नागरिकता संशोधन क़ानून (CAA) के ख़िलाफ़ देशभर में हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुए। इस दौरान जगह-जगह पर उपद्रवियों द्वारा मचाए उत्पात में न सिर्फ़ सावर्जनिक सम्पत्ति की भयंकर हानि हुई बल्कि पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया। उग्र विरोध-प्रदर्शनों में इन पर हिंसक तरीक़ों से हमले किए गए। इनमें आगजनी, पथराव, पेट्रोल बम और तेज़ाब भरी बोतलों से जानलेवा हमले करना तक शामिल है।
इन सबके मद्देनज़र भला कोई यह कैसे कह सकता है कि उन्मादी भीड़ में कोई बेचारा और मासूम भी था। कोई यह कैसे कह सकता है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वो फ़ैसला ग़लत है, जिसमें सार्वजनिक सम्पति को हुई हानि की वसूली उपद्रवियों से ही वसूले जाने की बात कही गई थी।
ABP की पत्रकार शोभना यादव ने एक कार्यक्रम के दौरान यूपी के डिप्टी सीएम से पूछा, “आपने कहा है कि उपद्रवियों से पैसे की वसूली की जाएगी जो सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुँचा है? अब दिक्कत क्या खड़ी हो गई है जो आपने चिन्हित किए हैं कि वो इतने गरीब लोग हैं? जिसे कहा जाए कि टाट-पट्टी पर सोते हैं। माता-पिता भी गरीब हैं…. लेकिन जिसके पास घर ही नहीं है।” अपने इस बेतुके सवाल से ABP की पत्रकार कितनी चालाकी से जान लेने पर उतारू मुस्लिम भीड़ को पाक-साफ़ करने की कोशिश करती नज़र आईं।
Sekoolar Patrakars are concerned about rioter UP Abduls who are too poor to pay for damaged properties pic.twitter.com/8FybN9VE1i
— iMac_too (@iMac_too) January 2, 2020
दरअसल, गुरुवार (2 जनवरी) को, ABP शिखर सम्मेलन 2020 में, उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश में हुए नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ दंगों पर चर्चा की गई। विरोध-प्रदर्शन के नाम पर दंगाइयों ने पुलिसकर्मियों पर हिंसात्मक हमले किए और सार्वजनिक सम्पत्तियों को नुक़सान पहुँचाया था।
पत्रकार शोभना यादव के जवाब में यूपी के डिप्टी सीएम मौर्य ने कहा कि दंगाइयों ने उत्तर प्रदेश की पुलिस पर जानलेवा हमले किए फिर भी पुलिस ने संयम बरतते हुए कार्रवाई की और स्थिति पर नियंत्रण रखने की कोशिश की। उन्होंने दोहराया कि सरकार किसी भी तरह की हिंसा को स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि निर्दोष को सम्मान दिया जाएगा और जो लोग हिंसा में शामिल थे उन्हें किसी भी हाल में उसे बख़्शा नहीं जाएगा।
पत्रकार को जवाबी प्रतिक्रिया में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि उत्तर प्रदेश अमीर और ग़रीब के बीच भेदभाव नहीं करेगा। उन्होंने इस बात का स्पष्ट संकेत दिया कि दंगाइयों में जो भी दोषी पाया जाएगा उससे क्षतिपूर्ति की जाएगी।
केशव प्रसाद मौर्य ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि दंगाइयों के इतर राज्य के अन्य मुसलमानों (निर्दोष) को किसी बात का डर नहीं सताता क्योंकि उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पूरा भरोसा है। मौर्य ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से मुसलमानों को लाभ मिल रहा है और वे बिना किसी भेदभाव के आगे भी लाभ प्राप्त करते रहेंगे।
इसके अलावा, डिप्टी सीएम मौर्य ने राज्य में हिंसक भीड़ के समर्थन के लिए कॉन्ग्रेस और समाजवादी पार्टी के ख़िलाफ़ कड़ा रुख़ अख़्तियार किया था। उन्होंने इस बात का भी ज़िक्र किया था कि दंगों की आड़ में बड़ी संख्या में सिमी और PFI जैसे कट्टरपंथी इस्लामिक संगठनों के उपद्रवी शामिल थे। उन्होंने राज्य में राष्ट्र विरोधी तत्वों को हिंसा भड़काने के लिए उकसाने का काम किया।
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