अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) को एक और बड़ी सफलता मिली है। ED ने एक और बिचौलिए सुशेन मोहन गुप्ता को कल रात (मार्च 25, 2019) को गिरफ्तार कर लिया। उसे आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गुप्ता से जाँच एजेंसी ED कई बार पूछ-ताछ कर चुकी है। मगर वह जाँच में सहयोग नहीं कर रहा था इसी वजह से उसे गिरफ्तार किया गया है।
AgustaWestland case: Enforcement Directorate arrested alleged middleman Sushen Mohan Gupta last night. He will be produced in Delhi’s Patiala House Court today. pic.twitter.com/3G6p5fZZ6y
— ANI (@ANI) March 26, 2019
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने बताया कि गुप्ता अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे समेत कई रक्षा सौदों में शामिल रहा है। उसे मंगलवार को यहाँ विशेष अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। ईडी इस मामले में वकील गौतम खेतान और ब्रिटिश बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल को पहले ही गिरफ्तार कर चुका है।
इससे पहले VVIP चॉपर सौदे के मामले में आरोपी बनाए गए दुबई के कारोबारी राजीव सक्सेना अब सरकारी गवाह बन गए हैं। सीबीआई की स्पेशल अदालत ने उन्हें सरकारी गवाह बनने की इजाजत दे दी थी। ED के अधिकारियों ने बताया कि मामले में हाल ही में सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना के खुलासों के आधार पर गुप्ता की भूमिका सामने आई। राजीव सक्सेना को संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित किया गया था और ईडी ने यहाँ उसे गिरफ्तार किया था।
उन्होंने बताया कि ऐसा संदेह है कि गुप्ता के पास वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद में भुगतान संबंधी कुछ सूचनाएँ है और उसके संपर्कों का पता लगाया जाना है। उन्होंने बताया कि इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि एक जनवरी 2014 को भारत ने भारतीय वायु सेना को 12 AW-101 VVIP हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति करने के लिए ब्रिटेन की फिनमैकेनिका की अनुषंगी इकाई अगस्ता वेस्टलैंड के साथ सौदा रद्द कर दिया था। भारत ने उस पर सौदे की शर्तों का उल्लंघन करने और सौदा हासिल करने के लिए 423 करोड़ रुपए की रिश्वत देने के आरोप लगाए थे।
केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) और ईडी ने मामले में कई आरोपपत्र दाखिल किए हैं और पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी तथा उनके परिवार के सदस्यों समेत कई लोगों को बतौर आरोपित नामजद किया है।