Sunday, November 17, 2024
Homeविविध विषयअन्यभारत के लिए 2024 में भी बहुमत की सरकार जरूरी: PM मोदी के सुधारों...

भारत के लिए 2024 में भी बहुमत की सरकार जरूरी: PM मोदी के सुधारों के मुरीद हुए मॉर्गन स्टेनली के MD, कहा- खंडित जनादेश से प्रगति होगी प्रभावित

मॉर्गन स्टेनली ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों के कारण बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। इसके कारण माइक्रो (Micro) और मैक्रो (Macro) इकोनॉमी और बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। यह भारत साल 2013 के भारत की तुलना में अलग है। इसने विश्व व्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।

अंतर्राष्ट्रीय निवेश बैंकर मॉर्गन स्टेनली ने द्वारा भारत सिर्फ 10 सालों में भारत के मजबूत स्थिति में पहुँचने के बाद अब उसके प्रबंध निदेशक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को ‘इन्फ्लेशन हॉक’ (Inflation Hawk) बताया है। इसका मतलब हुआ है कि पीएम ऐसे नीति निर्माता हैं, जो महंगाई पसंद नहीं करते। वे महंगाई को काबू में रखने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाने से लेकर हर तरह के उपाय करने से कतराते नहीं हैं।

मॉर्गन स्टेनली इंडिया के प्रबंध निदेशक रिधम देसाई ने कहा कि समृद्धि को बढ़ाने के लिए महंगाई पर काबू पाना जरूरी है। उन्होंने मैक्रो (Macro) स्थिरता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए भारत की प्रशंसा की, खासकर जब अमेरिका जैसे देश महामारी के दौरान महंगाई से निपटने की चुनौती का सामना कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी दे दौरान जब पश्चिमी देश नकदी जारी कर रहे थे, तब भारत गरीबों को भोजन दे रहा था।

उन्होंने कहा कि भारत ने ऐसी चुनौतियों से निपटने की नींव जनधन जैसे खाते खोलकर ही कर दी थी। इसके डिटिजल बैंकिंग को बढ़ावा, आधार के साथ बैंकों का जोड़ और फिर सरकारी स्कीमों का सीधा खाते में हस्तांतरण जैसे महत्वपूर्ण काम हुए। इससे बिचौलिए वाला भ्रष्टाचार खत्म हो गया। इस तरह RBI का प्रयास, लोक कल्याणकारी योजनाएँ और कॉरपोरेशन को लेकर सरकार की माइक्रो पॉलिसी में सुधार ने भारत को आर्थिक मोर्चे पर सशक्त बनाया।

न्यूज 18 से बात करते हुए रिधम देसाई ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में ‘खंडित’ जनादेश मिलता है तो इसका असर देश की प्रगति पर होगा। उन्होंने कहा, जब छोटे दलों के साथ गठबंधन सरकार बनाई जाती है तो अर्थव्यवस्था की तुलना में राजनीति के प्रबंधन पर बहुत अधिक ध्यान दिया जाता है। इसलिए, देश को बहुमत वाली सरकार की जरूरत है, जो सिर्फ राजनीति के बजाय अर्थव्यवस्था पर ध्यान दे।

रिधम देसाई ने कहा कि जब बहुमत की सरकार होती है तो सरकार को जीवित रखने के लिए काम करने के बजाय देश के महत्वपूर्ण मामलों पर ध्यान दिया जाता है। इसलिए बहुमत का फैसले का महत्व है। अतीत में भारत ने कुछ अल्पमत सरकारें दी हैं और उन वर्षों में भारत के अच्छे आर्थिक परिणाम नहीं रहे हैं। लोकतंत्र होने के नाते हर पाँच साल में ये स्थिति आएगी। यह एक जोखिम है, जिसे हमें ध्यान में रखना है।

रूस-यूक्रेन युद्ध की असर को लेकर देसाई ने कहा कि भारत को घरेलू अर्थव्यवस्था पर अधिक भरोसा करना होगा, जैसा कि पीएम ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ की बात कही है। हालाँकि, उन्होंने चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि भारत ने कच्चे तेल की स्थिति को अच्छी तरह से प्रबंधित किया है, लेकिन उसे भू-राजनीति के बारे में चिंतित होने की जरूरत है।

देसाई ने कहा कि भारत पिछले तीन दशकों में सबसे तेजी से विकास कर रहा है। दरअसल, मॉर्गन स्टेनली ने भारत को लेकर जारी रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासनकाल में भारत की अर्थव्यवस्था की प्रगति की खूब तारीफ की है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत द्वारा किए गए नीतिगत सुधारों के कारण 10 बड़े बदलाव देखने को मिले हैं। इसके कारण माइक्रो (Micro) और मैक्रो (Macro) इकोनॉमी और बाजार पर साफ दिखाई दे रहा है। यह भारत साल 2013 के भारत की तुलना में अलग है। इसने विश्व व्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया है।

मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, भारत में अभी प्रति व्यक्ति आय करीब 2200 अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.82 लाख रुपए) है, जो साल 2032 तक बढ़कर 5200 अमेरिकी डॉलर (लगभग 4.30 लाख रुपए) हो जाएगी। बैंकर का कहना है कि इससे लोगों के काफी रकम आएगी और वे इसे खरीद सकेंगे। मॉर्गन स्टेनली ने यह भी कहा है कि दुनिया के पूँजी प्रवाह बाजार में भारत की निर्भरता कम हो गई है। इससे भी उसकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर नहीं पड़ा है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

मुस्लिम घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र में उलझा है झारखंड, सरना कोड से नहीं बचेगी जनजातीय समाज की ‘रोटी-बेटी-माटी’

झारखंड का चुनाव 'रोटी-बेटी-माटी' केंद्रित है। क्या इससे जनजातीय समाज को घुसपैठियों और ईसाई मिशनरियों के दोहरे कुचक्र से निकलने में मिलेगी मदद?

दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत का AAP से इस्तीफा: कहा- ‘शीशमहल’ से पार्टी की छवि हुई खराब, जनता का काम करने की जगह...

दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने अरविंद केजरीवाल एवं AAP पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकार पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -