Saturday, November 16, 2024
Homeविविध विषयअन्यइस्लाम के लिए बॉलीवुड छोड़ा, अब 'हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स' का प्रचार कर रहीं सना...

इस्लाम के लिए बॉलीवुड छोड़ा, अब ‘हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स’ का प्रचार कर रहीं सना खान: जानें कैसे होता है ये तैयार

सना खान ने बॉलीवुड की दुनिया को अलविदा कहने के बाद अब हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स का प्रचार करना शुरू किया है। उनका इंस्टाग्राम पर 'facespabysanakhan' नाम से एक पेज भी है। इसमें कई क्लाइंटों की क्लिप है जो फेस ट्रीटमेंट ले रहे हैं।

बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाने के बाद इंडस्ट्री से तौबा कर लेनी वाली सना खान अब मौलवी सईद अनस से निकाह करके इस्लाम के रास्ते पर आगे बढ़ रही हैं। उनके यूट्यूब चैनल से लेकर सोशल मीडिया अकॉउंट्स पर हर जगह सिर्फ इस्लाम की बातें हैं। इसी क्रम में उन्होंने बढ़ते हुए ‘हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट्स’ को प्रमोट करना शुरू किया है। उनका इंस्टाग्राम पर एक पेज भी है जिसका नाम ‘facespabysanakhan’ है। इसमें कई क्लाइंट्स की छोटी-छोटी क्लिप हैं।

बता दें कि हलाल ब्यूटी प्रोडक्ट का अर्थ है कि उत्पाद, इस्लाम में हराम बताई गई चीजों से न निर्मित हुआ हो। यहाँ तक जो उसमें पानी का इस्तेमाल हुआ हो वो भी अगर इस्लाम मानकों के अनुरूप है तो प्रोडक्ट हलाल कहलाएगा। ISWA हलाल सर्टिफिकेशन डिपार्टमेंट के अनुसार, अगर मेकअप प्रोडक्ट में किसी जानवर से जुड़ी कुछ सामग्री मिली है तो ये भी ध्यान देना होता है कि उस जानवर को हलाल करके मारा गया था या नहीं। संगठन के निदेशक हबीब घानिम का कहना है कि जानवर हलाल तब माना जाता है जब कलमा पढ़ते हुए उसे अल्लाह के नाम पर नंगे हाथ से और एक तय प्रक्रिया के साथ मारा जाए।

हबीब घानिम कहते हैं, “हाल मेकअप कॉस्मेटिक्स की दुनिया में नई चीज नहीं है। दुनिया के 23% मुस्लिम आबादी में ये मशहूर है। अब बाकी मुस्लिम भी हलाल के विकल्प को मेकअप और ब्यूटी प्रोडक्ट्स में तलाश रहे हैं।” हालाँकि हलाल सर्टिफिकेट पाने के लिए सिर्फ हलाल सामग्रियों का होना जरूरी नहीं है। ये प्रमाण पाने के लिए काफी जरूरतों को उत्पाद से लेकर वितरण तक के स्तर पर पूरा करना होता है। कभी-कभी इस सर्टिफिकेट में 2 साल का समय भी लग जाता है।

हबीब बताते हैं कि हर ब्यूटी प्रोडक्ट लैब में चेक होता है कि कहीं उसमें पोर्क जैसी हराम चीजों का इस्तेमाल तो नहीं हुआ। इसमें 2000 डॉलर तक का खर्चा आ जाता है। इसके बाद ट्रेडमार्क लोगो के लिए भी अलग से पैसा दिया जाता है। सिंगापुर में ये हलाल सर्टिफिकेशन कॉस्मेटिक्स संबंधी चीजों पर आधिकारिक तौर पर कर दिया गया है। इससे मुस्लिम ग्राहक आसानी से उस प्रोडक्ट पर विश्वास कर पाते हैं। कॉस्मेटिक प्रोडक्ट क्लैरिटी की संस्थापक कैरीन एक्टेले कहती हैं कि हलाल सर्टिफाइड प्रोडक्ट्स के कारण मुस्लिमों में उनकी विश्वसनीयता बढ़ती है। उनके मुताबिक ये प्रोडक्ट गैर मुस्लिम इस्तेमाल कर सकते हैं जो कम नुकसानदायक और क्रूरता मुक्त होता है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

छत्तीसगढ़ में ‘सरकारी चावल’ से चल रहा ईसाई मिशनरियों का मतांतरण कारोबार, ₹100 करोड़ तक कर रहे हैं सालाना उगाही: सरकार सख्त

छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रभावित जशपुर जिला है, जहाँ ईसाई आबादी तेजी से बढ़ रही है। जशपुर में 2011 में ईसाई आबादी 1.89 लाख यानी कि कुल 22.5% आबादी ने स्वयं को ईसाई बताया था।

ऑस्ट्रेलिया में बनने जा रहा है दुनिया का सबसे ऊँचा श्रीराम मंदिर, कैंपस में अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय भी: PM मोदी कर सकते हैं...

ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में बन रहे भगवान राम के मंदिर में अयोध्यापुरी और सनातन विश्वविद्यालय भी मौजूद हैं। यह विश्व का सबसे ऊँचा मंदिर होगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -