‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS)’ की पत्रिका ‘द ऑर्गनाइजर’ (The Organiser)’ ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) पर देश में धर्मांतरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। पत्रिका ने दावा किया है कि अमेजन ‘अमेरिकन बैप्टिस्ट चर्च’ नामक संगठन को फंडिंग कर रहा है। आरोप है कि यह संगठन पूर्वोत्तर भारत में 25,000 से अधिक लोगों का धर्मांतरण चुका है। हालाँकि, अमेजन ने इन आरोपों को खारिज किया है।
दरअसल, ‘द ऑर्गनाइजर’ ने एक कवर स्टोरी की है, जिसे ‘अमेजिंग क्रॉस कनेक्शन’ टाइटल दिया गया है। इस कवर स्टोरी में कहा गया है कि अमेजन द्वारा ‘अमेरिकी बैप्टिस्ट चर्च’ (ABM) द्वारा चलाए जा रहे क्रिश्चन कनवर्जन मॉड्यूल को फंडिंग किया जा रहा है। इसके अलावा, ‘अमेरिकन बैप्टिस्ट चर्च’ भारत में ऑल इंडिया मिशन (AIM) नामक एक कार्यक्रम चला रहा है। इसकी वेबसाइट में खुले तौर पर यह दावा किया गया है कि उसने पूर्वोत्तर भारत में 25 हजार लोगों को धर्मांतरित कर ईसाई बनाया है।
Crackdown on foreign Christian missionaries by certain North East Governments exposes the sinister designs, visa violations, and corporate nexus in changing the demography of the region#CoverStory #CrossConnection #ProselytisationInNorthEast pic.twitter.com/llUUe4j0qe
— Organiser Weekly (@eOrganiser) November 14, 2022
‘द ऑर्गनाइजर’ ने कहा है, “ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी अमेजन ‘अमेरिकन बैपटिस्ट चर्च (ABM)’ द्वारा संचालित ‘ईसाई धर्मांतरण मॉड्यूल’ को फंडिंग कर रही है। भारत के बड़े मिशनरी धर्मांतरण मिशन को फंडिंग करने के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियों और एबीएम द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग रिंग चलाए जाने की आशंका भी है।”
पत्रिका में यह भी दावा किया गया है, “यह उसका मुखौटा संगठन है, जिसने अपनी वेबसाइट पर खुले तौर पर दावा किया है कि उसने पूर्वोत्तर भारत में 25 हजार लोगों को ईसाई मजहब में परिवर्तित किया है। अमेजन एक भारतीय द्वारा प्रत्येक खरीद पर पैसे दान करके ऑल इंडिया मिशन के धर्मांतरण मॉड्यूल का समर्थन कर रहा है।”
हालाँकि, ऑपइंडिया ने जब ‘ऑल इंडिया मिशन’ के बारे में खँगाला तो इसका वेबसाइट नहीं मिला। लेकिन, इसके ‘लिंक्डइन’ अकाउंट में कहा गया है, “ऑल इंडिया मिशन में हमारा विजन हर साल 25,000 लोगों को येशु मसीह की ओर ले जाना है।” इसका सीधा मतलब है कि यह ईसाई संगठन हिंदुस्तान में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण के मिशन से काम कर रहा है।
हालाँकि, इस मामले में ‘टाइम्स नाउ नवभारत’ ने अमेजन के प्रवक्ता के हवाले से कहा है कि कंपनी इन सभी आरोपों का खंडन करती है। अमेजन के एक प्रवक्ता ने कहा है कि अमेजन इंडिया का ‘ऑल इंडिया मिशन’ के साथ कोई संबंध नहीं है। प्रवक्ता ने कहा, “अमेज़ॅन इंडिया का ऑल इंडिया मिशन या उसके सहयोगियों के साथ कोई संबंध नहीं है और न ही अमेजन स्माइल (AmazonSmile) कार्यक्रम, अमेजन इंडिया मार्केटप्लेस पर काम करता है।
कंपनी ने कहा कि जहाँ यह कार्यक्रम चल रहा है वहाँ लोग इस बात का चुनाव स्वयं कर सकते हैं कि वह किसे दान कर रहे हैं। साथ ही दावा किया कि ‘अमेजन स्माइल’, इसमें भाग लेने वाले किसी भी चैरिटी के विचारों का समर्थन नहीं करता है।
में रख कर धर्मांतरित करने का काम करता है एवं हमारे देश भारत के विरुद्ध विदेशों में दुष्प्रचार कर बदनामी करता है।
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) October 21, 2022
मामला हमारे संज्ञान में आने व जाँच प्रारम्भ होने के बाद AIM ने अपनी वेबसाइट का भारत में अवलोकन किया जाना बंद कर दिया जो कि जाँच प्रभावित करने एवं प्रमाण मिटाने का….
द ऑर्गनाइजर ने यह भी दावा किया है कि ‘राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR)’ ने भी उनकी एक रिपोर्ट पर संज्ञान लेते कार्रवाई की बात कही थी। इस मामले में NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो का कहना है कि उन्हें सितंबर में अरुणाचल प्रदेश के कुछ अनाथालयों के माध्यम से धर्मांतरण होने की शिकायत मिली थी। इस शिकायत पर उन्होंने संज्ञान लिया और अमेजन को नोटिस भेजा था।
Update!
— प्रियंक कानूनगो Priyank Kanoongo (@KanoongoPriyank) November 1, 2022
Amazon प्रतिनिधियों ने @NCPCR_ में प्रस्तुत हो कर बताया कि आल इंडिया मिशन को फ़ंडिंग Amazon अमेरिका द्वारा दी जाती है,आयोग द्वारा आहूत जानकरियाँ Amazon भारत के पास सुलभ नहीं है।अमेरिका से आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु उनके निवेदन को स्वीकार कर 10 दिन का समय दिया है। https://t.co/RCv34m8trC
इसके बाद, 1 नवंबर को अमेजन के तीन प्रतिनिधि NCPCR के कार्यालय आए थे और दावा किया था कि ‘ऑल इंडिया मिशन’ को फंडिंग अमेजन अमेरिका द्वारा दी जाती है। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा माँगी गई जानकारियाँ अमेजन इंडिया के पास उपलब्ध नहीं हैं। अमेरिका से आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाने हेतु उनके निवेदन को स्वीकार कर 10 दिन का समय दिया गया है।