भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा अमेरिकी शॉर्टसेलर हिंडनबर्ग रिसर्च को भेजे गए नोटिस में यह बात सामने आई है कि उसने किस तरह अडानी समूह को निशाना बनाया। इस खुलासे में किंगडन कैपिटल का नाम शामिल है। कहा जा रहा है कि अडानी को शॉर्ट सेल करने के लिए कोटक महिंद्रा बैंक का इस्तेमाल किया। हालाँकि, कोटक बैंक ने इससे इनकार किया है।
SEBI को हिंडनबर्ग द्वारा दिए गए जवाब से पता चला है कि उसने किंगडन कैपिटल से साथ मिलकर अडानी समूह के खिलाफ साझेदारी की और उसके शेयरों की शॉर्ट सेलिंग करके करोड़ों डॉलर का लाभ कमाया। इस खुलासे ने किंगडन कैपिटल और इसके संस्थापक मार्क किंगडन तथा इनके वित्तीय हथकंडों के बारे में पता चलता है। साथ ही हिंडनबर्ग का चीनी कनेक्शन भी सामने आया है।
Here’s a huge smoking gun in the sordid episode of the short sale of #Adani shares by #Hindenburg. Pursuant to #SEBI's notice to Hindenburg, the following facts emerge:
— Mahesh Jethmalani (@JethmalaniM) July 4, 2024
1. Hindenburg – a research agency – was hired by American businessman #MarkKingdon to prepare a report on the… https://t.co/yar0uEuarm
किंगडन कैपिटल और हिंडनबर्ग रिसर्च को लेकर वरिष्ठ अधिवक्ता महेश जेठमलानी ने सनसनीखेज खुलासा किया है। जेठमलानी ने खुलासा किया है कि किंगडन कैपिटल के मालिक मार्क किंगडन और उनकी चीनी मूल की पत्नी अनला चेंग ने अडानी ग्रुप पर रिपोर्ट तैयार करने के लिए हिंडनबर्ग रिसर्च को हायर किया था।
उन्होंने यह भी कहा कि किंगडन कैपिटल ने अडानी समूह के शेयरों को शॉर्ट सेल करने के लिए कोटक महिंद्रा के साथ ट्रेडिंग अकाउंट खोला था। इस दौरान अडानी पर रिपोर्ट तैयार करके हिंडनबर्ग रिसर्च ने मार्केट में अफरा-तफरी मचाई और शेयरों को शॉर्ट सेल करके करोड़ों-रुपए कमाए। हालाँकि, इस दौरान भारतीय खुदरा निवेशकों लाखों करोड़ों रुपए डूब गए।
जेठमलानी ने आगे कहा, “किंगडन ने कोटक की अंतर्राष्ट्रीय निवेश शाखा (KMIL) से अडानी शेयरों में व्यापार करने के लिए एक ऑफशोर फंड और खाते स्थापित करने के लिए संपर्क किया। इस प्रकार कोटक इंडिया ऑपर्चुनिटी फंड (KIOF) अस्तित्व में आया। हिंडनबर्ग रिपोर्ट तैयार होने से पहले KIOF ने मॉरीशस के रास्ते अदानी शेयरों में बड़ी शॉर्ट पोजीशन ली।”
उन्होंने आगे कहा, “व्यापार के लिए फंड ($40 मिलियन) किंगडन के मास्टर फंड द्वारा प्रदान किए गए थे। इसकी एक बड़ी शेयर होल्डिंग किंगडन परिवार के पास है, जिसमें मार्क किंगडन की हाई प्रोफाइल पत्नी अनला चेंग भी शामिल हैं।” चीनी अमेरिकी नागरिक अनला चेंग अमेरिका में चीनी हितों के लिए एक प्रभावशाली लॉबिस्ट है। वह SupChina की सीईओ थी।
SupChina एक चीन समर्थक मीडिया कॉर्पोरेट थी। यह बाद में द चाइना प्रोजेक्ट नामक इकाई में बदल गई। चाइना प्रोजेक्ट को कुछ अमेरिकी सीनेटरों द्वारा इसकी विध्वंसकारी गतिविधियों की जाँच की माँग करने पर इसे बंद कर दिया गया। यह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से संबंध शामिल हैं।
कौन है चीनी नागरिक अनला चेंग
मार्क किंगडन की पत्नी अनला चेंग निजी इक्विटी फर्म सिनो-सेंचुरी की पार्टनर हैं। वह न्यूयॉर्क स्थित समाचार प्लेटफ़ॉर्म SupChina की संस्थापक हैं। उनका करियर निवेश बैंकिंग से संबंधित हैं। चेंग ने रॉबर्ट फ्लेमिंग एंड कंपनी में काम किया और कमिटी ऑफ 100 में रहीं और कोलंबिया ग्लोबल सेंटर, ईस्ट एशिया के बोर्ड में रहीं।
चेंग का किंगडन कैपिटल से जुड़ाव वित्तीय, सांस्कृतिक और भू-राजनीतिक नेटवर्क का विस्तार है। अनला चेंग की सुपचाइना के साथ भागीदारी के लिए अमेरिकी सीनेट द्वारा जाँच का सामना करना पड़ा। आरोप है कि सुपचाइना ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के एजेंटों को शरण दी। इससे विदेशी प्रभाव और जासूसी की गंभीर चिंताएँ पैदा होती हैं।
चेंग के खिलाफ जाँच 2022 में शुरू हुई थी। इसने उनकी पेशेवर गतिविधियों और विस्तार से किंगडन कैपिटल के संचालन पर भी छाया डाली। चेंग के खिलाफ आरोपों के संभावित निहितार्थ दूरगामी हैं क्योंकि वे राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक जासूसी और वित्तीय बाजारों की अखंडता को प्रभावित करती हैं। जाँच से किंगडन कैपिटल और उनके संबद्ध नेटवर्क पर प्रभाव पड़ सकता है।