उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से मानसिक रूप से दिव्याँग एक युवती का रेप करने का मामला सामने आया। पीड़िता जिले के जेएन मेडिकल कॉलेज और ट्रॉमा सेंटर में भर्ती है और यहीं उसका इलाज चल रहा है। इसी दौरान मौका देखकर एक दिन आरोपित वारिस मदद के नाम पर पीड़िता को ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।
रिपोर्ट के मुताबिक, घटना गुरुवार (30 सितंबर 2021) की रात करीब 12:30 बजे की है। उस दिन रात में पीड़िता (22) अचानक अपने बेड से गायब हो गई, जिसके बाद अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सुरक्षा गार्ड सरताज अली और मोहम्मद नदी को लड़की की तलाश करने को कहा। गार्ड पीड़िता को ढूँढ ही रहे थे कि उन्हें अस्पताल के बाथरूम से उसके चीखने की आवाज सुनाई दी। वहाँ जाकर देखा तो आरोपित वारिस लड़की का रेप कर रहा था। आरोपित को पकड़ने के बाद पुलिस के हवाले कर दिया गया। सीएमओ की शिकायत पर सिविल लाइंस पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
मदद के नाम पर दिया दगा
आरोपित वारिस अस्पताल के सामने स्थित एक मेडिकल स्टोर पर काम करता था। वह नियमित तौर पर पीड़िता की मदद करने के बहाने पीड़िता के वार्ड में आता रहता था। वारिस क्वार्सी के महेशपुर फाटक का रहने वाला है। इसी कारण से उस पर किसी को कोई शक भी नहीं हुआ और उसने इसी का फायदा उठाकर इस वारदात को अंजाम दिया।
पीड़िता के घरवालों का नहीं है पता
22 वर्षीय पीड़िता मेडिकल कॉलेज के फर्स्ट फ्लोर पर रिकवरी वार्ड ईएसटी में भर्ती है। बीते 18 जुलाई को एक एक्सीडेंट के बाद उसे यहाँ इलाज के लिए आरपीएफ ने भर्ती कराया था। चूँकि उसके माता-पिता का कोई पता नहीं चल सका है, इसलिए अस्पताल ही उसकी देखभाल करता है।
इस घटना को लेकर सिविल लाइन थाने के सीओ श्वेताभ पांडेय ने कहा है कि वारिस को गिरफ्तार कर लिया गया है और सिक्योरिटी गार्ड सरताज की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ रेप का केस दर्ज किया गया है। फिलहाल पीड़िता का मेडिकल कराने के बाद मामले की छानबीन की जा रही है।