ऑल्टन्यूज के को फाउंडर और लगातार प्रोपेगेंडा फैलाने वाले मोहम्मद जुबैर ने बदायूँ में हुई हिन्दू बच्चों की हत्या को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास किया। जब उसे उत्तर प्रदेश प्रदेश पुलिस ने चेतावनी दी तो वह पोस्ट डिलीट कर के भाग गया। ऑपइंडिया ने इस मामले में मारे गए हिन्दू बच्चों के पिता से बातचीत की।
मोहम्मद जुबैर ने एक्स (पहले ट्विटर) पर हिन्दू बच्चों की हत्या के मामले में लिखा, “बदायूँ में 2 बच्चों की नाई साजिद द्वारा नृशंस हत्या के पीछे के कारण पर कोई अपडेट है क्या? बच्चों के पिता ने 24 मार्च को अपनी बाइक में आग लगा दी थी क्योंकि तब तक इस हत्या के पीछे का कारण साफ़ नहीं था। हत्या के मकसद पर बदायूँ पुलिस द्वारा कोई अपडेट।”
मोहम्मद जुबैर की इस पोस्ट के नीचे जवाब देते हुए बदायूँ पुलिस ने लिखा, “उक्त प्रकरण के संबंध मे स्थानीय थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा आवश्यक विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही है। कृपया अनावश्यक पोस्ट कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना करें। अनावश्यक पोस्ट करने वालो की जाँच कर उनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी।”
उक्त प्रकरण के संबंध मे स्थानीय थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा आवश्यक विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही है। कृपया अनावश्यक पोस्ट कर माहौल बिगाड़ने की कोशिश ना करे। अनावश्यक पोस्ट करने वालो की जांच कर उनके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जायेगी।
— Budaun Police (@budaunpolice) April 10, 2024
बदायूँ पुलिस के जवाब देने के बाद मोहम्मद जुबैर ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। जुबैर के इस ट्वीट करने के पीछे उसका उद्देश्य था इस हत्या को लेकर भ्रम फैलाया जाए। जुबैर ने मृतक बच्चों के पिता की मोटरसाइकिल जलाने की घटना का हवाला देते हुए यह धारणा बनाने का प्रयास किया कि इस हत्या का असल मकसद प्रशासन द्वारा छिपाया जा रहा है।
जुबैर ने अपनी पोस्ट में मारे गए हिन्दू बच्चों के पिता विनोद कुमार के बाइक जलाने का भी जिक्र किया। यह घटना 24 मार्च को हुई थी। उसने इसके जरिए यह सन्देश देने कोशिश की कि उत्तर प्रदेश पुलिस सही से मामले की जाँच नहीं कर रही और परिजन पुलिस से संतुष्ट नहीं है।
भड़काने पर जलाई थी बाइक, पुलिस की जाँच से संतुष्ट: बच्चों के पिता विनोद सिंह
इस मामले में ऑपइंडिया ने विनोद सिंह से बातचीत की है। विनोद सिंह ने ऑपइंडिया को बताया कि उन्होंने बाइक जरूर जलाई थी लेकिन उन्होंने ऐसा जाँच से असंतुष्ट होकर नहीं बल्कि लोगों के भड़काने पर जलाई थी। उन्होंने कहा कि मोहल्ले वालों के बोलने पर यह कदम उठा लिया था।
उन्होंने कहा कि उनकी पुलिस सही से जाँच कर रही है उनको पुलिस से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस की तरफ से उन पर कोई दबाव नहीं है। उन्होंने जाँच में किसी भी प्रकार की कोताही से इनकार किया है।
गौरतलब है कि 19 मार्च, 2024 की शाम को बदायूं में नाई की दुकान चलाने वाले साजिद ने दो हिन्दू बच्चों आयुष और अहान की छुरी से रेत कर हत्या कर दी थी। साजिद यह हत्या करके फरार हो गया था। यूपी पुलिस ने साजिद को उसी दिन मुठभेड़ में मार गिराया था। उसका भाई जावेद यहाँ से भागने में सफल रहा था। पुलिस ने जावेद को भी 21 मार्च, 2024 को बरेली गिरफ्तार कर लिया था। अब पुलिस इस मामले में आगे की जाँच कर रही है।
हिन्दू बच्चों की हत्या करने वाले साजिद के जनाजे में भी काफी भीड़ जुटी थी। ऑपइंडिया ने इस मामले में ग्राउंड पर जाकर जब बात की थी तो जावेद और साजिद के घरवालों ने गुमराह करने के भी प्रयास किए थे। यहाँ गाँव वालों ने भी इस बात पर विश्वास करने से इनकार किया था कि हत्या साजिद और जावेद ने की या फिर किसी और ने।