आर्थिक मोर्चे पर देश के लिए अच्छी खबर सामने आई है। वित्त मंत्रालय ने बुधवार (1 सितम्बर, 2021) को जीएसटी कलेक्शन को लेकर आँकड़े जारी किए, जिसके मुताबिक, अगस्त महीने में देश में जीएसटी का कलेक्शन 1.12 लाख करोड़ रुपए के पार रहा, जो कि समान अवधि में पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी अधिक है। ऐसा दूसरी बार है जब लगातार दूसरे महीने देश का जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपए है।
अगस्त माह में 1.12 लाख करोड़ रुपए क GST कलेक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि अगस्त 2021 में सकल जीएसटी रेवेन्यू 1,12,020 करोड़ रुपए है, जिसमें केंद्रीय जीएसटी (CGST) के 20,522 करोड़ रुपए, राज्य जीएसटी (SGST) के 26,605 करोड़ रुपए, इंटीग्रेटेड जीएसटी के 56,247 करोड़ रुपए (माल के आयात पर जमा 26,884 करोड़ रुपए सहित) और उपकर (सेस) के 8,646 करोड़ रुपए (माल के इम्पोर्ट पर जमा 646 करोड़ रुपए सहित) हैं। हालाँकि, आँकड़ों पर नजर डालें तो अगस्त में जीएसटी कलेक्शन जुलाई 2021 के मुकाबले 1.16 लाख करोड़ रुपए कम है।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, पिछले साल अगस्त 2020 में 86,449 करोड़ रुपए था। जबकि, वर्ष 2019 में अगस्त के ही महीने में यह 98,202 रुपए था। वित्त मंत्रालय ने आने वाले समय में जीएसटी कलेक्शन के और अधिक बढ़ने की उम्मीद जताई है।
कोरोना संकट से उबरने लगा देश: GDP ने भी दी खुशखबरी
कोरोना संकट के बीच मोदी सरकार और देश के लिए आर्थिक मोर्चे पर एक और अच्छी खबर सामने आई। वित्त मंत्रालय के आँकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-2022 में पहली तिमाही में देश के जीडीपी की रफ्तार 20% से भी अधिक रही है। इससे अर्थव्यवस्था के सुस्ती से उबरने के स्पष्ट संकेत मिले हैं।
कोर सेक्टर का उत्पादन बढ़ा
मंगलवार को केंद्र सरकार द्वारा जारी आँकड़ों में बताया गया है कि इस साल जुलाई 2021 में कोर सेक्टर (कोयला, कच्चा तेल, रिफाइनरी, उर्वरक, इस्पात और सीमेंट व बिजली क्षेत्र) की आठ इंडस्ट्री में उत्पादन बढ़ा है। कोर सेक्टर में 9.4 फीसदी की तेजी दर्ज की गई है।
खुदरा महँगाई घटी
अर्थव्यवस्था में आ रही तेजी का असर बाजार पर दिखने लगा है। श्रम मंत्रालय के आँकडो़ं के मुताबिक, औद्योगिक कामगारों के लिए खुदरा महँगाई जुलाई 2021 में घटकर 5.27 प्रतिशत हो गई है। इससे पहले जून के महीने में यह 5.57 थी, जबकि पिछले साल जुलाई 2020 में यह 3.33 प्रतिशत थी।