बालासोर में ट्रेन दुर्घटना के बाद अब घायलों को ले जा रही बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। ये दुर्घटना पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में हुई है, जिसके बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर काम भी लग गया। ऐसे में ये लगातार दूसरी दिन यात्रियों के लिए बुरी खबर आई है। ये बस ट्रेन दुर्घटना में घायल लोगों को लेकर अस्पताल जा रही थी। घायलों को अलग-अलग इलाकों में अस्पतालों में पहुँचाने का काम किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि पिकअप वैन से टक्कर के बाद ये घटना हुई।
ये हादसा नेशनल हाइवे 60 पर हुआ है। पिकअप वैन और बस की आमने-सामने की टक्कर हुई है। प्रधानमंत्री ने ग्राउंड पर जाकर घटना की समीक्षा के बाद कहा कि जो भी घायल हुए हैं, सरकार उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जो परिजन हमने खोए हैं, वो तो वापस नहीं लौटा पाएँगे, लेकिन सरकार उनके परिजनों के दुःख में उनके साथ है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार के लिए यह घटना अत्यंत गंभीर है और हर प्रकार की जाँच के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी दोषी पाया जाएगा उसको सख्त से सख्त सज़ा होगी, उसे बख्शा नहीं जाएगा। पीएम मोदी ने कहा, “मैं ओडिशा सरकार और यहाँ के प्रशासन के सभी अधिकारियों का, जिन्होंने इस तरह की परिस्थिति में, उनके पास जो भी संसाधन थे, लोगों की मदद करने का प्रयास किया – धन्यवाद करता हूँ। मैं यहाँ के नागिरकों का हृदय से अभिनंदन करता हूँ। मैं इस दुःख की घड़ी में घटनास्थल पर जाकर देखकर आया हूँ। अस्पताल में जो घायल नागरिक थे, उनसे मैंने बात की है।”
बालासोर से घायल यात्रियों को ले जा रही एक बस पश्चिम मेदिनीपुर में दुर्घटना का शिकार हुई. घायल यात्री बालासोर से कई जिलों में पहुंच रहे थे, तभी पश्चिम मेदिनीपुर में दुर्घटना का शिकार हुई. घायल यात्री बालासोर से कई जिलों में पहुंच रहे थे, तभी पश्चिम मेदिनीपुर में बस दुर्घटनाग्रस्त…
— Suryakant (@suryakantvsnl) June 3, 2023
इस हादसे में माँ-बाप की मौत के बाद एक बच्चे ने रो-रोकर अपनी जान दे दी। वहीं, पश्चिम बंगाल के तीन भाइयों की भी मौत हो गई। इसी तरह परिवार पर चढ़े कर्ज को उतारने निकले बाप-बेटे में से बेटा लापता है। वहीं, माँ के निधन के कारण 14 साल बाद घर लौटे एक व्यक्ति की मौत हो गई। उसके भाई लाशों के ढेर में अपने भाई की पहचान करने में जुटे हुए हैं। बालासोर में कोरोमंडल एक्सप्रेस में हुए हादसे में एक ही परिवार के तीन लोग काल के गाल में समा गए।