Wednesday, November 27, 2024
Homeविविध विषयअन्यJ&K पाकिस्तान को देना चाहती हैं मलाला, पहले खुद घर लौटकर तो दिखाएँ: पूर्व...

J&K पाकिस्तान को देना चाहती हैं मलाला, पहले खुद घर लौटकर तो दिखाएँ: पूर्व No.1 शूटर हिना

हिना सिद्धू ने मलाला को याद दिलाया कि उन्हें अपने देश पाकिस्तान को छोड़ कर भागना पड़ा था, जिसके बाद से वह कभी वतन नहीं लौटी हैं। हिना ने मलाला से कहा कि पहले वह पाकिस्तान जाकर एक उदाहरण पेश करें।

विश्व की नंबर वन पिस्टल शूटर रहीं हिना सिद्धू ने नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला युसुफ़ज़ई को उनके दोहरे रवैये के लिए लताड़ लगाई है। दरसल, हिना ने मलाला के उस बयान का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने किसी कश्मीरी लड़की से बात करने का दावा किया था। मलाला के अनुसार, जम्मू कश्मीर की उस लड़की ने कहा:

“मैं ख़ुद को निरर्थक और खिन्न महसूस कर रही हूँ। ऐसा इसीलिए क्योंकि मैं स्कूल नहीं जा सकती। 12 अगस्त को परीक्षाएँ थीं और मैं स्कूल नहीं जा पाई। अब मेरा भविष्य असुरक्षित है। मैं एक लेखिका बनना चाहती हूँ और स्वतंत्र जीवन व्यतीत करना चाहती हूँ। मैं एक सफल कश्मीरी महिला बनना चाहती हूँ। जैसा चल रहा है, उस हिसाब से यह और कठिन होता जा रहा है।”

2013 और 2017 विश्वकप में पहले स्थान पर रह कर गोल्ड मेडल जीत चुकीं हिना ने कहा कि मलाला चाहती हैं कि जम्मू-कश्मीर क्षेत्र पाकिस्तान को दे दिया जाए। उन्होंने मलाला को याद दिलाया कि ये वही पाकिस्तान है, जहाँ कभी उनकी जान जाते-जाते बची थी। बता दें कि पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज़ उठाने वाली मलाला को कट्टरपंथी आतंकियों ने गोली मार दिया था, जिसके बाद वह कई दिनों तक अस्पताल में थीं।

2010 और 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीत चुकीं पिस्टल शूटर हिना सिद्धू ने मलाला पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए कितने मौके हैं, इसे वह बेहतर जानती हैं। उन्होंने मलाला को याद दिलाया कि उन्हें अपने देश पाकिस्तान को छोड़ कर भागना पड़ा था, जिसके बाद से वह कभी पाकिस्तान नहीं लौटी हैं। हिना ने मलाला से कहा कि पहले वह पाकिस्तान जाकर एक उदाहरण पेश करें।

ज्ञात हो कि मलाला ने बिना सबूतों के दावा किया कि बच्चों सहित 4,000 लोगों को गिरफ़्तार कर जेल में बंद कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि बच्चे 40 दिनों से स्कूल नहीं जा पाए हैं और लड़कियाँ घर से निकलने में डर रही हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

‘आप चुनाव जीते तो EVM सही, आप हारे तो हुई छेड़छाड़’: सुप्रीम कोर्ट ने सिस्टम बदलने से किया इनकार, अब बैलेट पेपर के लिए...

सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस पीबी वराले की बेंच ने याचिका को सुनवाई के योग्य ही नहीं पाया।
- विज्ञापन -