पंजाब की अलग-अलग जेलों में पिछले 22 महीने से कैद बहुजन समाज पार्टी के विधायक मुख्तार अंसारी को 50 पुलिसकर्मियों की टीम के साथ मंगलवार (अक्टूबर 20, 2020) को उत्तरप्रदेश वापस लाया जाएगा। इस बात की जानकारी पुलिस अधिकारी ने रविवार (अक्टूबर 18, 2929) को दी। उन्होंने बताया कि मुख्तार अंसारी को वापस लाने वाली टीम का नेतृत्व डीएसपी करेंगे।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि वह अंसारी के ख़िलाफ़ लंबित मामले में उसको 21 अक्टूबर को एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश करना चाहते हैं। अधिकारियों की मानें तो बाहुबली नेता अंसारी, उनकी पत्नी, उनके बेटों और करीबियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पिछले 6 महीनों में उस पर कई नए केस दर्ज हुए हैं। अंसारी को पुलिस टीम के साथ बख्तरबंद गाड़ी में लेकर आया जाएगा।
50-member UP police team to bring back Mukhtar Ansari from Punjab jail in armoured vehiclehttps://t.co/z8Y4AiJWTX
— Hindustan Times (@HindustanTimes) October 19, 2020
बता दें कि पिछले साल के जनवरी महीने से ही गैंगस्टर अंसारी को पंजाब की जेल में कैद किया गया है। उनकी गिरफ्तारी एक बिल्डर से फिरौती माँगने के मामले में हुई थी। बाद में उसे रोपर जेल में डाल दिया गया और फिर मोहाली जेल में उसे शिफ्ट किया गया।
अधिकारियों का कहना है कि अंसारी ने अपनी जान को खतरा देखते हुए पंजाब की जेल में खुद को शिफ्ट करवाया था। उससे पहले उसका एक करीबी प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी बागपत जेल में दूसरे गैंगस्टर सुनील राठी के हाथों 9 जुलाई 2018 को मारा गया था।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि राज्य प्रशासन को बिना सूचित किए जब पंजाब पुलिस को बड़ी आसानी ने अंसारी को ले जाने की अनुमति मिली तब कई उत्तरप्रदेश के जेल अधिकारियों पर सवाल उठे थे।
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश में योगी सरकार लगातार अंसारी की अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई कर रही है। पिछले कुछ महीनों में राज्य प्रशासन ने करीब 68 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी सीज की है। इनकी गैंग की वार्षिक आय 45 करोड़ थी। पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई में 96 सदस्य गिरफ्तार हुए हैं व कई मुठभेड़ में मारे भी गए हैं।
यहाँ बता दें कि मुख्तार अंसारी के करीबियों पर कार्रवाई के मद्देनजर कल अभिषेक सिंह उर्फ बाबू की गिरफ्तारी हुई है। इससे पहले बाबू सिंह के गोमती नगर स्थित घर पर तलाशी में बम बनाने का सामान मिला था। उसके ख़िलाफ़ कई मुकदमे दर्ज हैं। इलाके में उसके कारण दहशत भी थी। अभिषेक के अलावा जानकीपुरम निवासी शोएब अहमद, रोहित सिंह उर्फ मोहित, मड़ियांव निवासी अनमोल रावत, इन्दौराबाग बीकेटी निवासी पवन सिंह उर्फ लकी सिंह, अस्ती रोड बीकेटी निवासी सूरज सिंह पर भी गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।