वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2024-25 का बजट मंगलवार (23 जुलाई, 2024) को लोकसभा में पेश कर दिया। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट है। बजट का मुख्य फोकस युवाओं का रोजगार और ग्रामीण क्षेत्र रहा। अन्य कई क्षेत्रों के लिए भी कई योजनाओं का ऐलान किया गया। बिहार और आंध्र प्रदेश पर विशेष ध्यान दिया गया। हालाँकि, इन सबके बावजूद शेयर बाजार ने बजट को लेकर खास उत्साह नहीं दिखाया।
टैक्स के चक्कर में टूटा बाजार
शेयर बाजार ने बजट को लेकर कोई ख़ास उत्साह नहीं दिखाया। बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ऐलान किया कि लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स (लम्बी अवधि तक किसी निवेश को रखने से होने वाले फायदे पर टैक्स) को बढ़ाया जाएगा। इसकी दरों को 10% को 12.5% कर दिया गया। इसके अलावा शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स(छोटी अवधि में लाभ पर कर) को भी 15% से 20% कर दिया गया। अब स्टॉक और म्युचुअल फंड से होने वाली कमाई पर टैक्स बढ़ जाएगा। इस कारण बाजार को निराशा हुई।
इसके अलावा स्टॉक मार्केट में फ्यूचर एंड ऑपशंस ट्रेडिंग करने वाले निवेशक भी बजट से निराश हुए। F&O के लेनदेन पर कर की डर 0.1% से बढ़ा कर 0.2% कर दी गई। इस कारण से बाजार में रोजाना लेनदेन करने वालों और दलाल स्ट्रीट में भी निराशा छाई। शेयर बाजार को लेकर इससे पहले आर्थिक सर्वे में भी चेतावनी की बाते कही गईं थी, इस कारण से और भी उत्साह नहीं जाग पाया।
सोना, कृषि और FMCG स्टॉक बढ़े
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा ऐलान किया कि देश में सोने पर कस्टम ड्यूटी में भारी कमी की गई। सोने पर कस्टम ड्यूटी को अब 15% से घटा कर मात्र 6% पर ले गया गाया। इस कारण कल्याण ज्वेलर, टाइटन समेत सोने का कारोबार करने वाले कई शेयर उठ गए। वहीं सरकार ने कृषि को लेकर कई ऐलान किए, जिनमें जैविक खेती पर जोर दिया गया। इस कारण खेती के बीज बनाने वाली कम्पनियाँ बाजार में सबसे तेज रहीं।
बाजार के बाकी सेक्टर में मंदिर के बीच रोजमर्रा की जरूरत की चीजें बनाने वाली FMCG कम्पनियाँ भी फायदे में रहीं। दरअसल, सरकार ने तम्बाकू पर कोई नया टैक्स नहीं लगाया। इसके अलावा सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जिससे इन क्षेत्रों में माँग मजबूत होने की उम्मीद है। ऐसे इन कम्पनियों के स्टॉक बढ़ गए।
रक्षा और रेल स्टॉक वालों को निराशा लगी हाथ
बजट में रक्षा और रेल क्षेत्र के स्टॉक्स से आशा लगाए बैठे निवेशकों को भी इस बार निराशा हाथ लगी। रक्षा और रेल के लिए कोई विशेष ऐलान नहीं किए गए। उनका बजट भी लगभग अंतरिम बजट के समान ही रहा। रेलवे को लेकर बजट में कोई नए ऐलान नहीं थे, इसलिए रेलवे स्टॉक नीचे चले गए।
वहीं रक्षा क्षेत्र का बजट घटाए जाने के कारण रक्षा स्टॉक भी गिर गए। यह स्टॉक बीते कुछ वर्षों में काफी अच्छा लाभ निवेशकों को दे चुके हैं। हालाँकि, टैक्स बढ़ाए जाने के कारण SENSEX 73 अंक नीचे और निफ्टी 30 अंक नीचे बंद हुए। कई स्टॉक में 5% तक की गिरावट भी देखी गई है।