उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में तीसरे निवेश कार्यक्रम के लिए कमर कस ली है। इसके लिए 3 जून, 2022 को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की ओर से शिलान्यास का एक कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम ग्रेटर नोएडा की 44 कंपनियाँ शामिल होंगी। ये कंपनियाँ ग्रेटर नोएडा में करीब 8000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेंगी। इससे करीब 70,000 युवाओं को नौकरी के अवसर मिलेंगे।
इस कार्यक्रम का आयोजन लखनऊ में होना है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में शामिल होने वाली कंपनियों और सरकार के बीच एमओयू साइन किए जाएँगें। अधिकारियों ने कहा कि समारोह के दौरान पूरे उत्तर प्रदेश में 75,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित निवेश वाली करीब 2,000 परियोजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा।
कौन-कौन सी कंपनियाँ होगीं शामिल
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ACO दीप चंद्र ने कहा कि इस अभियान में ग्रेटर नोएडा की 44 कंपनियाँ भाग ले रही हैं। इसमें यशोदा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, शारदा हॉस्पिटल का ट्रॉमा सेंटर, इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड, लुलु ग्रुप का फूड प्रोसेसिंग पार्क, अग्रणी रोबोटिक्स निर्माता एडवरब टेक्नोलॉजी जैसी जानी-मानी कंपनियाँ शामिल हैं। अधिकारी ने कहा कि ग्रेटर नोएडा कोरिया और कई अन्य देशों की कंपनियों के लिए औद्योगिक निवेश का गढ़ बन गया है। Samkwang India Limited, Stereon India Limited, Dream-Tech Electronics, Allentech India Limited जैसी विदेशी कंपनियाँ भारी निवेश कर रही हैं।
नोएडा प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी ने टीओआई को बताया, “हमने सरकार को 51 परियोजनाओं की सूची भेजी है, जो उन पर अंतिम फैसला करेगी और हमें एक दो दिनों में अंतिम सूची भेज देगी।” इस लिस्ट में अडानी (2,500 करोड़ रुपए), माइक्रोसॉफ्ट (1,000 करोड़ रुपए), टीसीएस (2,300 करोड़ रुपए), पेटीएम (300 करोड़ रुपए) जैसी बड़ी निवेशक कंपनियों के नाम शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2018 और 2019 में इस तरह के समारोह आयोजित किए गए थे। उनमें क्रमशः 61,700 करोड़ रुपए और 67,000 करोड़ रुपए के प्रस्तावित निवेश की घोषणा की गई थी। 2019 में आयोजित दूसरे ग्राउंड ब्रेकिंग समारोह में अकेले नोएडा के लिए करीब 10,000 करोड़ रुपए के समझौंतों पर हस्ताक्षर हुए थे। ये के निवेश समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।