Sunday, November 17, 2024
Homeविविध विषयअन्य10 दिन में संगीत जगत को दूसरा झटका: लता मंगेशकर के बाद अब मशहूर...

10 दिन में संगीत जगत को दूसरा झटका: लता मंगेशकर के बाद अब मशहूर गायक बप्पी लहरी का हुआ निधन, 70 के दशक में बॉलीवुड को दिया था रॉक म्यूजिक

69 वर्षीय बप्पी लहरी का असली नाम आलोकेश लाहिड़ी था। लोग उन्हें उनकी आवाज के अलावा उनके आभूषणों के कारण ज्यादा पहचानते थे। वह हमेशा गोल्ड ज्वेलरी से लदे होते थे। कहते हैं कि बप्पी लहरी इसे अपना लक मानते थे इसलिए हमेशा गोल्ड पहननकर रखते थे।

बॉलीवुड को 70 के दशक में रॉक म्यूजिक देने वाले मशहूर सिंगर व म्यूजिशियन बप्पी लहरी अब हमारे बीच नहीं हैं। मुंबई के अस्पताल में उनका कल रात 11 बजे निधन हो गया। वह लंबे समय से काफी बीमार थे। उनका इलाज क्रिटी अस्पताल में चल रहा था।

69 वर्षीय बप्पी लहरी का असली नाम आलोकेश लाहिड़ी था। लोग उन्हें उनकी आवाज के अलावा उनके आभूषणों के कारण ज्यादा पहचानते थे। वह हमेशा गोल्ड ज्वेलरी से लदे होते थे। कहते हैं कि बप्पी लहरी इसे अपना लक मानते थे इसलिए हमेशा गोल्ड पहननकर रखते थे।

बप्पी लहरी ने अपने करियर में काफी सारे हिट गाने दिए। उन्होंने रिएलिटी शो में भी भाग लिया था। 27 नवम्बर 1952 कोलकत्ता में पैदा हुए बप्पी लहरी ने अपने अलग अंदाज की वजह से पूरे फिल्म जगत में अपनी अलग पहचान बनाई थी। 

बॉलीवुड में आने की बात करें तो उन्होंने 70 के दशक से फिल्म इंडस्ट्री में काम करना शुरू कर दिया था। वह हर फिल्म में गाने के लिए निर्माणताओं की पहली पसंद थे। आज भी गुनगुनाया जाने वाला ‘यार बिना चैन कहाँ रे’, ‘तम्मा तम्मा’ ‘बंबई से आया मेरा दोस्त’, ‘आईएम डिस्को डांसर’, ‘जूबी-जूबी’ उन्हीं की आवाज में गाए गए गाने हैं।

बता दें पिछले दो साल में बॉलीवुड को कई झटके लगे हैं। इरफान खान, ऋषि कपूर, सुशांत सिंह राजपूत वो नाम हैं जिन्होंने पिछले सालों में अचानक दुनिया को अलविदा कह दिया। वहीं संगीत जगत में अभी 6 फरवरी को देश ने देश की दिग्गज गायिका लता मंगेशकर को खोया था और अब 16 फरवरी को बप्पी लहरी का निधन हो गया।

लहरी के निधन की खबरें आने के बाद अब कई कलाकार और आम यूजर्स सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उन गानों को याद किया जा रहा है जिन्हें अपनी आवाज देकर लहरी ने एक नई पहचान दी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -