Monday, September 9, 2024
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मोहम्मद जुबैर ने पुलिस के चुनिंदा बयान को लेकर एक मुस्लिम को बताया कट्टरता का शिकार, ‘हिंदू लड़की’ को तंग करने वाली जानकारी नहीं बताई

हालाँकि, अहमद को फँसाने के पीछे के मकसद के बारे में जुबैर ने नहीं दिया। जुबैर ने पोस्ट में यह संकेत देने की कोशिश की कि एक हिंदू ने धार्मिक कट्टरता के कारण एक मुस्लिम पड़ोसी को निशाना बनाया। हालाँकि, मामला एक लड़के के बारे में था जो अपने पड़ोसी को ‘फँसाने’ की कोशिश कर रहा था। यह पड़ोसी इंस्टाग्राम पर उसकी बहन को लगातार परेशान कर रहा था।

सोशल मीडिया पर अपने एजेंडे के तहत आधा-अधूरा जानकारी साझा करके देश में आग लगाने के लिए कुख्यात ऑल्ट न्यूज के सह-संपादक मोहम्मद जुबैर अपनी आदत से बाज नहीं आ रहा है। उसने एक खबर साझा की है, जिसमें गोपेश नामक एक युवक ने अपने पड़ोसी अहमद का मोबाइल चुराकर यूपी पुलिस को धमकी भरा ईमेल भेजा था। हालाँकि, जुबैर इस पूरे मामले के उस बिंदु को गायब कर दिया, जो बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यानी गोपेश ने ऐसा क्यों किया था, इसे जानबूझकर जुबैर ने छोड़ दिया। इसके पीछे उसके कुछ मकसद हो सकते हैं।

दरअसल, आगरा पुलिस ने धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद गुरुवार (1 अगस्त 2024) को राजस्थान के धौलपुर जिले से 10वीं कक्षा के एक छात्र को गिरफ्तार किया है। ईमेल में कहा गया था कि वह आगरा हवाई अड्डे, जिसे खेरिया हवाई अड्डे के रूप में भी जाना जाता है, और रेलवे स्टेशन को 50 किलोग्राम आरडीएक्स लगाकर उड़ा देगा। साथ इसे रोकने के लिए पुलिस को चुनौती दी गई थी।

इस घटना का खुलासा 30 जुलाई 2024 को हुआ। उत्तर प्रदेश पुलिस कंट्रोल रूम को के अहमद ([email protected]) नाम के अकाउंट से एक ईमेल मिला था। पुलिस जाँच में पता चला कि गोपेश नाम के लड़के ने अपने पड़ोसी अहमद का फोन चुराया था और उसी फोन से ईमेल भेजा था। आगरा के डीसीपी के X हैंडल से इसके बारे में जानकारी साझा की गई।

इस बारे में बताते हुए आगरा सिटी के डीसीपी ने कहा, “गोपेश अहमद को फँसाना चाहता था, क्योंकि वह लगातार इंस्टाग्राम पर उसकी बहन को परेशान कर रहा था। उसे परेशान न करने के लिए कहे जाने के बावजूद अहमद ने अपना व्यवहार जारी रखा। इसके बाद आरोपित ने उसका फोन चुरा लिया और यूपी पुलिस को आगरा एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन को बम से उड़ाने का फर्जी ईमेल भेजा।”

पुलिस अधिकारी ने कहा, “अहमद को फँसाने के लिए गोपेश ने शिमला और दिल्ली में पुलिस को धमकी भरे ईमेल भी भेजे, लेकिन इसको लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसे उम्मीद थी कि उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले को अधिक सख्ती से जवाब देगी। इसलिए उसने हमें बम की धमकी भेजी।”

इस घटना को ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने अपने सोशल मीडिया साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साजा किया। हालाँकि, जुबैर ने इस घटना से जुड़े कई महत्वपूर्ण विवरण को छोड़ दिया। यहाँ बताना जरूरी है कि मोहम्मद जुबैर अपने एजेंडे के अनुसार ‘फैक्ट-चेक’ करने के लिए कुख्यात हैं।

जुबैर ने पोस्ट किया, “यूपी पुलिस आगरा कंट्रोल रूम को एक ईमेल मिला, जिसमें आगरा एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन पर बम से हमला करने की धमकी दी गई थी। गुमनाम ईमेल (के अहमद के नाम से ईमेल: [email protected]) में दावा किया गया था कि आगरा एयरपोर्ट पर 50 किलोग्राम आरडीएक्स रखा जाएगा। पुलिस ने राजस्थान के 21 वर्षीय गोपेश को गिरफ्तार किया है।”

जुबैर ने आगे लिखा, “गोपेश ने पहले अहमद का फोन चुराया, एक ईमेल आईडी बनाई और आगरा पुलिस को धमकी भरा ईमेल भेजा। उसने यूपी पुलिस को धमकी भरा ईमेल भेजा, अन्य राज्यों को नहीं क्योंकि उसे भरोसा था कि यूपी पुलिस अहमद के खिलाफ जल्दी कार्रवाई करेगी। बहुत बढ़िया @agrapolice” उन्होंने मामले को समझाते हुए डीसीपी आगरा सिटी का वीडियो भी पोस्ट किया।

हालाँकि, अहमद को फँसाने के पीछे के मकसद के बारे में जुबैर ने नहीं दिया। जुबैर ने पोस्ट में यह संकेत देने की कोशिश की कि एक हिंदू ने धार्मिक कट्टरता के कारण एक मुस्लिम पड़ोसी को निशाना बनाया। हालाँकि, मामला एक लड़के के बारे में था जो अपने पड़ोसी को ‘फँसाने’ की कोशिश कर रहा था। यह पड़ोसी इंस्टाग्राम पर उसकी बहन को लगातार परेशान कर रहा था।

जुबैर ने अपनी पोस्ट में इस बात छिपाकर अपने 10 लाख से अधिक फ़ॉलोअर्स को इस बात की जानकारी नहीं मिली कि कक्षा 10 के छात्र ने अपने पड़ोसी के नाम पर बम की धमकी वाला फर्जी ईमेल क्यों भेजा। वहीं, जुबैर ने उन घटनाओं के क्रम को विस्तार से बताया जिसके कारण आगरा पुलिस ने कक्षा 10 के छात्र को गिरफ़्तार किया, लेकिन उन्होंने इस महत्वपूर्ण विवरण को छोड़ दिया।

नूपुर शर्मा के खिलाफ भी अधूरा वीडियो साझा करके लगाई थी आग

आमतौर पर जुबैर इस्लामवाद के खिलाफ आवाज उठाने वालों के खिलाफ जुबैर इसी तरह की ऑनलाइन निशाना बनाता है। इसका उदाहरण भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा हैं। साल 2022 में मोहम्मद जुबैर ने टाइम्स नाउ की बहस में उनकी प्रतिक्रिया के अधूरे वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया था। इसके कारण दो समुदायों में लंबे समय तक तनाव की स्थिति बनी हुई थी।

शर्मा टाइम्स नाउ पर एक बहस में हिस्सा ले रही थीं, जिसमें ज्ञानवापी परिसर में शिवलिंग को लेकर चर्चा हो रही थी। इसमें इस्लामवादियों ने दावा किया था कि ज्ञानवापी विवादित ढाँचे के वुजुखाना में पाया गया शिवलिंग एक फव्वारा है। इस दौरान इस्लामवादियों ने हिंदू देवी-देवताओं का मजाक भी उड़ाया। इस पर नूपुर शर्मा ने जवाब दिया।

भाजपा की तत्कालीन प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने उनसे हिंदू देवताओं का अपमान करने से बचने के लिए कहा था। जब वे नहीं माने तो शर्मा ने पैगंबर मुहम्मद और इस्लाम पर उनके धर्मग्रंथों और कुरान का हवाला देते हुए एक टिप्पणी की थी। मोहम्मद जुबैर ने उस बहस का एक अधूरा वीडियो साझा किया था। इसके बाद देश भर में सर तन से जुदा के नारे लगाए थे और कई लोगों की हत्या कर दी गई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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