दंगल फिल्म में छोटी गीता फोगाट का किरदार निभाकर बॉलीवुड में प्रसिद्धि कमाने वाली जायरा वसीम पर अब मजहब का ऐसा सुरूर चढ़ा है कि वो इससे इतर कुछ बात करना पसंद ही नहीं करतीं।
हाल में उन्होंने देश भर में टिड्डियों के आक्रमण को अल्लाह का आजाब बताया था। जिसके बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स ने उन्हें खूब ट्रोल किया। बाद में जायरा ने अपना इंस्टाग्राम और ट्विटर अकॉउंट डिलीट कर दिया।
https://t.co/3ZsfR3nhUK pic.twitter.com/sz8hlpFLvZ
— Zaira Wasim (@ZairaWasimmm) June 1, 2020
इस बीच मशहूर कनाडाई पत्रकार तारेक फतेह ने उन पर निशाना साधते हुए कहा, “भारतीय मुस्लिम अभिनेत्री जायरा वसीम अल्लाह के प्रकोप का शिकार होने पर अपने ही देशवासियों का मजाक उड़ा रही हैं। देखें उन्होंने किस तरह से टिड्डियों के आतंक की व्याख्या की है।”
“So We sent upon them the flood and locusts and lice and frogs and blood: Signs openly self explained: but they were steeped in arrogance- a people given to sin”
— Zaira Wasim (@ZairaWasimmm) May 27, 2020
-Qur’an 7:133
अब जायरा फिर ट्विटर पर लौट आई हैं। इस बार उन्होंने तारेक फतेह की टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया दी। जायरा ने मजहब का हवाला देकर तारेक फतेह के लिए एक नोट लिखा और आखिर में ये भी स्पष्ट किया कि वह अब एक्ट्रेस नहीं हैं।
उन्होंने अपने नोट में कुरान का हवाला देते हुए लिखा, “अंकल फतेह, मैं यह मानती हूँ कि क्रोध और अभिशाप जैसे दावे करना (जब दुनिया कई चीजों से गुजर रही है), काफी असंवेदनशील है… हर चीज जो कुरआन में लिखी है, वह केवल इसलिए नहीं कि पढ़कर पीछे छोड़ दिया जाए, बल्कि अपनी जिंदगी के लिए सही राह बनाने के लिए है।”
जायरा वसीम ने अपने ट्वीट में आगे लिखा, “मेरे शब्दों को गलत तरीके से लिया गया है। इन शब्दों से आप मेरे अच्छे या बुरे विचार तय नहीं कर सकते हैं। मैं इस बारे में आपको सफाई नहीं दूँगी। ये मेरे और मेरे रब के बीच की बात है और मैं इस चीज को समझाने नहीं जा रही हूँ। मैं केवल अल्लाह के प्रति जवाबदेह हूँ, उनकी बनाई हुई चीजों की तरफ नहीं।”
वे आगे लिखती हैं, “दुनिया पहले से ही नफरत और कट्टरता जैसी कई मुश्किल चीजों से गुजर रही है और कम से कम हम यह कर सकते हैं कि हम इसे ज्यादा न बढ़ाएँ। और जैसा कि मैं हमेशा कहती हूँ कि जब भी हम सच्चाई जानना चाहते हैं तो हम इसे विनम्रता के साथ चाहते हैं। बाकि अल्लाह बेहतर जानता है। अल्लाह हमारी रक्षा करे और हमें सारी मुसीबतों से बचाए। और हाँ, अब मैं एक्ट्रेस नहीं हूँ।”
गौरतलब है कि इससे पहले जायरा वसीम ने अपने ट्विटर पर कुरान की एक आयत का जिक्र करते हुए लिखा था, “इसलिए हमने उन पर बाढ़ भेजे, और टिड्डे भेजे, और भेजे जूएँ-चीलड़, और मेंढक भेजे, खून भेजा: ये वैसी चेतावनियाँ हैं जो स्वविश्लेषित हैं: लेकिन वो सब अपने अज्ञान में गहरे डूबे हुए थे- वैसे लोग जो पापी हैं।”
इस ट्वीट के बाद उनकी जमकर आलोचना हुई। लोगों ने उनकी मंशा पर सवाल खड़े किए और अब तारेक फतेह को लिखे नोट पर भी लोगों ने अपनी राय दी है।
कुछ लोगों ने जायरा के नोट पढ़कर लिखा है कि वो खुद है कि ट्विटर पर कुछ भी डालते हुए ये बात उनके जेहन में है कि वो जो भी बात कर रही हैं, वो उनके और अल्लाह के बीच की है। लेकिन अगर वाकई ऐसा है तो उन्हें ये सब पब्लिक प्लैटफॉर्म पर लिखने की आ्वश्यकता नहीं है अल्लाह खामोश गुफ्तगू भी सुन लेते हैं।
Will be very happy if you just think all this in ur mind and dont write on Twitter 4 ppl to c whn u r not going to explain them anything. If its between Allah and You, then surely u dont have to write it on public platform or shout it loud. Allah can listen to silent conversation pic.twitter.com/SM57KhXCk0
— Zaffar (@Zaffar_Nama) June 1, 2020