पुलवामा में हुए दुःखद आतंकी हमले में 40 से भी अधिक जवान मातृभूमि के लिए शहीद हो गए। पूरा देश शहीद जवानों की याद में गमगीन है और पाकिस्तान परस्त आतंकियों की एक सुर में निंदा कर रहा है। शहीद जवानों में नाम एक नाम अवधेश यादव का भी है। वाराणसी के निकट पड़ाव स्थित बहादुरपुर गाँव के लाल अवधेश भी आतंकयों के इस कायरतापूर्ण हमले में शहीद हो गए। इसे लेकर पूरे गाँव में आक्रोश है। लोग प्रदीप के परिजनों को सांत्वना देने के लिए उनके घर के बाहर इकट्ठे हो गए।
परिजनों व ग्रामीणों के बीच दीपू के नाम से जाने जाने वाले अवधेश की मृत्यु की सूचना शाम तक उनके परिजनों को नहीं दी गई थी। लेकिन, किसी भी अनहोनी की आशंका से परिवार में पहले से ही मातम का माहौल था। उनके शहीद होने की सूचना पाकर तो जैसे परिजनों पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा। हरिकेश यादव के चार बेटे-बेटियों में अवधेश सबसे बड़े थे। उनके दो बहनों की शादी हो चुकी है। वह वर्ष 2006 में सीआरपीएफ की 145वीं बटालियन में शामिल हुए थे। अवधेश के छोटे भाई बृजेश अभी पढ़ाई कर रहे हैं।
अवधेश की शादी तीन साल पहले ही हुई थी। उनकी शादी सैयदराजा गाँव के जनार्दन यादव की पुत्री से हुई थी। अमर उजाला में प्रकाशित एक ख़बर के अनुसार, उनकी पत्नी शिल्पी यादव ने बताया कि अवधेश तीन दिन पहले ही जल्दी लौटने का वादा कर ड्यूटी के लिए रवाना हुए थे। शिल्पी अपने तीन वर्ष के बेटे निखिल को कलेजे से लगा कर रो रही थी। रोती बिलखती शिल्पी यादव का रोते-रोते इतना बुरा हाल था कि वो बार-बार बेहोश हो रही थी। उनका बार-बार यही कहना था कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा कि उनके पति अब इस दुनिया में नहीं रहे।
अवधेश के बूढ़े पिता हरिकेश यादव का भी रो-रो कर बुरा हाल था। ग्रामीण उन्हें समझाने में लगे थे। ग्राम प्रधान ने बताया कि अवधेश पूरे गाँव का गर्व था और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि अवधेश मातृभूमि की आन-बान-शान के लिए शहीद हुए हैं।
जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में शहीद हुए जवानों के नामों की सूची आधिकारिक तौर पर अभी तक जारी नहीं की गई है। पुलवामा में अवंतीपुरा के गोरीपुरा हमले में हुए इस आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों के शवों को विशेष विमान से एयरबेस लाया जाएगा। जवानों का शव एक विशेष विमान से ग़ाज़ियाबाद के हिंडन एयरबेस लाया जाएगा। यहाँ से जवानों का पार्थिव शरीर उनके घर भेजा जाएगा। मीडिया में अभी तक आ रही ख़बरों के मुताबिक़ हमले में शहीद जवानों में क़रीब 12 जवान उत्तर प्रदेश के हैं।
देश के लिए शहीद हुए सभी जवानों को ऑपइंडिया की श्रद्धांजलि। हम इस त्रासद और कायरतापूर्ण हमले में शहीद हुए अन्य जवानों के बारे में भी आपको बताएँगे ताकि पूरा देश उनके परिजनों के दुःख में शामिल हो सके। इन रणबाँकुरों की प्रेरणादायक गाथा सुन कर आपका मस्तक गर्व से ऊँचा हो जाएगा।