Sunday, November 17, 2024
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दीपिका पादुकोण का JNU जाना, गुमसुम गुड़िया बन ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ को देखना… ‘छपाक’ को हुआ नुकसान, ‘सैम बहादुर’ से पहले छलका दर्द

“मुझे यकीन है कि जवाब बिल्कुल साफ है। हाँ, बिल्कुल, इसने फिल्म पर असर डाला। क्योंकि बातचीत एसिड हिंसा से कहीं और चली गई, तो जाहिर तौर पर इसका असर फिल्म पर पड़ा। इसमें कोई शक नहीं है।"

एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण के 2020 की फिल्म ‘छपाक’ की रिलीज से पहले जेएनयू पहुँचने से इस फिल्म को नुकसान झेलना पड़ा था। इस बात का खुलासा फिल्म की निर्देशक मेघना गुलजार ने किया है। दरअसल, इस फिल्म की रिलीज से ठीक 3 दिन पहले ‘बाजीराव मस्तानी’ फेम एक्ट्रेस जेएनयू पहुँची थी। वहाँ वह CAA के विरोध में प्रदर्शन करने वाले टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ एकजुटता दिखाई थी। जिसके बाद सोशल मीडिया पर उनकी खूब आलोचना हुई थी और फिल्म के बहिष्कार की माँग ट्रेंड होने लगी थी।

बता दें कि ‘छपाक’ फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर और एसिड अटैक पीड़ितों के हकों के लिए आवाज उठाने वाली लक्ष्मी अग्रवाल की जिंदगी पर बनी थी। फिल्म का डायरेक्शन मेघना गुलज़ार ने किया था। हालाँकि, इसके बाद भी ‘छपाक’ बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा पाई थी।

अब फिल्म की डायरेक्टर मेघना गुलजार ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2023) को एक्सप्रेस अड्डा में स्वीकार किया है कि फिल्म की रिलीज से ठीक तीन दिन पहले दीपिका की विवादास्पद जेएनयू यात्रा ने फिल्म पर असर डाला। उन्होंने माना कि दीपिका के जेएनयू जाने से फिल्म को देखने वाले दर्शकों ने इसे लेकर पहले ही धारणाएँ बना लीं। इस वजह ने फिल्म के बिजनेस को नुकसान हुआ।

मेघना ने आगे कहा, “मुझे यकीन है कि जवाब बिल्कुल साफ है। हाँ, बिल्कुल, इसने फिल्म पर असर डाला। क्योंकि बातचीत एसिड हिंसा से कहीं और चली गई, तो जाहिर तौर पर इसका असर फिल्म पर पड़ा। इसमें कोई शक नहीं है।”

बता दें कि 2020 के जेएनयू हमले और नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के जवाब में छपाक की रिलीज़ से तीन दिन पहले, 7 जनवरी, 2020 को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में एक विरोध प्रदर्शन में दीपिका पादुकोण ने हिस्सा लिया था।

वहाँ वो खुलकर वामपंथी छात्रों के समर्थन में उतरी थीं। उन्होंने जेएनयू के विरोध प्रदर्शन में भी भाग लिया था। पादुकोण ने यहाँ तक कह डाला था कि उन्हें इस बात से गर्व होता है कि आज लोग बगैर-डरे अपनी आवाज़ उठ रहे हैं।

इसने सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया था। तब ट्विटर पर हैशटैग #BoycottChhapaak और #BlockDeepika अच्छा खासा ट्रेंड किया था। इसे लेकर अच्छा खासा बवाल होने के एक साल बाद ही दीपिका पादुकोण ने 2021 में नए साल के पहले ही दिन अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के सभी पोस्ट डिलीट कर दिए गए थे।

गौरतलब है कि फॉक्स स्टार स्टूडियोज, गोविंद सिंह संधू और मेघना गुलज़ार के साथ सह-निर्माता के तौर पर दीपिका पादुकोण ने ‘छपाक’ के साथ फिल्म प्रोडक्शन में पहला कदम रखा था। ये फिल्म 50 करोड़ रुपए की लागत से बनी थी, लेकिन ये अपनी लागत वसूल करने में भी नाकाम रही। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर महज 55.44 करोड़ रुपए की कमाई की थी।

शायद उस वक्त दीपिका को लगा हो कि जेएनयू जाने से उनकी इस फिल्म को फायदा पहुँचेगा, लेकिन उनकी ये रणनीति फिल्म पर ही भारी पड़ गई। फिल्म की निर्देशक मेघना गुलजार के खुलासे से तो यही साबित हो रहा है।

बता दें कि मेघना गुलज़ार की आगामी फिल्म फिल्म ‘सैम बहादुर’ 1 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है और यह रणबीर कपूर की एनिमल से टकराएगी। इस फिल्म में विक्की कौशल फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की भूमिका में हैं। फिल्म 1971 के युद्ध के दौरान भारत की जीत में मानेकशॉ के अहम किरदार को दिखाती है। इस जंग के बाद ही बांग्लादेश पाकिस्तान से अलग होकर एक नया देश बना।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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