उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के विरोध में हिंसा भड़काने के आरोप में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 108 सदस्य पिछले 4 दिन में गिरफ्तार किए गए हैं। राज्य के अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी और कार्यकारी डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी।
अवनीश अवस्थी ने बताया कि पिछले चार दिनों में यूपी पुलिस ने पीएफआई के 108 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि तह तक पहुँच कर पता लगाया जायेगा कि आखिर इन लोगों को किससे मदद मिलती है। इस दिशा में जॉंच की जा रही है। राज्य की मशीनरी केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में भी है।
Awanish K Awasthi, Additional Chief Secretary, Uttar Pradesh Home Department on Popular Front of India (PFI): 108 people have been arrested in the last 4 days, these are in addition to the 25 who were arrested earlier. pic.twitter.com/QbkMqTVXv1
— ANI UP (@ANINewsUP) February 3, 2020
डीजीपी हितेशचंद्र अवस्थी ने बताया, “2001 में सिमी पर प्रतिबंध के बाद साल 2006 में केरल में PFI बना था। PFI का संगठन पूरे यूपी में है। शामली, बहराइच, पीलीभीत में विशेष तौर पर सक्रिय है।”
उन्होंने कहा, बीते साल 19 और 20 दिसंबर को हिंसा के बाद पीएफआई के 25 सदस्यों की गिरफ्तारी की गई थी। इनमें प्रदेश अध्यक्ष वसीम अहमद, कोषाध्यक्ष नदीम अहमद, डिवीजन इंचार्ज बहराइच/बाराबंकी मौलाना अशफाक, डिवीजन इंचार्ज वाराणसी रहीस अहमद एडवोकेट, कमेटी मेंबर नसरुद्दीन सहित अन्य कई महत्वपूर्ण पदाधिकारियों की गिरफ्तारी हुई थी।
Awanish K Awasthi, Additional Chief Secretary, UP Home Department: More information is being gathered about the organization, including information of their financial transactions. We are also taking assistance from central agencies, our target is to identify them & take action. https://t.co/NfH9ukE8od
— ANI UP (@ANINewsUP) February 3, 2020
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि 4 दिन में जिन 108 पीएफआई सदस्यों की गिरफ्तारी हुई है उनमें से लखनऊ से 14, बहराइच से 16, सीतापुर से 3, मेरठ से 21, गाजियाबाद से 9, मुजफ्फरनगर से 6, शामली से 7, बिजनौर से 4, वाराणसी से 20, कानपुर से 5, गोंडा, हापुड़ और जौनपुर से एक-एक को गिरफ्तार किया गया है।
अवनीश अवस्थी ने कहा, “किसी भी रूप में देशविरोधी गतिविधियों के खिलाफ हमारा अभियान जारी रहेगा।” एडीजी पीवी रमाशास्त्री ने कहा, “साक्ष्य संकलन एक निरंतर प्रक्रिया है। अपने साथी संस्थाओं के साझा प्रयास से हम साक्ष्य इकट्ठा कर रहे हैं। ईडी जैसी अन्य एजेंसियाँ इस जाँच में शामिल हैं।”
गौरतलब है कि इससे पहले, मेरठ पुलिस ने शनिवार को PFI सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाया था। देर रात तक जिले भर में 6 गिरफ्तारियाँ हुईं थीं। इसमें परतापुर से कारी इरफान निवासी सैलाना, सरूरपुर से मुस्तकीम निवासी खिवाई, इंचौली से कारी ओसामा निवासी लावड़ और लिसाड़ी गेट से अय्यूब निवासी श्यामनगर, महताब निवासी अहमदनगर व शोएब निवासी इस्लामनगर को गिरफ्तार किया गया था।