उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्राचीन हनुमान मंदिर समेत जिले के अन्य बड़े मंदिरों एवं आरएसएस कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले शफीक को गिरफ्तार कर लिया गया है। शफीक मूल रूप से दिल्ली के सीलमपुर इलाके का रहने वाला है। उसके धर्मांतरण गिरोह से भी सम्बन्ध सामने आए हैं।
ज्ञात हो की हाल ही में लखनऊ के अलीगंज इलाके में पुराने हनुमान मंदिर में रजिस्टर्ड डाक से भेजा गया एक धमकी भरा पत्र पहुँचा। पत्र में लिखा हुआ था, “अल्लाह के पाक नाम पर काफिर हुकूमत के खिलाफ जिहाद का ऐलान”। पत्र में लखनऊ के काकोरी इलाके से गिरफ्तार किए गए अलकायदा समर्थित आतंकियों की रिहाई की माँग की गई थी। पत्र में कहा गया था कि जिन मुजाहिदों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी रिहाई के लिए 14 अगस्त तक का समय दिया जा रहा है। इस तारीख तक आतंकियों की रिहाई नहीं होने पर लखनऊ के बड़े मंदिरों को निशाना बनाया जाएगा।
हनुमान मंदिर में भेजे गए इस धमकी भरे पत्र के मिलने के बाद क्राइम ब्रांच और एटीएस जाँच में जुट गई थी। इसी क्रम में पुलिस टीम ने त्रिवेणी नगर उप डाकघर (जहाँ से पत्र भेजा गया था) के आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जाँच की। इसके बाद संदिग्ध गतिविधि के आधार पर पुलिस ने बुधवार (04 अगस्त 2021) की रात आरोपित शफीक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को शफीक के पास से धमकी भरे पत्र की कॉपी भी मिली है, जो हनुमान मंदिर भेजी गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स (दैनिक जागरण की रिपोर्ट में आरोपित का नाम शकील बताया गया है) के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपित शफीक के संबंध धर्मान्तरण गिरोह से हैं और वह देवबंद से भी जुड़ा हुआ है। पुलिस को उसके पास से रजिस्ट्री की रसीद, संदिग्ध दस्तावेज, किताबें एवं कई अन्य वस्तुएँ भी मिली हैं। एटीएस और खुफिया विभाग की टीम शफीक से पूछताछ कर रही है। साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए उसकी कॉल डिटेल भी चेक की जा रही है कि कहीं शफीक के संबंध किसी आतंकी मॉड्यूल से तो नहीं हैं।
शफीक के बारे में यह जानकारी भी सामने आई है कि वह दूसरे धर्मों से नफरत करता था और लोगों को अपने मजहब में शामिल करने के लिए उनका माइंडवॉश करता था। उससे पूछताछ करके उसके गिरोह और लखनऊ समेत अन्य स्थानों में उसके संपर्क की जानकारी जुटाई जा रही है। यहाँ एक बात ध्यान देने वाली यह है कि शफीक ने हनुमान मंदिर में भेजे गए धमकी भरे पत्र में भेजने वाले का नाम जोगिंदर सिंह लिखा था।