Sunday, December 22, 2024
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राम मंदिर, महर्षि वाल्मीकि और दीपोत्सव के दीये… गणतंत्र दिवस पर यूपी की झाँकी में दिखेगी अयोध्या की धरोहर

“अयोध्या हमारा पवित्र स्थान है और राम मंदिर मुद्दे से श्रद्धालुओं का भावनात्मक जुड़ाव रहा है। हमारी झाँकी में (अयोध्या) नगर की प्राचीन धरोहर को दिखाया जाएगा।”

गणतंत्र दिवस के मौके पर देश की राजधानी दिल्‍ली में राजपथ पर होने वाली परेड पर पूरे विश्‍व की नजर होती है। इस जश्‍न में हर राज्‍य की झांकियाँ शामिल होती हैं। इस बार परेड में उत्तर प्रदेश की झाँकी बेहद खास होगी। यूपी की ओर से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर की महिमा और भव्यता का प्रदर्शन गणतंत्र दिवस परेड की झाँकी में किया जाएगा। परेड के लिए राम मंदिर और दीपोत्‍सव की झलक वाली झाँकी तैयार हो गई है।

26 जनवरी को राजपथ पर आयोजित होने वाली परेड में अयोध्या की धरोहर, भव्य राम मंदिर की प्रतिकृति, दीपोत्सव की झलक और पौराणिक ग्रंथ रामायण के विभिन्न हिस्सों की झाँकी प्रदर्शित की जाएगी। अधिकारियों ने शुक्रवार (जनवरी 22, 2021) को यह जानकारी दी। बताया गया कि झाँकी के अग्रिम हिस्से में महर्षि वाल्मीकि की एक प्रतिमा विराजमान होगी, जिसके पीछे मंदिर का प्रारूप मौजूद होगा।

उत्तर प्रदेश की टीम के साथ आए राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, “अयोध्या हमारा पवित्र स्थान है और राम मंदिर मुद्दे से श्रद्धालुओं का भावनात्मक जुड़ाव रहा है। हमारी झाँकी में (अयोध्या) नगर की प्राचीन धरोहर को दिखाया जाएगा।” यूपी की झाँकी में नृत्य करती दो महिलाओं समेत कलाकारों का एक समूह दिखेगा। भगवान राम की वेशभूषा में एक व्यक्ति भी झाँकी में दिखेगा। शुक्रवार को दिल्ली छावनी स्थित गणतंत्र दिवस सांस्कृतिक शिविर में कुल 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विभिन्न झाँकियों से मीडिया को अवगत कराया गया।

पीले रंग की रेशम की धोती और गले में रूद्राक्ष की माला पहने तथा हाथ में धनुष लिए चंदौली जिल के रहने वाले अजय कुमार ने कहा, “मैं बहुत उत्साहित और खुश हूँ कि अयोध्या और इसकी धरोहर को झाँकी में प्रदर्शित किया जाएगा और मुझे भगवान राम की भूमिका निभाने के लिए चुना गया है।”

यूपी की झाँकी में एक ओर मिट्टी के बने दीये जगमगा रहे होंगे, जो अयोध्या के दीपोत्सव के प्रतीक होंगे। वहीं, अन्य भित्ति चित्रों (वॉल पेंटिंग्स) में भगवान राम द्वारा निषादराज को गले लगाते और शबरी के जूठे बेर खाते, अहिल्या का उद्धार, हनुमान द्वारा संजीवनी बूटी लाया जाना, जटायु-राम संवाद, लंका नरेश की अशोक वाटिका और अन्य दृश्यों को दिखाया जाएगा

झाँकी का शीर्षक ‘अयोध्या: उत्तर प्रदेश का सांस्कृतिक विरासत’ होगा। इसमें अयोध्या और विभिन्न देशों में भगवान राम से संबंधित संस्कृति, परंपरा और कला को भी चित्रित किया जाएगा। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ खुद इस भव्‍य झाँकी का अवलोकन कर चुके हैं। भगवान राम के जन्मस्थान पर लंबे समय से प्रतीक्षित मंदिर के निर्माण के साथ अयोध्या धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन रहा है।

बता दें कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में बन रहे भव्य और दिव्य मंदिर के वैभव की झाँकी दिखाए जाने का प्रस्ताव यूपी की योगी सरकार ने पिछले साल दिसंबर में केन्द्र सरकार को भेजा था। 

गौरतलब है कि 5 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया था। नवंबर 2019 में भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने अयोध्या में विवादित भूमि पर दशकों से चली आ रही लड़ाई को समाप्त करते हुए राम मंदिर निर्माण की अनुमति दी थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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