द केरल स्टोरी (The Kerala Story) ने इस्लामी धर्मांतरण की साजिशों को चर्चा में ला दिया है। इससे आहत लिबरल और वामपंथी गैंग ने गुजरात को लेकर एक प्रोपेगेंडा शुरू किया था। इसमें राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आँकड़ों का हवाला देकर दावा किया जा रहा था कि गुजरात से 5 साल में करीब 40 हजार महिलाएँ गायब हुईं हैं। आधे-अधूरे तथ्यों के साथ चलाए जा रहे इस प्रोपेगेंडा का गुजरात पुलिस ने खंडन किया है।
वायरल पोस्ट में कहा जा रहा था कि साल 2016 से 2020 के बीच गुजरात से 40 हजार से अधिक महिला लापता हुई हैं। लेकिन सोमवार (8 मई 2023) को गुजरात पुलिस ने सिलसिलेवार ट्वीट में बताया है कि लापता हुई 41,621 महिलाओं में से 39,497 को खोज कर उनके परिवारों से वापस मिलाया जा चुका है।
ट्वीट में गुजरात पुलिस ने बताया है कि लापता महिलाओं की संख्या एनसीआरबी का है। लेकिन इनमें से 95% को बरामद कर उनके परिवार से मिलाया जा चुका है। पुलिस ने इन महिलाओं के लापता होने की वजह पारिवारिक विवाद, घर से भाग जाना, परीक्षा में फेल होना वगैरह बताए हैं। साथ ही कहा है कि जाँच से गुमशुदगी के इन मामलों में यौन शोषण या अंगों के लिए मानव तस्करी से जुड़े होने का सबूत नहीं मिला है।
published by National Crime Record Bureau (NCRB), New Delhi, 39,497 (94.90%) of the missing women have been traced by Gujarat Police and they are united with their families. The said information is also part of Crime in India, 2020.
— Gujarat Police (@GujaratPolice) May 8, 2023
गुजरात पुलिस बताया है कि गुमशुदगी के मामलों में स्थानीय पुलिस सुप्रीम कोर्ट के तय मापदंडों के अनुसार पड़ताल करती है। लापता लोगों का डाटा राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय के लिए एक खास वेबसाइट पर इसलिए अपलोड किया जाता है ताकि पड़ताल में अन्य राज्यों के पुलिस बल की मदद मिल सके।लापता व्यक्तियों की जाँच सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय मापदंडों के आधार पर की जाती है। लापता हुए लोगों का डाटा एक खास वेबसाइट पर इसलिए पोस्ट किया जाता है जिस से उनकी राष्ट्रीय स्तर पर तलाश में अन्य राज्यों के पुलिस बल का सहयोग मिले। माना जा रहा है कि इस प्रकार की खबर को द केरला स्टोरी फिल्म से कनेक्ट करने की कोशिश की गई। उस फिल्म को केरल में हुईं लव जिहाद की घटनाओं से जोड़ कर बनाया गया था जिसमें लड़कियों का प्रयोग ISIS जैसे आतंकी संगठनों के लिए किया गया था।
भ्रम फैलाने में मीडिया संस्थान भी
गुजरात की 40 हजार महिलाओं के लापता होने की खबर को सोशल मीडिया यूजर्स के अलावा न्यूज़ 24 और न्यू इंडियन एक्सप्रेस जैसे मीडिया संस्थान ने भी प्रचारित किया। इन्होंने रिपोर्ट में 40 हजार से अधिक महिलाओं के लापता होने की जानकारी तो दी, लेकिन बरामद की गईं 39,400 महिलाओं के बारे में नहीं बताया। कई सोशल मीडिया यूजर्स ने इसे ‘गुजरात स्टोरी’ नाम देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को घेरने की कोशिश की और पूछा कि इसकी कहानी कौन दिखाएगा।
गौरतलब है कि गुजरात राज्य के खिलाफ ये प्रोपेगेंडा बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘द केरला स्टोरी‘ की रिलीज के बाद किया गया है। यह फिल्म को केरल में हुई लव जिहाद की साजिशों का पर्दाफाश करती है। बताती है कि कैसे लड़कियों का ब्रेन वाॅश कर उनका धर्मांतरण और ISIS जैसे आतंकी संगठनों के लिए इस्तेमाल किया गया।