Tuesday, November 5, 2024
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‘जो पर्दा नहीं करते उसे अल्लाह जहन्नुम की आग में डाल देते हैं’: जिसे मुस्लिम रूममेट ने पहनाया ‘बुर्का’, उसने कहा मेरा इस्लामी धर्मांतरण भी ‘द केरल स्टोरी’ जैसी

"जिस तरह से द केरल स्टोरी फिल्म में मुख्य किरदार के साथ होता है, वैसा ही मेरे साथ रियल लाइफ में हुआ। मैं धीरे-धीरे अपनी मुस्लिम दोस्त से प्रभावित होने लगी। उसने बार-बार मुझे इस्लाम कबूल करने के कहा। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने की हिदायत दी।"

द केरल स्टोरी (The Kerala Story) ने इस्लामी धर्मांतरण की साजिशों को चर्चा में ला दिया है। कई पीड़िताएँ खुद आगे आकर अपनी कहानी बता रही हैं। इनमें से एक केरल की त्रिशुर की रहने वाली अनघा भी है। अनघा का ब्रेन बाॅश उसके मुस्लिम साथियों ने ही किया था। ‘द केरल स्टोरी’ देखने के बाद उसने बताया है कि उसका इस्लामी धर्मांतरण भी उसी तरीके से किया गया था, जैसे इस फिल्म में दिखाया गया है।

अनघा ने रिपब्लिक भारत को बताया, “मैं एक ब्राह्मण परिवार में पैदा हुई। मेरे परिवार में माता-पिता के अलावा दो बहनें भी हैं। मैं एक फिजियोथेरेपिस्ट हूँ और आर्शा विद्या समाजम की फुल टाइम वर्कर हूँ। 5 मई को मैंने The Kerala Story देखी, फिल्म को देखकर मुझे लगा कि इसकी कहानी मेरी लाइफ से काफी मिलती-जुलती है। 2020 में आर्शा विद्या समाजम में आने से पहले मैं इस्लाम को फॉलो करती थी। उसी दौरान मेरा धर्म परिवर्तन हुआ था। उसके बाद मैं आर्शा विद्या समाजम में आ गई।”

न्यूज चैनल से बातचीत में उसने कहा, “मैं आप लोगों से अपनी कन्वर्जन स्टोरी साझा करना चाहती हूँ। उन दिनों मैंने अपने धर्म, देश के असली इतिहास और करेंट अफेयर्स को नजरअंदाज कर इस्लाम को अधिक तवज्जो देना शुरू कर दिया था। उसके बारे में पढ़ने लगी थी। मेरे कॉलेज के दिनों में मैं एर्नाकुलम के हॉस्टल में थी। वहाँ मेरी मुस्लिम रूम मेट मुझसे मेरे धर्म के बारे में पूछती थी। मेरे धर्म पर सवाल उठाती थी। उस समय मैं उसके किसी सवाल का जवाब नहीं दे पाती थी। मैं चुप रहती थी, क्योंकि मुझे मेरे धर्म के बारे में ठीक तरह से गाइडेंस नहीं मिला था।”

अनघा कहती है, “मैंने उन सवालों को लेकर अपने माता-पिता से भी बात की, लेकिन उन्होंने भी मुझे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद मैंने सोशल मीडिया पर सर्च करना शुरू किया, लेकिन वहाँ भी मुझे कुछ संतोषजनक नहीं मिला। फिर मुझे हिंदू धर्म की वैलिडिटी पर संदेह होने लगा। वहीं जब मैंने इस्लाम को लेकर अपनी मुस्लिम रूम मेट से सवाल किया तो उसने सभी सवालों का जवाब दिया, क्योंकि उन्हें बचपन से ही इस्लाम की शिक्षा मिली थी। उसने हिंदू धर्म की आलोचना भी की, लेकिन मेरे उसके सवालों का कोई जवाब नहीं था।”

पीड़िता ने आगे बताया, “उसने मुझे बताया कि अल्लाह ही एकमात्र भगवान है। जिस तरह से ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म में मुख्य किरदार के साथ होता है, वैसा ही मेरे साथ रियल लाइफ में हुआ। मैं धीरे-धीरे अपनी मुस्लिम दोस्त से प्रभावित होने लगी। मुझे उसकी बातें सही लगने लगी, जिसके चलते मैंने उससे इस्लाम की शिक्षा लेना शुरू कर दिया। उसने मुझे ट्रांसलेटेड कुरान भी दी। इसके अलावा इस्लामिक स्टडी के दौरान उसने मुझे जाकिर नाइक, एमएम अकबर और कुछ लोगों के वीडियो भी दिखाए। उसने बार-बार मुझे इस्लाम कबूल करने के कहा। पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने की हिदायत दी और कहा कि अगर तुम अपना जिस्म दिखाओगी तो अल्लाह तुम्हें जहन्नुम की आग में डाल देंगे। बुर्के में रहने वाली औरतों की अल्लाह हमेशा मदद करता है।”

बता दें कि केरल की श्रुति का भी इसी तरह धर्मांतरण किया गया था। उसने बताया था कि काॅलेज में ग्रेजुएशन के दौरान मुस्लिम दोस्तों ने उसका ब्रेन वाश किया। धर्मांतरण के बाद उसे रहमत नाम दिया गया था। वहीं इस्लाम कबूलने के बाद अनघा का नाम आइमा अमीरा रखा गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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