भारत सरकार ने पिछले दिनों सुरक्षा लिहाज से टिकटॉक समेत 59 चीनी एप को बैन करके फैसला लिया था। अब केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इस संबंध में इन सभी एप को 70 सवालों की सूची के साथ नोटिस भेजा है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में सवालों की संख्या 79 बताई गई है। साथ ही कहा है कि 22 जुलाई तक इनसे जवाब देने को कहा गया है। मंत्रालय ने नोटिस में कहा है कि अगर निर्धारित समय सीमा तक ये एप जवाब देने में विफल रहते हैं तो भारत में इन पर हमेशा के लिए बैन लगा दिया जाएगा।
रिपोर्ट के अनुसार, मंत्रालय को इन एप्स की पृष्ठभूमि और इनके संचालन की सूचना भारतीय खुफिया एजेंसी व ग्लोबस साइबर वॉचडॉग से मिल रही है। इसलिए एक बार इन चीनी एप्स से जवाब हासिल होने के बाद उनका मिलान मंत्रालय को मिल रही जानकारियों से किया जाएगा। ऐसे में अगर इन एप्स से जुड़ी कोई संदिग्धता सामने आती है तो ये बिंदु इन एप्स के लिए मुसीबत का कारण बन सकती है।
जानकारी के मुताबिक इन सवालों की विस्तृत सूची में उनके कॉरपोरेट मूल, मूल कंपनियों की संरचना, धन, डेटा प्रबंधन, कंपनी प्रैक्टिस और सर्वरों के बारे में जानकारी माँगी गई है जो उनके द्वारा उपयोग किए जा रहे हैं। इसके अलावा सरकार ने इन कंपनियों से सुरक्षा सुविधाओं के साथ-साथ “अनधिकृत डेटा एक्सेस” के बारे में जानकारी प्रस्तुत करने के लिए कहा है, जिससे जासूसी और निगरानी गतिविधियों के लिए डेटा का दुरुपयोग हो सकता है।
सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि चीनी एप्स पर सारी कार्रवाई एक संप्रभु राष्ट्र की सरकार में निहित शक्तियों और आईटी एक्ट की धारा 69 के तहत की गई है और इन कंपनियों से प्राप्त होने वाले उत्तरों को विशेष समिति को भेज दिया जाएगा, जो इन जवाबों की जाँच करेंगी।
यहाँ गौरतलब हो कि चीनी एप्स को लेकर भारत सरकार के कड़े फैसले के बाद टिकटॉक समेत अन्य कंपनियों ने आश्वासन दिया था कि उपयोगकर्ताओं के डेटा की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है और उनके खिलाफ डेटा के अनधिकृत उपयोग के आरोप निराधार हैं।
हालाँकि, बता दें कि पिछले साल जुलाई में भी, TikTok और Hello सहित कई चीनी एप्स को एक नोटिस में, सरकार ने “भारत विरोधी गतिविधियों” के लिए अपने प्लेटफार्मों का दुरुपयोग करने के आरोपों के बारे में 24 सवालों की एक सूची भेजी थी। लेकिन, इस बार मंत्रालय ने आश्वासन माँगा है कि भारतीय उपयोगकर्ताओं का डेटा किसी भी विदेशी सरकार या किसी तीसरे पक्ष या निजी संस्था को हस्तांतरित नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने की 29 तारीख को भारत सरकार ने टिकटॉक समेत 59 चायनीज मोबाइल एप को प्रतिबंधित कर दिया था। सरकार ने कहा था कि ये एप गोपनीयता के लिहाज से सुरक्षित नहीं हैं।
इससे कुछ दिन पहले ही भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सरकार को 52 एप्स को लेकर अलर्ट जारी किया था और देश के नागरिकों को भी इन एप्स को इस्तेमाल करने से मना किया था। खुफिया एजेंसियों के इस अलर्ट के बाद सरकार ने इन 52 एप्स समेत 59 एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया और सरकार ने इन चाइनीज एप्स को राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बताया।