बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के बाद इंडस्ट्री से तौबा कर लेनी वाली सना खान अब मौलवी सईद अनस से निकाह करके इस्लाम के रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं। उनके यूट्यूब चैनल से लेकर सोशल मीडिया अकॉउंट्स पर हर जगह सिर्फ इस्लाम की बातें हैं। इसी क्रम में उन्होंने बढ़ते हुए ‘हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स’ को प्रमोट करना शुरू किया है। उनका इंस्टाग्राम पर एक पेज भी है जिसका नाम ‘facespabysanakhan’ है। इसमें कई क्लाइंट्स की छोटी-छोटी क्लिप हैं।
बता दें कि हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट का अर्थ है कि उत्पाद, इस्लाम में हराम बताई गई चीजों से न निर्मित हुआ हो। यहाँ तक जो उसमें पानी का इस्तेमाल हुआ हो वो भी अगर इस्लाम मानकों के अनुरूप है तो प्रोडक्ट हलाल कहलाएगा। ISWA हलाल सर्टिफिकेशन डिपार्टमेंट के अनुसार, अगर मेकअप प्रोडक्ट में किसी जानवर से जुड़ी कुछ सामग्री मिली है तो ये भी ध्यान देना होता है कि उस जानवर को हलाल करके मारा गया था या नहीं। संगठन के निदेशक हबीब घानिम का कहना है कि जानवर हलाल तब माना जाता है जब कलमा पढ़ते हुए उसे अल्लाह के नाम पर नंगे हाथ से और एक तय प्रक्रिया के साथ मारा जाए।
हबीब घानिम कहते हैं, “हाल मेकअप कॉस्मेटिक्स की दुनिया में नई चीज नहीं है। दुनिया के 23% मुस्लिम आबादी में ये मशहूर है। अब बाकी मुस्लिम भी हलाल के विकल्प को मेकअप और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में तलाश रहे हैं।” हालाँकि हलाल सर्टिफिकेट पाने के लिए सिर्फ हलाल सामग्रियों का होना जरूरी नहीं है। ये प्रमाण पाने के लिए काफी जरूरतों को उत्पाद से लेकर वितरण तक के स्तर पर पूरा करना होता है। कभी-कभी इस सर्टिफिकेट में 2 साल का समय भी लग जाता है।
हबीब बताते हैं कि हर ब्यूटी प्रोडक्ट लैब में चेक होता है कि कहीं उसमें पोर्क जैसी हराम चीजों का इस्तेमाल तो नहीं हुआ। इसमें 2000 डॉलर तक का खर्चा आ जाता है। इसके बाद ट्रेडमार्क लोगो के लिए भी अलग से पैसा दिया जाता है। सिंगापुर में ये हलाल सर्टिफिकेशन कॉस्मेटिक्स संबंधी चीजों पर आधिकारिक तौर पर कर दिया गया है। इससे मुस्लिम ग्राहक आसानी से उस प्रोडक्ट पर विश्वास कर पाते हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट क्लैरिटी की संस्थापक कैरीन एक्टेले कहती हैं कि हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स के कारण मुस्लिमों में उनकी विश्वसनीयता बढ़ती है। उनके मुताबिक ये प्रोडक्ट गैर मुस्लिम इस्तेमाल कर सकते हैं जो कम नुकसानदायक और क्रूरता मुक्त होता है।