इनकम टैक्स चोरी के आरोप में आयकर विभाग की ओर से फिल्मी सितारों के मुंबई और पुणे स्थित आवास व कार्यालय में चल रही छापेमारी अभी खत्म नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि ये छापेमारी 2-3 दिन और चलेगी। इस बीच जाँच में जुटे अधिकारियों को इन हस्तियों के ख़िलाफ़ कई सबूत हाथ लगे हैं।
कुल मिला कर ₹650 करोड़ की टैक्स चोरी का मामला उजागर हुआ है। अकेले तापसी व उनकी कंपनी पर पूरे ₹25 करोड़ की कर चोरी का संदेह है। करीब 5 करोड़ रुपयों को लेकर तो वह अधिकारियों के सवालों के जवाब भी नहीं दे पाईं।
कल शाम तक यह आँकड़ा 300-350 करोड़ तक की टैक्स चोरी का था। क्योंकि तब तक मामला अनुराग कश्यप और तापसी पन्नू तक सीमित था। लेकिन जाँच का दायरा जैसे ही फैंटम फिल्म्स और प्रोडक्शन कंपनियों के शेयर होल्डरों तक पहुँची, यह आँकड़ा लगभग ₹650 करोड़ की टैक्स गड़बड़ी तक पहुँच गया।
इनकम टैक्स अधिकारियों का ये भी मानना है कि तापसी पन्नू और अनुराग कश्यप समेत सभी फैंटम फिल्म के स्टेकहोल्डर्स ने अपने मोबाइल से डेटा डिलीट कर दिया है।
खबरों के अनुसार, आयकर विभाग को संदेह है कि एनसीबी की ओर से हुई कानूनी कार्रवाई के बाद तापसी और फैंटम फिल्म्स के शेयरहोल्डर्स ने अपने-अपने मोबाइल फोन से डेटा डिलीट कर दिया। जिसे लेकर सवाल उठ रहा है कि यदि कोई संदिग्ध डेटा था ही नहीं, तो उसे क्यों डिलीट किया गया।
इन सबके फोन का डेटा रिट्रिव करने के लिए भी अधिकारी एक्सपर्ट्स की मदद ले रहे हैं। तापसी का बयान कुछ दिन में दर्ज कर लिया जाएगा। छापेमारी में सामने आए सबूतों के बाद बता दें कि अब इस केस में दो मामले समानांतर चल रहे हैं। एक फैंटम फिल्म्स के शेयरधारकों के ख़िलाफ़ और दूसरा तापसी पन्नू के ख़िलाफ़।
बता दें कि कल तक मुंबई, पुणे के अलावा दिल्ली और हैदराबाद मिलाकर कुल 28 ठिकानों पर छापेमारी हुई। सीबीडीटी ने बताया कि आयकर विभाग सर्च और सर्वे ऑपरेशंस अंजाम दे रहा है। इसकी शुरुआत मुंबई में 2 फिल्म निर्माण कंपनियों, एक अभिनेत्री और दो टैलेंट मैनेजमेंट कंपनियों से 3 मार्च को हुई थी।
सीबीडीटी का कहना है कि 5 करोड़ रुपए कैश पेमेंट लेने की रसीदें तापसी पन्नू के घर से बरामद हुई हैं। कथित तौर पर टैक्स बचाने के लिए यह पेमेंट कैश के तौर पर ली गई। यही नहीं, फिल्म प्रोडक्शन हाउस फैंटम फिल्म्स ने बॉक्स ऑफिस पर जितने कलेक्शन की बात कही थी, उससे ज्यादा रकम की जानकारी मिली है।
कंपनी के अधिकारी 300 करोड़ रुपए का हिसाब नहीं दे पाए हैं। यह भी बताया है कि फैंटम फिल्म्स की हिस्सेदारी बेचने के लिए उसका अंडरवैल्यूएशन किया गया। फैंटम फिल्म्स को 2018 में डिजॉल्व कर दिया गया था। तब शेयरों की कीमत कम दिखाई गई थी और लेनदेन में गड़बड़ी की गई थी।
इससे पूर्व अधिकारियों ने छापेमारी के पहले दिन फ़िल्मी हस्तियों से पूछताछ करते हुए कुछ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेजों की जाँच की थी। साथ ही पता चला था कि संभव है ईडी भी अनुराग और तापसी के घर छापा मारे।