महाराष्ट्र के जालना (Maharashtra) के जालना के अंबड़ गाँव में 15 मुस्लिमों ने एक हिंदू लड़़के की लोहे की रॉड और क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर हत्या कर दी। 12 मार्च की शाम को अंबड़ के पठान टोले में घटना को अंजाम देने के बाद सभी आरोपित फरार हो गए। अगले दिन अस्पताल में ईलाज के दरौन पीड़ित की मौत हो गई।
मृतक का नाम रामेश्वर अंकुश खरात है। उनकी उम्र कहीं 14 साल बताई जा रही है तो कहीं 20 साल। हालाँकि, यह बात स्पष्ट रूप से बताई जा रही है कि अंकुश हिंदू धार्मिक गतिविधियों से जुड़े सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। इसके चलते वह जिहाद सोच रखने वाले मुस्लिमों की नजरों में चढ़े हुए थे। एक छोटी सी घटना को मुद्दा बनाकर उनकी हत्या कर दी गई।
-महाराष्ट्र के अंबड गांव मे जिहादियों का नंगा नाच जारी है, हर तरफ कोहराम मचा हुआ है.
— Jitendra Pratap Singh (@JitendraStv) March 17, 2022
-अकेला नाबालिग हिंदू युवक को कुल 15 जिहादियों ने मिलकर क्रूरता से हत्या कर दी.
-बेबस और लाचार माँ चीख-चीख कर इंसाफ की गुहार लगा रही है मगर कोई भी सुनने वाला नहीं है. pic.twitter.com/XoFuzR550B
अंकुश खरात 12 तारीख को दोपहर करीब 1 बजे स्वयंभू महादेव मंदिर रोड स्थित फुलारे के कुएं पर प्रसाद प्रह्लाद खरात के साथ तैरने गए थे। इस पर एक युवक के साथ तैरने को लेकर विवाद हो गया। अंकुश ने अपने चचेरे भाई गणेश खरात को फोन पर बताया कि उन्हें धमकी दी गई कि अगर इलाके में दिखे तो जान से मार दी जाएगी।
अंकुश खरात शाम करीब 5 बजे होल्करनगर से पठान मोहल्ला होते हुए खेत की ओर जा रहे थे, तभी उन्हें खलील मौलाना की दुकान के सामने भीड़ ने रोक लिया। इस दौरान उनके साथ गाली-गलौज भी की गई। इसी दौरान शोएब सुलानी और शफीक सुलानी ने लोहे की रॉड से अंकुश पर वार कर दिया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान अन्य आरोपित उन पर तरह से हमले करते रहे।
अंकुश गंभीर रूप से घायल होने के बाद बेहोश हो गए। उसी दौरान सुनील दिवाते और बालू दत्ता खरात मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और इलाज के लिए अंबाद के सेवा अस्पताल ले गए, जहाँ से जालना के एक निजी अस्पताल में भेज दिया गया। उसके बाद अगले दिन शाम 6 बजे के करीब उनकी मौत हो गई।
हत्या की खबर मिलते ही इलाके के हिंदूवादी संगठनों से जुड़े लोगों ने थाने पर जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक विनायक देशमुख ने कार्रवाई का आश्वासन देखकर मामले को शांत कराने की कोशिश की। हत्या के विरोध में विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, व्यापारी संघ, धनगर समाज सहित तमाम संगठनों ने 14 मार्च को शांति मार्च निकाला।
बढ़ते दबाव को देखते हुए पुलिस ने इस मामले में 9 आरोपितों को हिरासत में लिया है, जबकि 6 अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। हत्या में शामिल आरोपितों के नाम- इब्राहिम सिराज शेख, अदनान सुलानी, शफीक सुलानी, शोहैब सुलानी, अजहर एजाज अली शेख, फैजान अहमद पठान, अरबाज शाह मोहम्मद पठान, मुरादी मेहरा शेख, आवेज सिराज शेख, शोहैल शाह, मोहम्मद पठान, अनिस गफ्फार शेख, वाजिद इस्माइल शेख, अमीर चांद पठान, अरशद खुर्शीद जिलानी बताए जा रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, अंकुश के सिर पर पिता का साया नहीं है। उनके घर में उनकी माँ और एक बड़ा भाई है। परिवार बेहद गरीबी में जीवन-यापन कर रहा है। हालाँकि, महाराष्ट्र सरकार की ओर से अभी तक किसी तरह की सहायता या मुआवजा देने की घोषणा नहीं की गई है।