उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में मंगलवार (18 जून 2024) को हुई औरंगज़ेब उर्फ मोहम्मद फरीद नाम के व्यक्ति की संदिग्ध मौत के बाद कुछ समय के लिए शहर के हालत तनावपूर्ण हो गए थे। पुलिस ने औरंगज़ेब के भाई की शिकायत पर 10 आरोपितों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है, जिसमें से 6 को जेल भी भेज दिया गया है। शिकायतकर्ता ने अपने भाई औरंगजेब को रोटी बनाने वाला बताया है, जबकि आरोपित परिवार ने उसे चोर कहा है।
इस केस में जेल भेजे गए एक आरोपित की पत्नी ने औरंगज़ेब के खिलाफ पुलिस को लिखित तहरीर दी है। अपने तहरीर में उन्होंने औरंगज़ेब पर 3 साथियों के साथ घर में घुस कर चोरी करने, घर की महिलाओं से छेड़खानी करने और परिजनों को बंधक बनाने जैसे संगीन आरोप लगाए। ऑपइंडिया से बात करते हुए भी पीड़िता ने अपने आरोपों को दोहराया। पीड़िता का शिकायती पत्र अलीगढ़ के गाँधी पार्क थाने के एसएचओ को सम्बोधित है।
महिला ने अपनी तहरीर में बताया कि मंगलवार (18 जून) की रात लगभग 10 बजे उसके पति का ध्यान छत से आ रही आवाज पर गया। उसी दौरान सीढ़ियों के रास्ते 4-5 हथियारबंद उसके घर में घुस गए। घर में घुसे हथियारबंद बदमाशों ने पीड़िता और उसके परिवार को एक कमरे में बंधक बना लिया और मदद के लिए शोर मचाने पर सबको गोली मार कर हत्या कर देने की धमकी दी। घर में घुसे संदिग्धों ने नकदी और जेवर माँगे तो डर के मारे पीड़िता ने तिजोरी से निकाल कर दे दिया।
आरोप है कि बदमाशों ने उनके घर से ढाई से तीन लाख रुपए की डकैती की। ये पैसे उन्होंने छत पर मौजूद अपने कुछ अन्य साथियों को दे दिया। इनमें से एक साथी का नाम जमील उर्फ़ अल्फ़ा टेलर बताया गया है। लूटे गए पैसे और गहने जमील को देने के बाद 2 संदिग्ध फिर से पीड़िता के घर में घुसे। इन्होंने पीड़िता और घर की एक अन्य महिला को बदनीयती से पकड़ लिया। दोनों आरोपितों ने मिलकर दोनों पीड़िताओं के कपड़े फाड़ दिए और रेप का प्रयास किया।
पीड़िता के मुताबिक, उन्होंने शोर मचाया तो मोहल्ले एवं आसपास के लोग जमा हो गए। खुद को घिरता देखकर सभी संदिग्ध भागने लगे। इनमें से एक ने मोहल्ले वालों पर गोली भी चला दी, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इसी दौरान भाग रहे बदमाशों में से एक सीढ़ियों पर गिरकर घायल हो गया, जबकि उसके साथी भागने में सफल रहे। घायल व्यक्ति का नाम औरंगज़ेब उर्फ़ मोहम्मद फरीद निकला। उसे मोहल्ले वालों ने पकड़ लिया और उससे पूछताछ करने लगे।
बकौल पीड़िता, पूछताछ में औरंगजेब नाम के बदमाश ने अपने अन्य साथियों के नाम सलमान, तुफैल, आसिफ और जमीन उर्फ़ अल्फ़ा टेलर बताए। औरंगज़ेब ने आगे बताया कि वो अपने गिरोह के साथ हिन्दू आबादी वाले इलाकों में रेकी करके अमीर परिवारों को चिन्हित करता है। वे चार दिनों से पीड़िता के मकान की रेकी कर रहे थे। मामले की सूचना पुलिस मिली तो वह मौके पर पहुँची और औरंगज़ेब को अपने साथ ले गई।
पीड़िता ने फरीद उर्फ़ औरंगज़ेब के साथ उसके साथियों पर भी कड़ी कार्रवाई की माँग की है। पीड़िता के साथ अलीगढ़ के अन्य हिन्दू संगठनों के पदाधिकारियों ने तहरीर में नामजद किए गए आरोपितों पर FIR दर्ज करके कार्रवाई की माँग की है। पीड़िता की शिकायत की कॉपी ऑपइंडिया के पास उपलब्ध है। इस संबंध में ऑपइंडिया की टीम ने पीड़िता से भी बात और घटना की वास्तविकता को जानने का प्रयास किया।
ऑपइंडिया को पीड़िता ने बताया कि बदमाशों ने उसके 8 साल के बच्चे को भी बंधक बना लिया था। बच्चे का जीवन खतरे में देखकर उन लोगों ने अपनी पूरी जमा पूँजी चोरों को सौंप दी थी। बातचीत के दौरान पीड़िता ने तहरीर के अपने आरोप दोहराए हैं। मीडिया से बात करते हुए अलीगढ़ के एसपी सिटी मृगांक शेखर ने बताया कि आरोपित की पत्नी द्वारा दी गई तहरीर पर अभी तक केस दर्ज नहीं हुआ है।