अस्पतालों में मरीजों को इलाज के नाम पर किस तरह से ठगा जाता है यह किसी से छिपा नहीं है। इसी कड़ी में आगरा के एक निजी अस्पताल ने इलाज के नाम पर मरीज से भारी रकम वसूले थे। मरीज के बेटे ने आगरा के यशवंत अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर के खिलाफ शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके जनता दर्शन कार्यक्रम में की। मामले में सीएम द्वारा हस्तक्षेप करने के बाद अस्पताल को राशि लौटानी पड़ी।
सीएम योगी के हस्तक्षेप के बाद आगरा के जिलाधिकारी ने तुरंत एक्शन लेते हुए मामले की जाँच की और अस्पताल को दोषी पाया गया। इसके बाद अतिरिक्त राशि को बरामद कर प्रशासन ने उसी दिन उसे आगरा के खंडौली थाना क्षेत्र के मौरई गाँव निवासी आशीष पाठक को लौटा दिया।
मामला कुछ यूँ है कि मौरई गाँव के रहने वाले आशीष पाठक की माँ का इलाज 23 अप्रैल से 11 मई तक इस अस्पताल में हुआ था। इस दौरान अस्पताल ने उनसे अधिक फीस चार्ज की। बीते शुक्रवार (16 जुलाई 2021) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दर्शन कार्यक्रम में आशीष पाठक गए और सीएम से बताया कि अस्पताल ने कैसे उनकी माँ के इलाज के लिए अधिक शुल्क लिया था।
उन्होंने शिकायत की कि उनकी माँ को वेंटिलेटर पर नहीं रखा गया था, फिर भी अस्पताल ने उनसे छह दिनों के लिए लेवल थ्री वेंटिलेटर के लिए 1.50 लाख रुपए लिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल ने जनरल वार्ड में एक बेड के लिए 18 दिनों के लिए कुल 90,000 रुपए का शुल्क लिया।
इसके अलावा डॉक्टर का हर दिन का विजिटिंग चार्ज 2 हजार रुपए था। आठ दिनों के लिए डॉक्टर का विजिटिंग चार्ज 16,000 रुपए हुए, लेकिन उनसे डॉक्टर की फीस के रूप में 34,000 रुपए वसूला गया।
आशीष पाठक ने सीएम को बताया कि उनकी माँ को दी गई दवा के लिए भी बाजार मूल्य से डेढ़ गुना अधिक कीमत वसूल की गई। उन्होंने बताया कि अस्पताल ने दवा के लिए कुल 1.49 लाख रुपए उनसे वसूल किए।
सीएम से शिकायत के तुरंत बाद वसूले गए अतिरिक्त पैसे आशीष को वापस मिल गए। इसके लिए आशीष और उनके परिवार ने सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद दिया।