एशिया कप 2022 में भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान अर्शदीप सिंह से छूटी एक कैच के बाद वह लगातार चर्चा में हैं। उन्हें खालिस्तानी दिखाने के लिए पाकिस्तान से नए-नए अकॉउंट बनाए गए और बदनाम भारतीयों को किया गया। इस बीच दुबई में मैच देखने गए अर्शदीप के माता-पिता भी वापस लौटे। उन्होंने मीडिया से बातचीत में उन सब सवालों पर प्रतिक्रिया दी जो इस समय अर्शदीप को लेकर उठ रहे हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए, अर्शदीप के पिता, सीआईएसएफ में सेवा दे चुके दर्शन सिंह ने कहा, “हम मैच देखने गए थे। भारत-पाक मैच हमेशा दिलचस्प होता है। जब कोई टीम हार जाती है तो उनके प्रशंसक भावुक हो जाते हैं, गुस्सा हो जाते हैं और कुछ शब्द भी कह देते हैं। हम इसे सकारात्मक रूप से ले रहे हैं और इसमें कोई समस्या नहीं है।”
"We also watched the first match and the second match was also good but silly mistakes happen and can happen by anyone. People have a habit to say, let them say. If people are commenting on it, it means they love him," says Daljeet Kaur, mother of Indian cricketer Arshdeep Singh pic.twitter.com/Cgk2webV1i
— ANI (@ANI) September 5, 2022
अर्शदीप की माँ बलजीत कौर कहती हैं, “हमने पहला मैच भी देखा था और दूसरा मैच भी अच्छा था। लेकिन कुछ गलतियाँ हो जाती हैं और वो किसी से भी हो सकती हैं। लोगो की आदत होती है कहना। उन्हें कहने दो। अगर लोग आप पर कमेंट कर रहे हैं तो इसका मतलब है कि वो आपको प्यार करते हैं।”
खुद सारी आलोचना पढ़ रहे हैं अर्शदीप
चंडीगढ़ में भी स्पोर्ट्स तक से बातचीत के दौरान अर्शदीप के पिता से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “मैं इसके बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता। खेल में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। बिना फैन्स के कोई गेम कुछ नहीं है। कुछ फैन्स समर्थन में होते हैं कुछ आलोचना करते हैं। खिलाड़ी का काम ये होता है कि वह उसे पॉजिटिव ले। फैन तो चाहता है कि उनकी टीम हर मैच जीते। लेकिन जीतना तो उनमें से किसी एक को है जो ग्राउंड पर हैं। मैच अच्छा हुआ है।”
अर्शदीप के पिता ने खेल के अलावा किसी भी चीज पर टिप्पणी करने से बिलकुल मना किया। उन्होंने अर्शदीप के लिए ‘खालिस्तानी’ जैसे शब्द कहे जाने पर भी कोई बात नहीं की और न ही इस विषय पर कुछ कहा जहाँ सरकार ने विकिपीडिया से जवाब माँगा है।
उन्होंने कहा कि दुबई में अर्शदीप उनके साथ था और वो सारे कमेंट खुद पढ़ रहा था ताकि खुद को मजबूत बना सके। वह आलोचनाओं को सकारात्मक ढंग से ले रहा था और इसी तरह वो अपने खेल को आगे सुधार पाएगा। उसके तो शब्द यही थे, “मैं ये ट्वीट और मैसेज देखकर हँस रहा हूँ। मैं इसको पॉजिटिव ही लूँगा। इससे मुझे और आत्मविश्वास मिला है।” अर्शदीप के माता-पिता कहते हैं, “अभी बहुत सारे टूर्नामेंट बाकी बचे हैं। वो जरूर छाएगा।”
अर्शदीप को बदनाम करने की कोशिश, विकिपीडिया से सरकार का सवाल
बता दें कि एक ओर जहाँ अर्शदीप सिंह के माता-पिता हैं जो अपने बेटे की ट्रोलिंग पर कुछ भी टिप्पणी करने से ज्यादा भारत के लिए ट्रॉफी और बेटे के खेल पर बात कर रहे हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता व पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह और ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक जुबैर समेत तमाम लिबरल भारत को बदनाम करने में व्यस्त हैं। ये दिखाया जा रहा है कि भारतीय अर्शदीप को खालिस्तानी बता रहे हैं जबकि हकीकत ये है कि ऐसे ट्वीट करने वाले पाकिस्तान हैंडल्स हैं। इसी बीच आईटी मंत्रालय ने विकिपीडिया को समन भेजकर पूछा है कि कैसे अर्शदीप सिंह के विकि पेज के साथ छेड़छाड़ हुई और ऐसी हरकतों को रोकने के लिए उनके पास क्या सुरक्षा मापदंड हैं।