फ़िल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने अगले स्वतंत्रता दिवस पर फ़िल्म रिलीज़ की घोषणा कर दी है। ‘The Kashmir Files’ नाम की इस फ़िल्म का विषय उनके ट्वीट के अनुसार 90 के दशक में जिहादियों द्वारा किया गया कश्मीरी पंडितों का सामूहिक नरसंहार होगा।
Presenting #TheKashmirFiles
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) August 14, 2019
Next year, same time, on our 73rd Independence anniversary, we will bring you the unreported story of the most tragic and gut-wrenching genocide of Kashmiri Hindus.
Please bless our team as it’s not an easy story to tell. #KashmirUnreported pic.twitter.com/5pbgJ2OLZv
इसके अलावा उन्होंने आम जनता से इस विषय पर रिसर्च करने के लिए उनकी सहायता करने की भी अपील की है।
Thanks to everyone who suggested creative titles. Most suggested #TheKashmirFiles
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) August 14, 2019
The credit for #KashmirUnreported goes to @DimpleAtra
Please help us with research. If you know anything about the genocide of 1990, pl let us know.
This is truly your film.
ताशकंद फाइल्स, बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम, और अर्बन नक्सल्स के बाद अब…
विवेक अग्निहोत्री इसके पहले विवादास्पद और बहुचर्चित द ताशकंद फाइल्स और ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ फ़िल्में भी बना चुके हैं। शहरी नक्सलियों के गिरोह के काम करने के त्रिकोण और उनके दोगलेपन का भंडाफोड़ करने वाली ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ को लेकर विवेक अग्निहोत्री लिबरल गैंग के साथ-साथ अपने बॉलीवुड के साथियों के ही निशाने पर आ गए थे। उन्हें ‘राईट विंग ट्रोल’, ‘असफल फ़िल्मकार’ वगैरह कहा गया। इसी साल रिलीज़ ‘द ताशकंद फाइल्स’ पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की संदेहास्पद मौत और उसकी जाँच न होने की परिस्थितियों के बारे में थी। कॉन्ग्रेस और लिबरल गैंग ने फिल्म से भाजपा को चुनावी लाभ होने की आशंका से पुरज़ोर विरोध किया था।
2018 की उनकी किताब ‘अर्बन नक्सल्स’ भी 2014 की फिल्म ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ के ही विषय का विस्तार थी। इस किताब में ‘बुद्धा इन अ ट्रैफिक जाम’ के निर्माण की कहानी के अलावा शहरों और तथाकथित ‘संभ्रांत’ लोगों के बीच फैल रही नक्सली विचारधारा के फैलाव की भी बात की गई है।
बॉलीवुड, मीडिया ने इस बार किया स्वागत
इन्दु विवेक के पिछले प्रोजेक्ट्स के मुकाबले इस बार बॉलीवुड और मीडिया ने The Kashmir Files की घोषणा का कहीं अधिक उत्साहजनक रूप से स्वागत किया है। फिल्म के लिए विवेक को बधाई देने वालों में ‘फैशन’, ‘जेल’ और ‘इन्दु सरकार’ के फ़िल्मकार मधुर भंडारकर, स्वराज्य की पत्रकार स्वाति गोयल शर्मा, फिल्म कारोबार समीक्षक तरण आदर्श, 2 फ़िल्मफ़ेयर जीतने वाली लेखिका-निर्देशक ज्योति कपूर दास और मशहूर गायिका मालिनी अवस्थी प्रमुख हैं।
Congratulations @vivekagnihotri , All the best.?? https://t.co/Ilc8rZumpV
— Madhur Bhandarkar (@imbhandarkar) August 14, 2019
Keenly awaited. Best wishes for the project
— Swati Goel Sharma (@swati_gs) August 14, 2019
After #TheTashkentFiles, Vivek Ranjan Agnihotri announces his next film… Titled #TheKashmirFiles… Aug 2020 release. pic.twitter.com/Mroyw27TNs
— taran adarsh (@taran_adarsh) August 14, 2019
Wow!! All the best @vivekagnihotri and team #TheKashmirFiles #JaiHind ?????? https://t.co/fvDZ5b1ZLb
— Jyoti Kapur Das (@jkd18) August 14, 2019
My best wishes @vivekagnihotri
— Malini Awasthi (@maliniawasthi) August 14, 2019
Big salute to your courage, conviction and Honesty
Wishing a roaring successful venture in advance to you and your team. #TheKashmirFiles
? https://t.co/KRNPp1cobf
कश्मीर में होगी रियल लोकेशन पर शूटिंग
फिल्म खबरों की वेबसाइट कोईमोई ने दावा किया है कि The Kashmir Files की शूटिंग कश्मीर में ही होगी। यह प्रधानमंत्री की उस अपील के मुताबिक होगा, जिसमें उन्होंने मनोरंजन उद्योग से कश्मीर में शूटिंग को बढ़ावा देने की गुज़ारिश की थी।
Aligning with the Prime Minister’s appeal and the requirement of the script, The Kashmir Files will be shot in real locations within Kashmir and other prominent locations@vivekagnihotri #Articles370 #TheKashmirFiles #Koimoi https://t.co/vjb0ugROS7
— Koimoi.com (@Koimoi) August 14, 2019
‘इस्लामी मानसिकता छिपा मत देना’
ट्विटर पर लेखक संक्रांत सानु ने विवेक अग्निहोत्री से अपील की कि ‘बैलेंस’ बनाने के चक्कर में वह उस इस्लामी नफ़रत को न छिपाएँ, जो कश्मीरी पण्डितों के साथ हुई बर्बरता के पीछे थी। विवेक अग्निहोत्री ने ऐसा न करने का संक्रांत सानु को आश्वासन दिया।
I hope you don’t try to “balance” to tell the story and whitewash the Islamic bigotry which fueled it.
— Sankrant Sanu सानु (@sankrant) August 14, 2019
Good luck!
Knowing me so well and being my publisher what is your guess Sankrant?
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) August 14, 2019
Your book is clear but sometimes the films try to be too generous to the other side. ?
— Sankrant Sanu सानु (@sankrant) August 14, 2019
Just inho. I’m a publisher and a fan both. ?
I’d so much like the Kashmir story to be told in its heart-wrenching truth with the calls from mosques to kill kaffirs.