टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रदर्शन शानदार रहा है। न सिर्फ हमारे 127 खिलाड़ियों ने इस बार टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, बल्कि 7 मेडल जीत कर भारत ने पिछले रिकॉर्ड तोड़ डाले। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खुद हर एक खिलाड़ी के प्रदर्शन पर नजर थी और कभी हमने उन्हें सेमीफाइनल में हार के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम को सांत्वना देते देखा तो कभी स्वर्ण पदक जीतने पर नीरज चोपड़ा को बधाई देते। पूर्व एथलिट अंजू बॉबी जॉर्ज ने भारत के खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर अपनी बात रखी है।
अंजू बॉबी जॉर्ज ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि आज पहली बार ऐसा हो रहा है जब केंद्र सरकार इस तरह से खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है, वरना उनके समय में तो वर्ल्ड चैंपियनशिप में भी मेडल जीतने पर देश तो सेलिब्रेट करता था लेकिन खेल मंत्रालय ऐसा दिखाता था जैसे ये कोई बड़ी बात नहीं। उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री खुद टूर्नामेंट से पहले खिलाड़ियों से एक-एक कर बात करते हैं और उन्हें प्रोत्साहित करते हैं।
‘अर्जुन अवॉर्ड’, ‘मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड’, ‘पद्म श्री’ और ‘BBC लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड’ से सम्मानित अंजू बॉबी जॉर्ज आज भारतीय स्पोर्ट्स को लेकर सरकार के रुख में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार में खेल मंत्री खुद खिलाड़ियों पर ध्यान देते हैं। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार में खेल मंत्री रहे किरण रिजिजू खुद खेल के क्षेत्र से थे और जब भी ज़रूरत होती थी, वो उपस्थित रहते थे।
उन्होंने बताया कि नए खेल मंत्री अनुराग ठाकुर भी खिलाड़ियों की ज़रूरतों को समझते हैं। 2003 में पेरिस में हुए एथलेटिक्स के वर्ल्ड चैंपियनशिप में लॉन्ग जम्प में कांस्य पदक जीतने वाली अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि ऐसा नहीं है कि आज की सरकार सिर्फ मेडल जीतने पर ही खिलाड़ियों को प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि वो शुरुआत से उनके साथ हैं। उनकी तैयारी के दौरान भी उनकी मदद की जाती है।
उन्होंने बताया कि किस तरह खिलाड़ियों को सरकार और खेल मंत्रालय से उम्मीद होती है कि वो उनका साथ दें। उन्होंने कहा कि इसके परिणाम देखने को भी मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर भी योजनाएँ बन रही हैं और अभी से 2028 और 2032 के ओलंपिक की तैयारी हो रही है। बकौल अंजू बॉबी जॉर्ज, इस तरह का समर्थन मिलता रहा तो भारत का प्रदर्शन और शानदार होता जाएगा।
कैसे व्यवस्था बदली है, इस पर ‘सोनी स्पोर्ट्स इंडिया’ से बात करते हुए अंजू बॉबी जॉर्ज ने कहा कि जब सिस्टम में स्पोर्ट्समेन को पद दिया जाता है तो वो जानते हैं कि कैसे बदलाव लाया जा सकता है। जैसे, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने खेल मंत्री रहते कई योजनाएँ लागू की। उन्होंने कहा कि खेल संघों व प्रशासन में और खिलाड़ियों की ज़रूरत है, ऐसा अमेरिका जैसे देशों में भी हो रहा। अंजू बॉबी जॉर्ज खुद ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम’ की अध्यक्ष हैं।