राजा सिंह द्वारा ऑपइंडिया से साझा किए गए एक वीडियो संदेश के मुताबिक 27 सितंबर की रात लगभग डेढ़ से 2 बजे के बीच उनके घर के आसपास 4 संदिग्ध घूमते दिखे। कुछ स्थानीय युवाओं को शक हुआ तो उन्होंने इन चारों को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान 2 लोगों को दौड़ा कर पकड़ लिया गया जबकि 2 अन्य फरार होने में कामयाब रहे। पकड़े गए दोनों संदिग्धों का फ़ोन चेक किया गया तो उसमें राजा सिंह सहित उनके घर की फोटो और वीडियो मिलीं।
राजा सिंह का दावा है कि इन वीडियो और फोटो को मुंबई में किसी व्यक्ति के पास व्हाट्सएप के जरिए भेजा जा रहा था। एक तस्वीर पिस्टल और करतूत की भी है। पूछताछ के दौरान पकड़े गए पहले व्यक्ति ने अपना नाम मोहम्मद खाजा बताया। लगभग 24 वर्षीय मोहम्मद खाजा मूलतः कर्नाटक के बीदर जिले का निवासी है। वह 15 साल पहले हैदराबाद आया था। आने की वजह खाजा हैदराबाद में काम-धंधा की तलाश बताया है। हैदराबाद में वह अल्लापुर बोराबांदा में रह रहा था। खाजा के अब्बू का नाम नबी साब है।
वहीं पकड़े गए दूसरे संदिग्ध का नाम शेख इस्माइल है। वह मूलतः हैदराबाद के ही अल्लापुर बोराबांदा इलाके में रहता है। लगभग 30 वर्षीय शेख इस्माइल के अब्बा का नाम चाँद पाशा है। हैदराबाद में शेख इस्माइल ड्राइवर की नौकरी करता है। मामले की सूचना फ़ौरन ही स्थानीय मंगलहाट पुलिस स्टेशन को दी गई। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँच कर दोनों संदिग्धों को हिरासत में ले लिया। राजा सिंह को अपने घर के आसपास हुई इस संदिग्ध हरकत का पता अगले दिन स्थानीय मीडिया चैनलों की खबरों को देख कर चला।
राजा सिंह आगे बताते हैं कि 29 सितंबर को उन्होंने पुलिस से पकड़े गए संदिग्धों के बारे में बात की। तब इंस्पेक्टर ने उन्हें बताया कि दोनों से उच्चस्तरीय पूछताछ की जा रही है। पूछताछ में इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की भी टीमें शामिल हैं। 24 घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस ने राजा सिंह को आरोपितों के बारे में कोई भी सूचना नहीं दी है। राजा सिंह ने आगे बताया कि साल 2010 और 2011 में भी उनके घर की रेकी ISIS से जुड़े आतंकियों द्वारा की गई थी।