फर्जी कंपनियाँ बनाकर बैंकों को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी के मालिक संदेसरा ब्रदर्स को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। ईडी के अनुसार, संदेसरा स्कैम पंजाब नेशनल बैंक (PNB) स्कैम से भी बड़ा है।
Sandesara brothers scam much bigger than PNB scam, claims ED
— ANI Digital (@ani_digital) June 29, 2019
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ईडी द्वारा समाचार एजेंसी ANI को बताया गया है कि स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी लिमिटेड और संदेसरा ग्रुप के मुख्य प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दिप्ती संदेसरा ने फर्जी कंपनियाँ बनाकर कई बैंकों को करीब
₹14,500 करोड़ का चूना लगाया। जबकि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने पीएनबी बैंक में ₹11,400 करोड़ का घोटाला किया था।
भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से लिया था ₹9 हजार करोड़ का कर्ज
एसबीएल और प्रमोटरों के खिलाफ CBI ने अक्टूबर 2017 में धोखाधड़ी और ₹5 हजार 383 करोड़ के बैंक फ्रॉड का केस दर्ज किया था। इसके आधार पर ईडी ने भी मामला दर्ज किया था। न्यूज एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक ईडी की जाँच में पता चला कि संदेसरा ग्रुप की विदेशों में स्थित कंपनियों ने भी भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपए का कर्ज लिया था।
जाँच में यह भी पता चला है कि कर्ज की रकम तय उद्देश्य के बजाय दूसरे कामों में लगाई गई। कई भारतीय और विदेशी फर्मों में राशि का हेर-फेर किया गया। प्रमोटर्स ने भारतीय बैंकों के कर्ज की रकम नाईजीरिया के तेल कारोबार में लगाई और निजी इस्तेमाल भी किया।
गत बुधवार को ईडी ने संदेसरा ग्रुप की ₹9778 करोड़ की संपत्तियाँ अटैच की थीं। इनमें नाइजीरिया में ऑयल रिग्स, लंदन में एक जेट और आलीशान फ्लैट शामिल हैं। एसबीएल के प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा पहले ही विदेश भाग चुके हैं।
गाँधी परिवार के करीबी कॉन्ग्रेस नेता अहमद पटेल के भी करीबी बताए जा रहे हैं संदेसरा ब्रदर्स
संदेसरा ब्रदर्स के कॉन्ग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गाँधी के राजनीतिक सलाहकार और वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के करीबी होने का आरोप लगता रहा है। पटेल के बेटे फैजल पटेल और दामाद इरफान सिद्दीकी स्टर्लिंग बायोटेक में शामिल बताए जाते हैं। कंपनी का पता भी अहमद पटेल के आवास का बताया जाता है। कंपनी के सारे लेन-देन इसी पते से होते थे। ईडी ने अहमद पटेल के बेटे और दामाद को भी आरोपी बनाया था।
ईडी के सूत्रों की मानें तो संदेसरा ग्रुप में बड़ा भाई नितिन विदेश में कारोबार संभालता था, जबकि चेतन वडोदरा, मुंबई, दिल्ली और मसूरी के ऑफिस का कामकाज देखता था। कई नेताओं व आला IPS-IAS अफसरों पर धन खर्च कर और उनके सामाजिक समारोहों का खर्चा उठाकर उन्हें वह अपना चहेता बना लेता था।
कहाँ हैं संदेसरा बंधु, नहीं लगा पता
ईडी की जाँच के बाद से संदेसरा बंधु कहाँ हैं, यह पता नहीं चल सका है। ऐसे समय में जब सरकार नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी है, संदेसरा बंधुओं का पता लगाना भी बड़ी चुनौती है।