। जावेद अख्तर ने स्वीकार किया है कि वो 20-25 साल तक बहुत बड़े शराबी थे। वो शराब के नशे में शैतान बन जाते थे। उनका खुद पर कोई वश नहीं चलता था। हालाँकि जावेद अख्तर ने दावा किया है कि उन्होंने शराब को 3 दशक पहले ही छोड़ दिया था और वो अगर बीते वक्त में जा पाते, तो अपने जवाब वर्जन को समझाते कि शराब पीना कितना नुकसानदेह है।

We A Man, Yaar नाम के चैट शो में जावेद अख्तर ने कहा कि अपने करियर में सफलता पाने के साथ-साथ उन्होंने जिंदगी में शराब की लत का सामना भी किया है। वो शराब के आदी हो गए थे। शायद वो अपने जज्बातों को दबा रहे थे, लेकिन वो वाकई शैतान बन जाते थे। जावेद अख्तर ने शो के होस्ट से कहा, “शायद मेरे दबे हुए जज्बात थे, गुस्सा था, कड़वाहट थी। इसीलिए पीने के बाद मैं बहुत अपमानजनक हो जाता था, जो कि मैं आमतौर पर नहीं हूँ, न ही था। ये मेरे होश में रहते हुए कभी नहीं होता, लेकिन पीकर (पीने के बाद) कोई दूसरा शैतान निकल आता था।”

जावेद अख्तर ने आगे कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में कुछ अच्छी चीजें की है, उनमें शराब छोड़ना भी एक है। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई 1991 का वो दिन आखिरी दिन था जब मैंने शराब पी थी। उसके बाद मैंने कभी शैम्पेन की बोतल तक को नहीं छुआ, न ही कभी एक घूँट तक पी। यहाँ तक कि जश्न के दौरान चीयर्स करते हुए भी नहीं।

इस दौरान जब जावेद अख्तर से पूछा गया कि वो अपने जवान वर्जन से क्या कहना चाहेंगे? इसके जवाब में 79 साल के हो चुके जावेद अख्तर ने कहा कि वो अपने यंगर वर्जन से शराब न पीने के लिए कहते। अख्तर ने कहा कि मैंने 20-25 सालों तक जो शराब पी, वो नहीं करना चाहिए।

जावेद अख्तर ने कहा कि मेरा बहुत समय बर्बाद हुआ शराब में, मैंने अपनी जिंदगी का एक दशक बर्बाद कर दिया, जबकि उस समय मैं कुछ बेहतर काम कर सकता था। मैं उस समय में फ्रेंच या पर्शियन जैसी कोई भाषा सीख सकता था। मैंने समय और माहौल दोनों को बर्बाद कर दिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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