लॉकडाउन के दिनों में जब काम और मेहनताना की कमी के कारण हर मजदूर अपने राज्य में पलायन करने को एक विकल्प मान रहा है। वहीं, पाकिस्तान से आए हिंदू वो बेसहारों का जत्था है, जो अपनी आस सिर्फ़ सरकार से लगाए बैठी है। ऐसे समय में जब सीएए के कारण सेकुलरों ने उन्हें भारत का निवासी मानने से पूरी तरह से खारिज कर दिया और उन पर ध्यान देना भी उचित न समझा, उस समय आरएसएस के सदस्य इनके लिए मददगार साबित हुए।
अब आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने किस तरह पाकिस्तानी हिंदुओं से मिलकर उनका हाल जाना, उन्हें राशन मुहैया कराया, इसी दरियादिली और सेवाभाव की कुछ तस्वीरें नीचे मौजूद हैं। ये सभी तस्वीरें आदर्श नगर की हैं।
गौरतलब है कि आरएसएस इस समय सिर्फ़ पाकिस्तानी हिंदुओं को ही नहीं बल्कि जगह-जगह अपनी सेवा गरीबों को प्रदान कर रही है। पिछले दिनों स्वंयसेवकों ने जनता के बीच जाकर उन्हें सुरक्षा के लिए जागरूक किया था और उन्हें मास्क-टोपी मुहैया कराया था। इसके बाद उन्होंने लॉकडाउन के कारण पैदा हुई परेशानी को खत्म करने के लिए खाद्य सामग्री वितरित करने का भी काम किया और पलायन करने वालों में 10 लोगों को समझा-बुझा कर उनके स्थान पर ही रोके रखने में कामयाब हुए। आरएसएस ने आदर्श नगर के अलावा नया गाँव में भी लद्दाखी छात्रों को 200 किलो आटा पहुँचाकर मदद की है। असम में भी ये कार्य जारी है और मुंबई में भी इस आपदा से लड़ने के लिए आरएसएस प्रबंध करने में जुटा है।