उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से चार हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की घटना सामने आई है। जिन मंदिरों पर हमला किया गया है, उनमें से एक मंदिर 100 साल से भी पुराना बताया जा रहा है। इस घटना से स्थानीय आक्रोशित हैं। हिंदू संगठनों ने मंदिरों पर हमला करने वाले बदमाशों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की माँग की है। कहा जा रहा है कि बदमाशों ने हिंदू देवी-देवताओं की 12 मूर्तियों को भी खंडित कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस घटना को बुधवार (31 मई 2023) देर रात बुलंदशहर के गुलावठी के बराल गाँव में अंजाम दिया गया। जब स्थानीय लोगों को पता चला कि चार मंदिरों में तोड़फोड़ की गई है, तो उन्होंने तत्काल इस बारे में पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने मौके पर पहुँचकर मंदिर को सील कर दिया। अधिकारियों ने मामले की जाँच शुरू कर दी है और स्थानीय हिंदू संगठनों को बदमाशों को पकड़ने व उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है। एहतियातन गाँव में भारी पुलिसबल भी तैनात कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों ने संदेह जताया है कि बदमाशों ने जान-बूझकर माहौल बिगाड़ने के इरादे से मंदिरों पर हमला किया। यह घटना तब सामने आई जब गुरुवार (1 जून 2023) सुबह कुछ श्रद्धालु मंदिरों में पूजा करने पहुँचे। यहाँ उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित पाया। बाद में उन्हें यह भी पता चला कि ऐसा शहर के कुल चार मंदिरों में हुआ है।
Four temples were attacked & idols were destroyed in Bulandshahar, UP last night.
— Mr Sinha (@MrSinha_) June 1, 2023
Fake news of attack on churches/mosques become international news, they start calling Hindus intolerant. Now what about this?
I hope @Uppolice will take strict action against the culprits. pic.twitter.com/bevtgcEEIq
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें भगवान शिव और भगवान हनुमान की खंडित मूर्तियों को देखा जा सकता है। वहीं, विरोध करने वाले हिंदू संगठनों का कहना है कि इस घटना से हिंदुओं की भावनाएँ आहत हुई हैं। एसपी सिटी सुरेंद्रनाथ तिवारी ने घटना की पुष्टि करते हुए भरोसा दिलाया है कि सभी बदमाशों को जल्द गिरफ्तार कर कानून के अनुसार दंडित किया जाएगा।
बता दें कि इस साल फरवरी में असम के करीमगंज जिले के नीलमबाजार इलाके में मुस्लिमों द्वारा हिंदू मंदिर पर हमला करने की घटना सामने आई थी। आरोप था कि शिहाबुद्दीन नाम के व्यक्ति ने मंदिर के सामने की जमीन पर कब्जा करते हुए उस पर ट्यूबवेल लगा रखा है। जब स्थानीय लोगों ने उसका विरोध किया तो उसने अन्य लोगों के साथ मिलकर मंदिर के पुजारी व भक्तों पर हमला कर दिया। आरोपितों ने यज्ञ स्थल में भी तोड़फोड़ की थी।